ग्राम पंचायत गौराछापर तालाब निर्माण कार्य के दस्तावेज देने से डर रहे सचिव सरपंच
रेवांचल टाईम्स – मंडला, जिले की जनपद पंचायत नैनपुर की ग्राम पंचायतों में भी भ्रष्टाचार चरम में है मनमाने तरीके से सरकारी धन का उपयोग कर भ्रष्टाचार ग़बन घोटाले किये जा रहे है क्योंकि जिम्मदारों ने अपनी जेबें भरने के लिए नियम कानून को दरकिनार करते हुए खुली छूट दे दी हैं।
वही सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार नैनपुर की ग्राम पंचायत गौराछापर के ग्राम मुरली टोला में तालाब निर्माण कार्य किया जिसमें भारी भ्रष्टाचार किये जाने के आरोप लग रहे है, औऱ ऐसा सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार किया गया जहाँ पर सुनकर ही लगता है कि मंडला जिला अजब औऱ गजब है जहाँ पर एक ही जगह पर दो तालाबों का निर्माण कार्य किया गया है, पर लोगो को एक तालाब खुली आँखों से दिखाई पड़ रहा और एक तालाब बन्द आँखों से यानी कि सपने में दिखाई पड़ रहा है ग़ज़ब पर सही हैं औऱ इस ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव, रोजगार सहायक, उपयंत्री, औऱ जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को पुरस्कार मिलना चाहिए कि कैसे एक तालाब के ऊपर ही दूसरा तालाब बना दिये जिसे कहे कि डबल मंजिल का तालाब बना दिया और वह तालाब स्थानीय लोगों के साथ साथ मीडिया की भी सुर्खियों में बना हुआ हैं और जब उस तालाब में व्यय शासकीय राशि की माँग सुचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगने पर सचिव सरपंच देने से आनाकानी कर रहें हैं, औऱ आवेदन लेने से मना कर दिया फिर आवेदक संजय कुम्हरे ने प्रथम अपील जनपद पंचायत नैनपुर सीईओ को किया गया पांच तारीख को जनपद पंचायत के अधिकारी ने संजय कुम्हरे और सचिव सरपंच को जनपद पंचायत नैनपुर में बुलाया गया मगर दस्तावेज देने से सरपंच भागीरथी गोंड ने मना कर दिया और भागीरथी गोंड सरपंच के द्वारा संजय कुम्हरे को कहने लगी कि पंचायत में जितने भी निर्माण कार्य होता है, सभी कामों में रोक लगाता है कोई काम नहीं करने देता है कहती हैं। संजय कुम्हरे ने सरपंच भागीरथी गोंड को कहा हवा में तीर मत मारो जो भी निर्माण कार्य में रोक लगाया हूं वह आवेदन है तो दिखा दो सरपंच की हों गंई बोलतीं बंद निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार नहीं हुआ है तो दस्तावेज देने में डर क्यों लग रहा है सरपंच सचिव को औऱ ऐसे कब तक सरपंच सचिव डकैत बन कर सरकारी योजनाएं में सरकार से मिले धन पर डाका डालते रहेगें औऱ जिम्मेदार अपनी आँखें मूंदे रहेंगे।