तकनीकी उपयोग में आवश्यक है,साइबर जागरूकता तकनीक का उपयोग एवं साइबर सुरक्षा पर हुआ वेबीनार….
दैनिक रेवांचल टाइम्स ..शासकीय महाविद्यालय करंजिया जिला डिंडोरी में शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास महाकौशल प्रांत एवं उच्च शिक्षा विभाग मध्य प्रदेश शासन भोपाल के निर्देशानुसार महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो प्रमोद कुमार वासपे के मार्गदर्शन में तकनीकी प्रयोग एवं साइबर जागरूकता विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन किया गया। जिसमे मुख्य अतिथि प्रो. कपिल देव मिश्र, पूर्व कुलपति रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर, संरक्षक के रूप में डॉ संतोष जाटव, अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा विभाग जबलपुर संभाग, संरक्षक डॉ एस के बर्मन प्राचार्य शासकीय चंद्र विजय महाविद्यालय, विशिष्ट अतिथि डॉ रंजन द्विवेदी,क्षेत्रीय संयोजक, शोध प्रकल्प, शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास, मुख्य वक्ता योगेन्द्र रिशीश्वर पुणे, विजय मिश्रा पुणे महाराष्ट्र, डॉ विकास जैन अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि प्रो कपिल देव मिश्र ने साइबर अटैक,छात्रों को विद्या ज्ञान एवं तकनीक का प्रयोग एवं साइबर जागरूकता पर प्रकाश डालते हुए बताया की किस प्रकार वर्तमान समय में साथ छात्राएं एवं युवा पीढ़ी तकनीकी के प्रयोग द्वारा साइबर क्राइम का शिकार हो रही है किस प्रकार हम अवेयरनेस के द्वारा इस प्रकार की धोखाधड़ी से बच सकते हैं युवा पीढ़ी तकनीकी का उपयोग सर्वाधिक करती है आता है तकनीक का प्रयोग तो करना है किंतु सावधानीपूर्वक जय हमारे लिए एक चैलेंज है कि हम तकनीक का उपयोग करते हुए उनके पॉजिटिव पहलुओं को देखें और नकारात्मक परिणाम से सावधान रहें।
मुख्य वक्ता के रूप में श्री योगेन्द्र रिशीश्वर सीनियर मैनेजर कॉग्निजेंट टेक्नोलॉजी पुणे ने सारगर्भित शब्दों में गायत्री मंत्र की उपगोगिता साइबर से संबंधित,साइबर अवॉर्नेस ,सॉफ्टवेयर रिकवरी ,तकनीकी महत्व पर प्रकाश डाला ।रिशिश्वर ने फेक वेबसाइट ,वायरस ,मैलवेयर,पासवर्ड इत्यादि को बेसिक से बहुत ही ओजस्विता पूर्वक समझाया श्री विजय मिश्र सीनियर सॉफ्टवेयर मैनेजर ट्रिंटेक टेक्नोलॉजी पुणे ने सनातन से तकनीकी महत्व ,साइबर सुरक्षा ,कृतिम बुद्धिमत्ता,मशीन लर्निंग और क्लाउड कम्प्यूटिंग की उपगोगिता पर बेहतरीन ढंग से मार्गदर्शन किया । डॉ. विकास जैन, राज्य वन अनुसंधान संस्थान द्वारा सिक्योरिटी ब्रीच एवं साइबर सुरक्षा इत्यादि पर बेहतरीन तरीके से प्रकाश डाला। कार्यक्रम समन्वयक डॉ शमशेर बहादुर पटेल ने डाटा प्राइवेसी पर प्रकाश डालते हुए फाइनेंशियल फ्रॉड,डाटा एनक्रिप्शन,CIA, सॉफ्टवेयर जागरूकता और साइबर सिक्योरिटी पर विस्तार से चर्चा की।डॉ कृष्ण कुमार द्विवेदी प्राध्यापक अर्थशास्त्र ने फिशिंग,हैकिंग और तकनीकी महत्व,सॉफ्टवेयर एनालिसिस पर रोचक तरीके से प्रस्तुति दी। डॉ रुचि नंदनवार एवं डॉ अनीता पटेल ने भी सहृदय पूर्वक अपने अपने पक्ष छात्रों के समक्ष साइबर जागरूकता और तकनीकी प्रयोग पर सराहनीय तरीके से रखे। कार्यक्रम का आभार डॉ प्रीति पांडेय द्वारा दिया गया। महाविद्यालय के स्टाफ एवं कर्मचारियों की सक्रिय भूमिका रही।इस वेबीनार में 200 से अधिक प्रतिभागियों ने सफलता पूर्वक रजिस्ट्रेशन किया।
कार्यक्रम का संचालन अजय सिंह द्वारा किया गया।