व्हाटसअप व टेलीग्राम ग्रुप में जोडकर ट्रेडिंग व इन्वेस्टमेंट के नाम से ठगी करने
अंतरराज्यीय सायबर ठग गिरोह का मंडला अंजनियां पुलिस ने किया खुलासा, सायबर ठगों ने देश के 16 राज्यों में 48 शिकायतों में 6 करोड 96 लाख रूपये (लगभग 7 करोड) से भी अधिक की की है ठगी
ग्रुप में जोडकर ट्रेडिंग वा इन्वेस्टमेंट के नाम पर चौकी अंजनियां में 17 लाख रुपये के मामले में एफआईआर
दैनिक रेवांचल टाइम्स मंडला चौंकी अंजनिया थाना बम्हनी में ऑनलाइन ट्रेडिंग के माध्यम से अच्छा मुनाफा मिलने का झाँसा देकर फ्राड कर करोडों रूपये ऐठने वाले तीन आरोपी गिरफ्तार
• आरोपियों के विरूद्ध अपराध क्रमांक 471/2024 धारा 318(4) बीएनएस का अपराध पंजीबद्ध
• शातिर आरोपियों ने देशभर में कुल 6 करोड 96 लाख रूपये ऑनलाईन ट्रेडिंग कंपनी के शेयर खरीदने, आइपीओ खरीदने का झांसा देकर राशि हडपी
• चौकी अंजनियां जिला मंडला की कार्यवाही जिसमें फर्जी कॉल सेंटर के माध्यम से करोंडों रूपये सामान्य लोगों का खाता खुलवाकर उसमें डलवाने वाली गिरोह का भंडाफोड
दिनाँक 30//09/2024 को आवेदक अंकुश झारिया निवासी ग्राम अंजनियां ने चौकी आकर एक लिखित आवेदन में दिया कि दिनांक 25.08.2024 को मोबाईल नंबर से मैसेज किया गया कि हम ऑन लाईन ट्रेडिंग के माध्यम से लोगों को अच्छा मुनाफा कमा देते हैं एवं आपके मुनाफे का 15 प्रतिशत सेवा शुल्क लेते हैं जिससे प्रभावित होकर मैंने दिनाक 26.08.20024 को इनके द्वारा भेजा गया फस्र्ट बैंक लिमि. ओ रिहान इंटरप्राइजेस के नाम से रजिस्टर्ड है एवं शाखा लुधियाना सेक्टर 32 बाच एवं आईएफएससी कोड जिसमें राशि 20.000 फोन पे के माध्यम में भेजिये जिससे मैं आपको आपके ट्रेडिंग अकाउंट से ट्रेडिंग संचालन करवा सकू ऐसा मुझे बोला गया एव मो.नं. से मुझे एक लिंक भेजी गई और ऐप डाउनलोड करने के लिये बोला गया जिसको मैंने डाउनलोड किया तो वहां कोटेक का लोगों दिख रहा था एवं कोटेक अल्टरनेट असेट मैनेजर लिमिटेड आ रहा था एवं मेरी राशि 20,000/- रु. भी दिख रही थी। इसके बाद मुझे दिनाक 28.08.2024 को फिर से बोला गया कि आप जितनी अधिक राशि जमा करेने उतना अधिक मुनाफा कमाएँगे तब किर 28.08.2024 को ही मी द्वारा संबंधित ट्रेडिंग ऐप में राशि जोड़ने के लिये बोला गया तब में यूको बैंक जो गायत्री फेशन के नाम से रजिस्टर्ड है जिसमे भी मेरे द्वारा 15,000/-रु. की राशि फिर से फोन-पे के माध्यम से भेजा गया जिसका एवं ट्रेडिंग ऐप में मुझे 15000/-रु. की राशि जुड़कर इसका मुनाफा दिखता रहा जिससे में और भी प्रभावित हो गया और दिनांक 04.09.2024 को मुझे मोबाईल से बोला गया पर्मानेंट मेंबर बनना है तो ग्रुप के प्रमुख से मोबाईल पर व्हाट्सअप के माध्यम से सम्पर्क करलें तब मैं उससे बात किया तो उसने बताया कि आप जितना ज्यादा पैसा लगाओगे और प्रोफिट कमाओगे जिससे पर्मानेन्ट बनने के लायक हो जाओगे और भी लाभ कमाने के लिये और भी रुपये जोड़ सकते हैं तब में दिनांक 04.08.2024 को मेरे पिता जी द्वारा दी हुई राशि 17,00,000/- रुपये जो उनके रिटायरमेंट से मिली थी को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की शाखा अजनिया आकर उनके द्वारा दी गयी बैंक खाता में पैसा डाल दिया। जो श्री बालाजी ट्रांसपोर्ट के नाम से रजिस्टर्ड है एवं बैंक का नाम द कॉसमॉस को ऑपरेटिव बैंक लिमि. ब्रान्च बासी जिसने मेरे द्वारा स्वयं के खाते से राशि 17,00,000/-रु. उनके खाते में आरटीजीएस के माध्यम से पहुंचा दिया गया। जिसके बाद मुझे आईपीओ खरीदने के लिये दिनांक 16.09.2024 को बोला गया फिर मैं ट्रेडिन ऐप के माध्यम से आईपीओ खरीदा जो मुझे 17.09.2024 को एप में दिखा एवं मुझे राशि 72,11,056/ अपने ट्रेडिग अकाउंट में माइनस में दिखा जिससे में बहुत चिंतित हो गया एवं पुनः इन मोबाईल नं से संपर्क किया गया तब मुझे बोला गया कि आप राशि 72,11,056/ जमा करोगे तब आपका अकाउंट फिर से चलाने योग्य होगा अन्यथा आपकी पूरी राशि डूब जायेगी इसके बाद में इन मोबाईल नंबरों द्वारा संचालित वाट्सअप ग्रुप जिसका नाम KAAMMI TRADER BASE 86 में इसकी जानकारी दी तब मुझे पता चला कि यह होता है आपको यह राशि जमा करना ही होगा अतः चिंतित अवस्था में मैने इनके द्वारा प्रदान की गई लिंक जो कोटेक के नाम से था उसके बारे में पता लगाने लगा जिससे मुझे पता चला कि यह आपके साथ धोखाधड़ी की गई है। जिसमें सायबर सैल की मदद से कई महत्वपूर्ण सुराग मिले थे जिसको कन्पर्म करने के बाद उनि. लाखन सिंह राजपूत के नेतृत्व में गुजरात रवाना हुई टीम ने गुजरात के अहमदाबाद, गांधीनगर, राजकोट, मेहसाणा में रूककर सायबर सैल व मुखबीरों के माध्यम से तीन शातिर आरोपियों विशाल झाला पिता शंकर झाला उम्र 27 वर्ष निवासी महादेव मंदिर नगर चौक वेडा थाना कलोल जिला गांधीनगर गुजरात, लक्ष्मण पिता आत्मराम ठाकौर उम्र 47 वर्ष निवासी दानज थाना कलोल जिला गांधीनगर गुजरात, नीरव पोपट पिता मनी लाल उम्र 43 वर्ष निवासी के. 1201 गाला हैवन वैष्णव देवी सर्कल के पास एस.जी हाईवे अहमदाबाद गुजरात को गिरफ्तार किया गया व अन्य आरोपीगण फरार हैं।
ये शातिर आरोपी व्हाटसअप व टेलीग्राम ग्रुप में लोगों को जोडकर ट्रेडिंग व इन्वेस्टमेंट के नाम से ठगी करते थे तथा अंतर्राष्ट्रीय सायबर ठगों ने देश के 16 राज्यों में 48 शिकायतों में 6 करोड 96 लाख रूपये (लगभग 7 करोड) से भी अधिक की ठगी की है। देश के राज्य दिल्ली, हरियाणा, महाराष्ट्र, तमिलनाडू, उत्तरप्रदेश, गुजरात, आन्ध्रप्रदेश, हिमाचल प्रदेश, केरल, कर्नाटक, उडीसा, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, बिहार, छत्तीसगढ व मध्यप्रदेश सहित 16 राज्यों में ठगी की है। शातिर आरोपियों की मोडस ऑपरेंडी ये थी कि ये लोग लोगों को कंपनी के आइपीओ खरीदने व ऑनलाईन आइपीओ खरीदने का झांसा देते थे तथा गरीब मजदूर वृद्ध लोगों के बैंकों में खाता खुलवाकर उनकी चैक बुक में उनके हस्ताक्षर करवाकर खुद रखते थे जिनके खातों में ये कॉल सेंटर के माध्यम से इन्वेस्टमेंट के नाम पर पैसा जमा करवाते थे फिर उनकी चैक बुक के माध्यम से खुद जाकर बैंक से पैसा निकालकर शेयरिंग करते थे।यह गिरोह देश के बडे शहरों में अपना फर्जी कॉल सेंटर संचालित करते हैं जिसमें से एक टीम फर्जी कॉल सेंटर चलाती है तथा दूसरी टीम पैसा विड्राल कराती है। और इसमे कई फर्जी सिम कार्ड का इस्तेमाल करते हैं। और देश के कई राज्यों में इनकी टीमें काम कर रही है। इस प्रकार के गंभीर प्रवृत्ती के अपराध करने वाली गैंग को करीब एक सप्ताह की कडी मेहनत व विपरीत परिस्थितियों में गुजरात राज्य में सायबर सेल के सहयोग से काफी प्रयासो के बाद गिरफ्तार करने में सफलता मिली है। जो मंडला मध्यप्रदेश पुलिस की एक बडी उपलब्धि है। उक्त स्पेशल टीम में चौकी प्रभारी अंजनियां उनि. लाखन सिंह राजपूत, सउनि. अशोक चौधरी, प्र.आर. भूपेन्द्र धुर्वे, आर. सुनील सिंह, आर. कीर्ति कुमार, आर. विलेन्द्र नायक, आर. अंचल बघेल एवं सायबर सेल टीम की विशेष भूमिका रही।