मंडला के सामुदायिक पोषण वाटिका के कार्यों की राज्य स्तर पर सराहना
राज्य स्तर पर मंडला के सीएनजी माडल की सराहना
मंडला 21 मार्च 2025
शासन की मंशानुरूप जिला प्रशासन और स्वयंसेवी संस्थाओं के सतत प्रयास से मंडला जिले का नाम नवाचार और अच्छे मॉडल के लिए सुर्खियों में आ रहा है। भूमिहीन एवं अतिगरीब परिवारों के आजीविका निर्माण और पोषण को बढ़ाने के लिए सामुदायिक पोषण वाटिका स्थापित कर, किए गए प्रयासों को राज्य स्तर पर सराहा गया है। शासन के निर्देशानुसार और मनरेगा, आजीविका मिशन और प्रदान संस्था के संयुक्त तत्वाधान में राज्य में 2000 सामुदायिक पोषण वाटिका का संचालन किया जा रहा है। गांव में उपलब्ध पड़त सामुदायिक भूमि को भूमिहीन एवं अतिगरीब परिवारों के स्व-सहायता समूहों को दिया गया है। रोजगार गारंटी, आजीविका मिशन, प्रदान संस्था और अन्य विभागों के समन्वय से यहाँ पर फलदार पौधे जैसे आम, नीबू, अमरूद, लगाये गये साथ ही औषधीय पौधे जैसे नीम, सब्जी और मिलेट्स की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। यह खेती पूर्णरूप से जैविक और प्राकृतिक तरीके से की जा रही है। जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में मंडला जिले में इस प्रकार के कुल 27 सामुदायिक पोषण वाटिका स्थापित है जिससे 315 परिवारों को लाभ मिल रहा है। साथ ही इससे लगभग 100 एकड़ पड़त भूमि को उपजाऊ किया गया है। मॉडल वाटिका के रूप में राज्य स्तर पर 200 और जिला स्तर पर 11 वाटिकाओं को विकसित किया गया है।
21 मार्च को विकास भवन भोपाल में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यशाला आयोजित की गई थी। इसमें राज्य में उत्कृष्ट कार्य करने वाले जिलों को अपने कार्य की प्रस्तुति करने का अवसर मंडला जिले को भी प्राप्त हुआ था। मंडला जिले की ओर से जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री श्रेयांश कूमट ने सीएनजी के विषय पर प्रस्तुति दी, जिसे राज्य स्तर पर सराहा गया। साथ ही मंडला से मॉडल सामुदायिक पोषण वाटिका सकरी के सदस्यों सम्मल बाई एवं हरिवती ने पोषण वाटिका से संबंधित अपना अनुभव साझा किया। इस कार्यक्रम में सहायक यंत्री, एपीओ, आजीविका मिशन ब्लॉक प्रबंधक, सरपंच, स्वसहायता समूह की दीदीयाँ सामुदायिक पोषण वाटिका एवं प्रदान टीम के सदस्य शामिल हुए।
मंडला जिले द्वारा पोषण वाटिका के कार्य को बेहतर क्रियान्वित किये जाने हेतु विभागों की मुख्य भूमिका में मनरेगा, आजीविका मिशन, उद्यान विभाग, कृषि विभाग, प्रदान संस्था से साझा प्रयास कराते हुए कलेक्टर श्री सोमेश मिश्रा के मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में उक्त कार्य का सम्पादन किया गया।
