जिले में आयोजित किये जा रहे पोषण माह कार्यक्रम सुपोषण के लिये नया प्रयास जगह-जगह लग रहे प्रदर्शनी, हाट बाजार में दिया गया एनीमिया रोकथाम के उपाय…

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दैनिक रेवांचल टाइम्स – डिंडोरी शासन के निर्देशानुसार प्रत्येक वर्ष सितम्बर माह पोषण माह के रूप में मनाया जाता है, इसी क्रम में 01 सितम्बर 2024 से 30 सितम्बर 2024 तक पोषण माह का आयोजन किया जा रहा है,जिसमें पोषण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है। इन कार्यक्रमों के माध्यम से ग्रामीण अंचलों में प्रचार प्रसार के साथ जागरुक किया जा रहा है। इसी क्रम में जिला कार्यक्रम अधिकारी श्याम सिंगोर ने बताया कि भारत में हर साल सितंबर के महीने में राष्ट्रीय पोषण माह मनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य है कि लोगों को पोषण के बारे में जागरुक किया जाए और कुपोषण से निपटा जाए। इस अभियान के तहत, कई तरह की गतिविधियां आयोजित की जाती हैं। पोषण माह के दौरान आहार पद्धतियों में सुधार करना, बच्चों, किशोरियों, गर्भवती महिलाओं, और स्तनपान कराने वाली माताओं के पोषण पर ध्यान देना, एनीमिया की पहचान और रोकथाम के लिए जागरुकता बढाना, स्तनपान और पौष्टिक आहार से जुड़े विषयों पर ध्यान देना आदि गतिविधियां आयोजित की जा रही है। भारत सरकार के खाद्य और पोषण बोर्ड ने साल 1982 में राष्ट्रीय पोषण सप्ताह की शुरुआत की थी, यह सप्ताह हर साल सितंबर के पहले सप्ताह में मनाया जाता है।


प्रथम सप्ताह की विभिन्न गतिविधियां
शिशु को 6 माह के बाद ऊपरी आहार के विषय में महिलाओं की जानकारी दी गई। एनीमिया थीम पर महिलाओं एवं किशोरियों को एनीमिया से बचाव के तरीके एवं दवाओं की जानकारी दी गयी। पूरक पोषण आहार एवं खाद्य विविधता पर जागरुकता शिविर कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। ग्रामीण अंचलों में उपलब्ध विभिन्न खाद्य पदार्थों का आंगनवाड़ी केन्द्र में प्रदर्शन एवं इनका ऊपरी आहार में उपयोग, 06 माह के बाद ऊपरी आहार के साथ स्तनपान जारी रखना, आंगनबाड़ी केन्द्र पर मोटे अनाज / श्री अन्न पर रेसिपी प्रतियोगिता आयोजित की गयी, पोषण माह कार्यक्रम के तहत स्वस्थ्य जीवन शैली अपनाना आंगनवाड़ी केन्द्रों में पोषण वाटिका का प्रदर्शन के साथ साथ दूध एवं दूध से बने उत्पादों पर प्रचार एवं जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
द्वितीय सप्ताह की विभिन्न गतिविधियां
राष्ट्रीय पोषण माह 2024 के तहत जिले के समस्त परियोजनाओं के अन्तर्गत आंगनवाड़ी केन्द्रों में पोषण प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। पोषण अभियान के तहत आयोजित गतिविधियों में व्यंजन प्रतियोगिता, जिसमें मोटे अनाज टी.एच. आर. से बने व्यंजन, सब्जी से बने व्यंजन आदि का आयोजन किया गया। इसी क्रम में पोषण माह कार्यक्रम अंतर्गत परियोजना समनापुर के ग्राम टिकरिया में मंगल दिवस कार्यक्रम एवं कृमि नाषक (ऐल्बेंडाजोल) गोली बच्चों को खिलाई गई एवं मंगल दिवस गतिविधियां, गोद भराई एवं पोषण माह संबंधित अन्य गतिविधियों का आयोजन किया। वृद्धि माप सत्यापन कार्यक्रम पर्यवेक्षकों/परियोजना अधिकारियों के माध्यम दो वृद्धि निगरानी के महत्व पर चर्चा की गई एवं सेम/मेम वाले बच्चे की पहचान पर बता कर नागरिकों को जागरूक किया गया।

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