ट्रक में लगी आग हादसा या आपराधिक षड्यंत्र…?
रेवांचल टाईम्स – मध्यप्रदेश सहित भारत के अन्य हिस्सों में आए दिन रुई की गठानों से भरी ट्रक में आग लगने की खबरें देखने पढ़ने को मिल रही है। इन खबरों में अमूमन एक जैसी कहानी सामने आती है, जिसमे ट्रक की किस्त भरने में नाकाम ट्रक मालिक संगठित आपराधिक गिरोह के चक्कर में फर्जी तरीके से बीमा प्राप्त करने की लालच में अपने ही स्वामित्व की ट्रक में आग लगाने की घटना को अंजाम देते है। आगजनी या आपराधिक षड्यंत्र की इन घटनाओं के वक्त इन ट्रकों में अधिकतर रुई की गठानें भरी होना पाया जाता है। संगठित गिरोह ट्रक में आग लगाने से पूर्व उच्च गुणवत्ता की रुई की गठानें ट्रांसपोर्ट के माध्यम से पहले तो ट्रक में लोड करतें है। आग लगाने के अपराध को करने से पूर्व ट्रक में भरी उच्च गुणवत्ता की रुई की गठानों को खाली कर उसके स्थान पर खराब या कम कीमत की रुई की गठानों को ट्रक में लोड किया जाता है। उच्च गुणवत्ता की रुई की गठानों को बेचकर भी अवैध रूप से लाभ अर्जित करने की मंशा होती है।
मध्यप्रदेश सहित भारत के विभिन्न प्रदेशों में अपराधियों का संगठित गिरोह योजनाबद्ध ढंग से रुई की गठानों से भरी ट्रकों में आग लगाने की घटना को अंजाम दे रहा है। पुलिस ने बहुत से मामलों में ट्रांसपोटरो एवं गठान मालिको की शिकायतों पर इस प्रकार के अपराधों का पर्दाफांस करते हुए अपराधियों को जेल की सलाखों के पीछे भी भेजा है।ट्रक में आग के ऐसे भी मामले है, जिनकी जांच होना चाहिए जो महज आगजनी के रूप में दर्ज हुए जिसमें आपराधिक गिरोह को ट्रक का फर्जी बीमा भी मिल गया। जिसने इन गिरोह की आपराधिक मंशा को अधिक बड़ा दिया है।कुछेक मामलो में संगठित इन गिरोह की पुलिस से निकटता के प्रमाण भी मिले है। संगठित रूप से रुई की गठानों से भरी ट्रक में आग लगाने की यह घटनाएं हमारे समाज में अवैध रूप से लाभ कमाने की लालच में अपराधिक प्रवृत्ति में बढ़ोतरी का कारण बन रही है। पुलिस को चाहिए इस प्रकार के अपराधों से जुड़े गिरोह की मंशा को जगजाहिर करें। आगजनी की जांच कर उसमे आपराधिक षड्यंत्र और धोखाधड़ी की परतों को तलाशे अपराधियों को बेनकाम करें। इस प्रकार का ताजा घटनाक्रम 9 मई 2024 को सिवनी जिले के कुरई थाने का है। जिसकी रिपोर्ट काफी जद्दोजहद के बाद लिखी गई। गठान मालिक की दृढ़ता के बाद आगजनी एफआईआर में तब्दील हो सकी। चालक गोलू उर्फ त्रिलोक राजपूत उम्र 34 वर्ष निवासी बड़वाह ने पुलिस को आगजनी की सूचना देते हुए बताया मैं ट्रक का चालक हूं। ट्रक का मालिक टीपू भैय्या है, जो शहर तराना का रहने वाला है। दिनांक 5 मई 2024 को तेलंगाना के भैसा शहर से काटन फैक्ट्री से 150 नग रूई की गठानें भरकर 6 मई को सुबह 11 बजे मध्यप्रदेश के बुधनी के लिए निकला था। रास्ते में गाड़ी का ब्रेक फेल हो गया। गाड़ी का काम करवाकर खवासा से आगे गाड़ी रात में चल रही थी करीब 3 बजे रात में गाड़ी का तीसरी बार ब्रेक फेल हुआ गाड़ी कंडक्टर साइड डीवाईडर से टकराने से गाड़ी में शार्ट सर्किट से आग लग गई। ट्रक में रखी रुई की गठानें, मेरा मोबाइल सब ट्रक में जल गया है। कुरई थाना पुलिस ने आगजनी की चालक द्वारा दी गई सूचना पर जांच करने के उपरांत ट्रांसपोर्टर, माल मालिक एवं अन्य लोगो के बयान पर ट्रक चालक गोलू ,सहयोगी चैनसिंह, विजय परनाम, मनीष गुजर, प्रीतम प्रजापत आदि के खिलाफ आपराधिक षड्यंत्र और अमानत में खयानत का अपराध पंजीबद्ध किया गया। इस सम्पूर्ण घटनाक्रम में योजनाबद्ध रूप से आगजनी की घटना को अंजाम दिया गया लगता है। घटनाक्रम में गिरोह की संलिप्तता भी प्रथम दृष्ट्या नजर आती है। यह घटना भी ट्रक का फर्जी बीमा प्राप्त करने के उद्देश्य से, उच्च गुणवत्ता की रुई की गांठों को बेचकर लाभ कमाने की नियत से कारित होना प्रतीत होती है। प्रकरण के अनुसंधान में बहुत सी बातें स्पष्ट हो सकेगी।
कुरई जिला सिवनी में घटित ट्रक में आग लगाने की घटना से मिलती जुलती अनेकों घटनाएं घटित हुई जिसमे पुलिस ने घटना से पर्दा उठाकर अपराधियों को बेनकाम किया है। इसी तरह की एक घटना राजस्थान सोजत जिला पाली में 22 नवम्बर 2020 की घटित हुई सोजत पुलिस ने राष्ट्रीय राजमार्ग 162 पर पाली की तरफ वाले हाइवे पर स्थित होटल से रुई की गाठों से भरा ट्रक चोरी होने तथा बाद में उसमे आग लगाए जाने की घटना की गुत्थी सुलझाने हुए दो लोगो को गिरफ्तार किया। 24 वर्षीय ट्रक चालक व मालिक हसन खान मिरासी पुत्र इंसाफ खान निवासी रणजी गांव बोरुंदा जोधपुर तथा ब्यावर निवासी व्यापारी कमल जैन पिता विजयराज जैन को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार ट्रक मालिक हसन खान खुद चालक भी था।जिसने ट्रक फाइनेंस पर ले रखा था। उस पर सात आठ लाख रु कर्जा चढ़ गया था। कर्ज उतारने, किश्तों से छुटकारा पाने तथा ट्रक बीमा क्लेम पाने की मंशा से उसने मेड़ता गुजरात पहुंचाने के लिए पहले रुई की 92 गठान ट्रांसपोर्ट से हासिल की। उसके बाद अपने रिश्तेदार हकीम खान निवासी बावरली व रणजी गांव के दोस्त जीतू माली की मदद से करीब 15 लाख रु की 69 गठानों को ब्यावर निवासी व्यापारी कमल जैन को 11 लाख रु में बेचा उसके बाद फर्जी कहानी गड़ते हुए बची गठानों से भरे ट्रक में आग लगाने के आपराधिक कृत्य को अंजाम दिया। इस मामले में पुलिस ने सिलसिलेवार तरीके से अपराधियों को बेनकाब किया। फर्जी तरीके से बीमा क्लेम प्राप्त करने, रुई की गठानों को बेचने का खुलासा भी किया।
सुनियोजित साजिश और ट्रक जलाने की हुबहू घटना को 15 अप्रैल 2022 को सुबह 4:30 बजे मल्लारगढ़ के ग्राम सुठोद के करीब स्थित हाइवे पर भी अंजाम दिया गया था। इस मामले में सेंधवा के विशाल ट्रांसपोर्ट के संचालक गौरव जोशी की शिकायत पर पुलिस द्वारा गंभीरता दिखाते हुए मामले का खुलासा किया था। ट्रक में भरी गुणवत्तापूर्ण रुई की गाठें निकालकर उसमें खराब रुई की गाठें भरकर ट्रक में आग लगाने की घटना के आरोपियों का पर्दाफांस मंदसौर जिले की मल्लारगढ पुलिस ने किया था। घटना का मुख्य सूत्रधार बड़वानी जिले की अंजड़ तहसील का निवासी शशांक कमल पाटीदार सहित आरोपी आशीष मोरे, आमिर उर्फ आमू निवासी ठीकरी ने उक्त अपराध की घटना को अंजाम दिया था। इस प्रकरण में पुलिस की संलिप्तता भी सामने आई थी। मंदसौर के पुलिस अधीक्षक अनुराग सजनिया ने पुलिस थाना मल्हारगढ़ के सब इंस्पेक्टर प्रेमसिंह रावत और गरोठ के प्रधान आरक्षक दशरथ मालवीय की संदिग्ध भूमिका के कारण उन्हें निलंबित भी किया था। रुई की गठानों से भरे ट्रकों से गुणवत्तापूर्ण माल निकालकर दोयम दर्जे का हल्का माल भरकर ट्रक में आग लगाने की घटनाओं की कहानी मिलती जुलती है। अच्छे माल को बेचकर लाभ कमाने, ट्रक में आग लगाकर क्लेम प्राप्त करने की आपराधिक मंशा के चलते इस प्रकार के घटनाक्रम बढ़ रहे है। सिवनी के कुरई थाना अंतर्गत घटित घटना भी इसी प्रकार की कहानी का हिस्सा हो सकती है। अपराध की ऐसी कहानी अनेकों जगह दोहराई गई और दोहराई जा रही है। ऐसी ही घटना इंदौर के निकट पीथमपुर की सागौर थाने में दर्ज हुई थी। 18 फरवरी 2022 को 100 गठानों से भरा ट्रक क्रमांक 18 /6384 आगरा मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग पीथमपुर में नेट्रेक्स गेट के समीप योजनाबद्ध रूप से आग के हवाले कर दिया। पुलिस ने इस प्रकरण में आरोपी वाहन मालिक कलीम शेख, शाहरुख, अबरार, इमरान शेख, मिंजला उर्फ विनोद सभी निवासी बड़वानी एवं सेंधवा को आरोपित किया था। समाज में आपराधिक मानसिकता का बढ़ना चिंताजनक है। ऐसे मामलो में पुलिस की संलिप्तता और अधिक चिंताजनक है। मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्यो की पुलिस को गठानों से भरे ट्रकों में आगजनी की घटनाओं में आपराधिक षड्यंत्र की जांच का नजरिया भी रखना चाहिए। ताकि आपराधिक मानसिकता के संगठित गिरोह के अवैध एवं नियम विरुद्ध कृत्य पर विराम लगाया जा सके। देश की संपत्ति के नुकसान को भी रोका जा सके। रुई की ट्रक में लगी आग महज हादसा नहीं आपराधिक षड्यंत्र भी हो सकता है।
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नरेंद्र तिवारी पत्रकार