संस्कारधानी की फिजा बिगाड़ने वाले संगठनों पर लगाया जाए प्रतिबंध ऐसे संगठनों के पदाधिकारियों पर की जाए कड़ी कार्रवाई
राज्यपाल के नाम कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
रेवांचल टाईम्स – जबलपुर, संस्कारधानी हमेशा से ही आपसी भाईचारे का प्रतीक मानी जाती है यहां सभी धर्म जाति के लोग मिलजुल कर आपसी त्यौहार मनाते हैं और भाईचारे का पैगाम देते आ रहे हैं लेकिन कुछ आसामाजिक संगठनों द्वारा लगातार देश विरोधी गतिविधियां करते हुए शहर की शांति व्यवस्था को भंग किया जा रहा है और विशेष धर्म की धार्मिक भावनाओं को आहत करते हुए शहर की साम्प्रदायिक सौहार्द को खराब किया जा रहा है उक्ताशय का आरोप लगाते हुए मुस्लिम लीगल एड एण्ड वेलफेयर सोसायटी के पदाधिकारियों ने राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर ऐसे संगठनों पर तत्काल प्रतिबंध लगाने और उनके पदाधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की।
सोसायटी के अध्यक्ष एड.शबाब खान एवं रिजवान खान ने कहा कि जबलपुर भाईचारे का प्रतीक माना जाता है लेकिन विगत कुछ दिनों से देखा जा रहा है कि विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल, हिंदू वाहिनी सेना जैसे संगठनों द्वारा लगातार देश विरोधी गतिविधियां की जा रही है, दंगा भड़काने के लिए लोगों को उकसाया जा रहा इनके द्वारा विशेष धर्म एवं धार्मिक स्थलों पर आपत्तिजनक भड़काऊ नारेबाजी और गालियां दी जाकर धार्मिक भावनाओं को आहत करने का कृत किया जा रहा है ऐसे आसामाजिक संगठन से जुड़े लोग झूठी और भ्रामक स्थिति बनाकर शहर के साम्प्रदायिक सौहार्द को खराब करने का प्रयास कर रहे हैं ऐसे संगठनों पर तत्काल प्रतिबंध लगाकर उनके पदाधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए उन्होंने कहा कि 26 सितम्बर को जिस प्रकार से विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल द्वारा व्हीकल फैक्ट्री स्थित मस्जिद को लेकर भ्रामक स्थिति बनाई गई है उससे पूरे शहर में नफरत की फिजा घोलने की कोशिश की गई है
संगठन पदाधिकारियों ने चेतावनी देते हुए कहा शहर की कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने,शासन प्रशासन के आदेशों को खुली चुनौती देने वाले ऐसे संगठनों पर तत्काल प्रतिबंध लगाया जाए एवं उनके पदाधिकारियों पर नियमानुसार एफआईआर दर्ज की जाये ताकि भविष्य में जबलपुर की फिजा को बिगाड़ने का कोई प्रयास न कर सके और संस्कारधानी में गंगा जमुना तहजीब कायम रहे
अन्यथा हमारे द्वारा न्यायालय की शरण ली जाएगी।
वही ज्ञापन सौंपते समय मुख्य रूप से अध्यक्ष शबाब खान, रिजवान खान, फिरोज अंसारी,सलीम खान,शेख अजीम,रहीस खान,आसिफ मंसूरी,मासूम खान,ज़फ़र खान, शफी खान,मो.आदिल,सादिक,मो निजामुद्दीन, मुबारिक खान एम.एच चौधरी, मोहसिन खान मोनू,मो.रहीस,इकबाल मंसूरी, शाहिद अली सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे।