रेवांचल की खबर का असर… बिछिया जनपद की ग्राम पंचायतो में हो रहा खुला भ्रष्टाचार का धंधा, शिकायतो के बाद भी नही हो रही कार्रवाई…
समाचार पत्र और शिकायत के बाद किये गए भ्रष्टाचार को छुपाने लगाई मशीन जांच के डर के कारण...
रेवांचल टाइम्स – मंडला, आदिवासी बाहुल्य जिले में आए दिन भ्रष्टाचार की शिकायत मिल रही है देखने एवं सुनने में आ ही जाता है रिश्वत लेते हुए कई लोग गिरफ्तार हो चुके है, इतना सब होने के बाद भी शासकीय कर्मचारियों को अभी तक कोई सीख नहीं मिली है आए दिन नए-नए तरीके से भ्रष्टाचार कर शासकीय पैसों की होली खेली जाती है इसके लिए नए-नए तरीके अपनाये जाते है और बिना कार्य किये फर्जी बिल पोर्टल में लगा कर सरकारी राशि का आहरण कर कागजो का पेट भर दिया जाता है।
और ऐसा जिले की एक पंचायत का हाल नहीं है बल्कि पूरे जिले की जनपदों के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायतो का है और सरकारी धन में भ्रष्टाचार आज आम हो चुका है ग्राम पंचायतों में खुलेआम ठकेदारी, कमीशन ख़ोरी और ये सब सत्ता पक्ष और विपक्ष दल के कार्यकर्ता ही जनप्रतिनिधियों से काम लाकर कार्य कर रहे और अनेको बार तो स्वयं निर्माण एजेंसी को पता ही चल पाता हैं और अनेको पंचायतों में बाज की तरह नज़रे गड़ाये सरपंच, एक ऐसा काम कुछ भी नही हुआ और पोर्टल बिल लग गए और राशि आहरण कर ली गई स्थानीय लोगो को पता ही नही चला है।
ऐसा ही मामला मंडला जिले के प्रसिद्ध कान्हा नेशनल पार्क के पास चरगांव ग्राम पंचायत का सामने आया जिसमें सरपंच सचिव रोजगार सहायक उपयंत्री के द्वारा सन 2020-21 में तालाब विस्तारीकरण का पैसा निकाल कर राशि हड़प कर गए जबकि तालाब तो दो दशक के पहले से बना हुआ है। वही जब रेवांचल टाईम्स की टीम ने ग्राम वासियों से बात हुई तो ग्राम वासियों ने बताया कि विगत वर्ष उमरडीह और छिछारी में स्टाप डेम का निर्माण कराया गया था जिसमे बीस मजदूरों का भुगतान नही किया गया है। और कार्य पूर्ण हो गया और भुगतान भी हो गया और पंचायत के जिम्मेदारो की सहमति से अपने चहेतों का नाम मस्टर में भरकर राशि निकल ली जाती है सरपंच अपने बेटे बेटियों, रिश्तेदारो के नाम पर एजेंसी बनाकर फर्जी बाड़ा करते हुए राशि आहरण कर ली, जिसकी शिकायत ग्रामीणों के द्वारा जनसुनवाई में की गई किये गए भ्रष्टाचार और हुई शिकायत की जानकारी लगते ही रेवांचल टाईम्स ने अपने समाचार पत्र में पूरी ख़बरे लगाई और जिम्मेदार वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया इसके उपरांत आनन फ़ानन में पंचायत द्वारा दिखावे की कार्यवाही करते हुए बेहाटोला टोला तालाब में कार्य शुरू किया गया पर बिना मस्टरोल के ही और जब उस कार्य के पहले ही मास्टर निकाल लिए गए है तो फिर जो कार्य पुनः किया जा रहा है उसमें मजदूरों को कहाँ से भुगतान किया जायेगा और इसके लिए फिर एक सरकारी राशि मे भ्रष्टाचार किया जायेगा और ये सिलसिला यू चलता रहेगा, वही मौके में चल रहे कार्य मे जो मजदूर लागये गए है उन मजदूरों की हाजरी रफ रजिस्टर में भरी जा रही हैं जो कि नियम विरूद्ध है वर्तमान समय में कार्य प्रारंभ होने के पहले ऑनलाइन द्वारा मस्टर रोल निकाला जाता है पुनःपंचायत फिर से इस काम में भ्रष्टाचार करने की फिराक में नजर आ रही है यही स्थिति कछारी तालाब में नजर आई यहां भी मस्टर रोल की जगह मजदूर की हाजिरी रजिस्टर में भरी जा रही है ऐसे में फिर यही प्रश्न उठता है कि इन मजदूरों को प्रतिदिन कितना पैसा पंचायत द्वारा दिया जाएगा यह किसी को नहीं मालूम इसी तरह इसी पंचायत में नाडेप निर्माण का का कार्य 17/ 7/ 2020 को शुरू होकर 17/ 10/ 2020 को खत्म हो गया था मगर इस उपरांत पंचायत में एक भी नाडेप का निर्माण नहीं किया गया था और राशि आहरण की गई थी 50 की संख्या में नाडेप का निर्माण होना था मगर राशि पहले ही निकाल ली गई थी जब ग्राम वासियों के द्वारा विरोध किया गया तब नाडेप बनाये गए वो भी कम बनाये गए है पंचायत के द्वारा खुला भ्रष्टाचार किया जा रहा है वही सरपंच के बेटे के नाम पर माँ अंबे ट्रेडर्स बनाकर वर्ष 2023 में क्रमशः 8/10/2023 को 16000 हजार और साथ ही 14550 रुपये एवं 58200 रुपये का भुगतान एक ही दिनांक मे कर लिया गया है इतना बड़ा सरकारी पैसो में भ्रष्टाचार और गबन के बाद भी कार्यवाही नही हो रही है जबकि दस्तावेज स्वयं ही चीख चीख कर कह रहे है, दंडात्मक कार्यवाही होगी या फिर जाँच के नाम पर लिपा पोती कर कागजो का पेट भर दिया जायेगा। वही शिकायत और पेपर बाजी के बाद सरपंच सचिव तो स्वीकृत राशि अपने चहेतों के नाम के बिल लगा कर आहरण कर लिए और पूरी राशि निकाल कर ख़ा गए अब जांच के डर के कारण किये गए भ्रष्टाचार को छुपाने को लेकर तालाब में मशीन लगाकर काम करवा रहे थे पर जागरूक नागरिक ने देख कर फिर शिकायत की तो चल रहे कार्य स्थल से जे सी बी मशीन संचालक भाग खड़ा हैं।
या फिर पंचायत की वसूली निकालकर फिर से पुनः भ्रष्टाचार के लिए प्रेरित किया जायेगा ।
इनका कहना
वर्ष 2023 में ग्राम पंचायत में उमरडीह में स्टापडेम में 22 दिन मजदूरी किये थे जिसका पैसा आज दिनांक तक नही मिला है ग्राम पंचायत में काम करो पर पैसा नही दिया जाता है इससे अच्छा है कि बाहर जाकर मजदूरी कर ले।
रघुवीर मर्सकोले
ग्रामवासी चरगांव
चारगांव के छिछारी और बैहाटोला तालाब में 15/02/2024 से काम चालू हुआ है तालाब के आस पास झाड़ी सफाई का कार्य चल रहा है मस्टरोल नहीं मिला है मजदूरों की हाजरी रफ रजिस्टर में भरी जा रही है।
बालमुकुंद
मेट ग्राम चरगांव
आज जो काम दिखाई दे रहा है इस कार्य की राशि पूर्व में निकाल ली गई है इस पंचायत में भ्रष्टाचार अपने चरम पर है और शिकवा शिकायत के बाद भी कोई सुनने वाला नही है जांच भी होती जिसमे लीपापोती कर मिलबाट कर सरकारी पैसा ख़ा रहें।
लोकमन उइके
ग्राम वासी चरगांव
पुराने तालाब में मनरेगा के अंतर्गत पुराने तालाब का विस्तारीकरण का कार्य चल रहा है जो राशि पूर्व में निकाल ली गई है उसमें सभी की सहमति थी।
प्रकाश चन्द्र सैयाम
रोजगार सहायक
ग्राम पंचायत चरगांव
शिकायत और समाचार में खबर छपने के बाद सरपंच सचिव द्वारा तालाब में किये गए भ्रष्टाचार छुपाने को लेकर जे सी बी मशीन लगाकर काम चालू कर दिया जिसमें होनी वाली जांच से बच सके पर।
स्थानीय ग्रामीण