नामांकन, उपस्थिति तथा गुणवत्ता पर फोकस करें – डॉ. सिडाना

कलेक्टर ने की शैक्षणिक गतिविधियों की समीक्षा

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रेवांचल टाईम्स – मंडला, शैक्षणिक गतिविधियों की समीक्षा करते हुए कलेक्टर डॉ. सलोनी सिडाना ने निर्देशित किया कि स्कूल चलें हम अभियान के तहत प्रत्येक घर तक पहुंच करते हुए शाला जाने योग्य सभी बच्चों का नामांकन सुनिश्चित करें। पालकों से संपर्क करते हुए विद्यार्थियों की शालाओं में शतप्रतिशत उपस्थिति का प्रयास करें। सहायक शैक्षिक सामग्रियों का उपयोग करते हुए शिक्षा की गुणवत्ता पर फोकस करें।


कलेक्टर ने निर्देशित किया कि सभी शालाओं में बेहतर वातावरण तैयार करते हुए उत्साहपूर्वक नवीन शिक्षा सत्र का संचालन करें। शालाओं की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें। 15 जुलाई तक पुस्तकों का वितरण पूर्ण करें। वितरित की गई पुस्तकों की ऑनलाईन एंट्री करें। उन्होंने गणवेश, साईकिल तथा छात्रवृत्ति वितरण के संबंध में भी आवश्यक निर्देश दिए। डॉ. सिडाना ने कहा कि मध्यान्ह भोजन में गुणवत्ता तथा मेन्यू का पालन करें। जिला योजना भवन में संपन्न हुई इस बैठक में प्रभारी सहायक आयुक्त जनजाति कार्यविभाग क्षमा सराफ, जिला शिक्षा अधिकारी मुन्नी वरकड़े सहित संबंधित उपस्थित रहे।

दीवारों पर अंकित करें सर्वे की जानकारी

कलेक्टर ने निर्देशित किया कि प्रत्येक घरों में संपर्क करें तथा शाला जाने योग्य बच्चों का स्कूलों में प्रवेश दिलाने की कार्यवाही करें। सर्वे के दौरान प्रत्येक घरों की दीवार पर सर्वे क्रमांक तथा अन्य जानकारियाँ अंकित करें। जिला तथा विकासखंड स्तर के अधिकारी भी रेंडम आधार पर सर्वे कार्य की मॉनिटरिंग करें। उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ियों से भी संपर्क करते हुए 6 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके बच्चों का संबंधित स्कूल में दाखिला सुनिश्चित करें।

कोई भी बच्चा नहीं छूटे

कलेक्टर डॉ. सलोनी सिडाना ने निर्देशित किया कि कक्षा 5 उत्तीर्ण विद्यार्थियों का कक्षा 6 में, कक्षा 8 उत्तीर्ण विद्यार्थियों का कक्षा 9 में तथा कक्षा 10 उत्तीर्ण करे विद्यार्थियों का कक्षा 11 में प्रवेश सुनिश्चित कराएं। संबंधित संस्था प्रमुख अपनी पोषक शालाओं से संपर्क करते हुए पास हुए सभी विद्यार्थियों को अगली कक्षा में प्रवेश दिलाएं। कोई भी बच्चा छूटना नहीं चाहिए। इस संबंध में उन्होंने चाईल्डवाईज ट्रेकिंग करने के निर्देश दिए।

गलतियों से सबक लेते हुए सुधार करें

कक्षा दसवी तथा बारहवी में कमजोर परीक्षा परिणाम वाले स्कूलों की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने निर्देशित किया कि बीते वर्ष हुई गलतियों से सीख लेते हुए भविष्य में बेहतर करने का प्रयास करें। विद्यार्थीवार कठिन अवधारणाओं का चिन्हांकन करते हुए निदानात्मक कार्यवाही करें। टेस्ट परीक्षाओं के माध्यम से बच्चों में आत्मविश्वास जाग्रत करें। उन्होंने कहा कि अतिथि शिक्षकों के चयन में पारदर्शिता रखें। संतोषजनक परीक्षा परिणाम नहीं देने वाले अतिथि शिक्षकों की सेवाएं इस वर्ष नहीं लें।

प्रोजेक्ट ज्ञानार्जन से जुड़ने विद्यार्थियों को प्रेरित करें

कलेक्टर ने कहा कि प्रोजेक्ट ज्ञानार्जन के माध्यम से जिले की विद्यार्थियों को नीट तथा जेइई की परीक्षा की निःशुल्क तैयारी कराई जाती है। सभी संबंधित प्राचार्य अपनी संस्था के विद्यार्थियों को पात्रतानुसार इस परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने शिक्षकों का आव्हान किया कि वे भी प्रोजेक्ट ज्ञानार्जन में एक शिक्षक के रूप में अपनी सहभागिता कर सकते हैं। उन्होंने प्रोजेक्ट ज्ञानार्जन के तहत संचालित कक्षाओं में प्रदाय की जाने वाली सुविधाओं के संबंध में भी विस्तार से जानकारी दी।

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