ग्रीष्मकालीन नि: शुल्क रज़ा शिविर का समापन आज
शिविर में प्रशिक्षित कलाकार देंगे गायन व कथक नृत्य की प्रस्तुति…
रेवांचल टाईम्स – मंडला रज़ा फाउंडेशन नई दिल्ली द्वारा स्थानीय रज़ा कला वीथिका में चौथे ग्रीष्मकालीन नि: शुल्क रज़ा शिविर का समापन आज 30 मई गुरुवार को होगा। यह शिविर 1मई से शुरू हुआ था। इसमें चित्रकला, कथक नृत्य और गायन में बच्चों को प्रशिक्षित किया गया। जिले के वरिष्ठ कलाकार जगदीश कछवाहा ने गायन, प्रसिद्ध कथक नृत्यांगना रानू चंद्रौल ने कथक और मंडला के स्थापित चित्रकार अशोक सोनवानी व प्रवीण सैयाम ने चित्रकला का प्रशिक्षण दिया। इस रज़ा शिविर में कला को लेकर बच्चों में खासा उत्साह देखा गया और बड़ी संख्या में वे गायन, कथक और चित्रकला के गुर सीखाने रज़ा कला वीथिका पहुंचे। इस 1 महीने के दौरान विषय विशेषज्ञों ने बच्चों को अपनी-अपनी विद्या की बारीकियां से अवगत कराते हुए उन्हें पारंगत करने की भरपूर कोशिश की। इस एक महीने के शिविर के दौरान गायन और कथक की ट्रेनिंग लेने वाले बच्चों द्वारा आज शाम 7:00 बजे रज़ा कला वीथिका में अपनी कला का प्रदर्शन किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि विश्व विख्यात चित्रकार सैयद हैदर रज़ा के निधन के बाद से उनके द्वारा तैयार किए गए रज़ा फाउंडेशन द्वारा मंडला जिले में लगातार कला के विस्तार के लिए कार्य किया जा रहा है। हैदर रज़ा के जन्मदिवस और पुण्यतिथि पर जहां चित्रकला कार्यशाला, माटी पर रंग और विख्यात कलाकारों की प्रदर्शनी आयोजित की जाती है तो समय-समय पर भारतीय शास्त्रीय संगीत से जुड़ी गतिविधियां भी लगातार संचालित होती रहती हैं। इस कड़ी में पूर्व में कथक, कुचिपुड़ी, ओडिसी, भरतनाट्यम जैसे भारतीय शास्त्रीय नृत्य सहित अनेक भारतीय शास्त्रीय परंपरा से जुड़े नृत्य व संगीत के आयोजन किया जा चुके हैं। रज़ा कला वीथिका में देश के नामचीन तबला वादक, सरोद वादक, सारंगी वादक और सितार वादक भी अपनी प्रस्तुति दे चुके हैं। इसके अलावा जाने-माने राजस्थानी व छत्तीसगढ़ी लोक कलाकार भी समय-समय पर यहां अपनी प्रस्तुति देने आते रहते हैं। इससे मंडला जिले में कला के क्षेत्र में एक सकारात्मक माहौल तैयार हो रहा है।
रज़ा फाउंडेशन द्वारा मंडला – डिंडोरी के कलाकारों को बड़े स्तर पर मंच उपलब्ध कराने का भी कार्य किया जा रहा है। मंडला के प्रसिद्ध चित्रकार आशीष कछवाहा की नई दिल्ली की फेमस गैलरी में सोलो एग्जिबिशन आयोजित की जा चुकी है। इसके अलावा हाल ही में डिंडोरी जिले के पाटनगढ़ और मंडला जिले के गोंड कलाकारों की प्रदर्शनी “गोंड कलम” का भी सफलता पूर्वक आयोजन नई दिल्ली में किया गया। “गोंड कलम” को राजधानी के कला प्रेमियों द्वारा काफी सराहा गया। रज़ा फाउंडेशन ने समस्त कला प्रेमियों से 30 मई की शाम 7:00 बजे जिला एवं सत्र न्यायालय के सामने स्थित रज़ा कला वीथिका में आयोजित गायन व कथक नृत्य की प्रस्तुति में पधार कर कलाकारों का उत्साह वर्धन करने की अपील की है। रज़ा फाउंडेशन का अगला कार्यक्रम जुलाई माह में रज़ा साहब की पुण्यतिथि के अवसर पर रज़ा स्मृति के रूप में होगा। रज़ा फाउंडेशन के सदस्य सचिव संजीव चौबे ने इस शिविर के सफल संचालन में सहयोग के लिए जिला प्रशासन, जिला पंचायत, इनर वॉइस सोसाइटी और शिविर में प्रशिक्षण ले रहे बच्चों व उनके अभिभावकों के प्रति आभार ज्ञापित करते हुए भविष्य में भी इसी तरह के सहयोग की अपेक्षा की है।