अमावस्या तिथि के दिन भूलकर भी ना करें ये कार्य, जीवन में उत्पन्न हो सकती है परेशानियां
सनातन धर्म में पूजा-पाठ और स्नान-दान के लिए अमावस्या तिथि को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अमावस्या तिथि के दिन पूजा-पाठ करने से कालसर्प दोष, शनि दोष और पितृ दोष से मुक्ति प्राप्त हो जाती है. साथ ही जीवन में आ रही कई प्रकार की समस्याएं दूर हो जाती है. वैदिक पंचांग के अनुसार, आज फाल्गुन अमावस्या व्रत रखा जा रहा है. आज के दिन पूजा-पाठ के साथ-साथ कुछ विशेष नियमों का पालन करने से पूजा का फल प्राप्त होता है. आइए जानते हैं-
फाल्गुन अमावस्या पर करें ये काम (Falgun Amavasya 2024 Do’s)
- शास्त्रों में बताया गया है कि अमावस्या के दिन पवित्र नदी में स्नान-ध्यान जरूर करना चाहिए और इस दिन पितरों को तर्पण प्रदान करना चाहिए. ऐसा करने से जीवन में आ रही समस्याएं दूर होती है.
- अमावस्या तिथि के दिन दान का विशेष महत्व है. इसलिए आज के दिन किसी जरूरतमंद व्यक्ति को अनाज, वस्त्र, तिल, घी, कंबल और गौशाला में गाय के भोजन दान करना चाहिए. ऐसा करने से भी कई प्रकार के दोष दूर हो जाते हैं.
- पितृदोष से मुक्ति के लिए अमावस्या तिथि के दिन पीपल और तुलसी के पौधे की उपासना करनी चाहिए. साथ ही इस दिन भगवान शिव की विशेष उपासना करनी चाहिए. इस उपाय का पालन करने से कालसर्प दोष से मुक्ति प्राप्त हो जाती है.
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फाल्गुन अमावस्या के दिन भूलकर भी ना करें ये कार्य (Falgun Amavasya 2024 Don’ts)
- फाल्गुन अमावस्या के दिन शुभ कार्य नहीं करना चाहिए. साथ ही इस दिन कपड़े की खरीदारी या नए कार्य की शुरुआत भी नहीं करनी चाहिए. ऐसा करने से कार्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है.
- अमावस्या तिथि के दिन बाल धोने की मनाही है. साथ ही इस दिन नाखून या बाल नहीं कटवाना चाहिए. इसे अशुभ माना जाता है और इसके कारण कई प्रकार की शारीरिक समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं.
- अमावस्या तिथि के दिन सकारात्मक रहने का प्रयास करें. अमावस्या नकारात्मक शक्तियों के प्रबल होने का खतरा बना रहता है. इस विशेषण पर मन में कोई भी ऐसी बात ना लेकर आएं, जिससे इसका प्रभाव जीवन पर पड़े. साथ ही आज के दिन मनुष्य, पशु-पक्षी या पेड़-पौधे का अनादर न करें.