अभियान के अंतर्गत मंडला पधारे विशेष पुलिस महानिदेशक सायबर स्पेस में स्वयं को सुरक्षित रखने के बतायें उपाय
दैनिक रेवांचल टाइम्स मंडला अभियान के अंतर्गत डॉं. वरूण कपूर विशेष पुलिस महानिदेशक द्वारा दिनांक 22.06.2024 को मोनफोर्ड स्कूल मंडला के विद्यार्थिओ के लिये साइबर अपराध जागरूकता एवं बचाव विषय पर आयोजित 684 वीं कार्यशाला में सायबर जागरूकता एवं सुरक्षा के संबंध में दी गई महत्वपूर्ण जानकारी सायबर अवेयरनेस कार्यशाला में आईजी, एसपी व स्कूल के टीचर्स एवं छात्र छात्राएं रहे उपस्थित
डॉं. कपूर द्वारा कार्यशाला में उपस्थित श्रोताओं को संबोधित करते हुये बताया कि सायबर अपराध आज के दौर की सबसे बड़ी चुनौती बन गया है। सायबर अपराध किसी के साथ भी घटित हो सकता है क्योंकि सायबर अपराध असली दुनिया के अपराध से भिन्न है। यहॉं असली दुनिया की मानसिकता को सायबर स्पेस में लागू नहीं किया जा सकता है और यदि ऐसा करते है तो हम खतरे में पड़ सकते हैं। हमें अपनी मानसिकता को बदलना होगी जो सायबर वर्ल्ड के लिये जरूरी है। सायबर वर्ल्ड में सुरक्षित रहने का एकमात्र तरीका है हमारी जागरूकता एवं सतर्कता। हमारी सुरक्षा इस बात पर निर्भर करती है कि हम सायबर स्पेस में कितने जागरूक हैं।उन्होंने कहां सायबर अपराध बुलिंग, ग्रुमिंग, स्टॉकिंग, फिशिंग के माध्यम से किये जाते हैं। सायबर अपराधी अपनी पहचान छुपाकर सोशल मीडिया, ईमेल, चेटरूम इंस्टंट मेसेजिंग, गेमिंग प्लेटफार्म का उपयोग कर बच्चों/किशोरों के साथ ही वयस्क/प्रौढ़ व्यक्तियां तक को अपना शिकार बनाते है और ऐसे कार्य करने के लिये प्रेरित करते हैं जिससे उन्हें आसानी से ब्लैकमेल किया जा सके। ब्लैकमेल कर यौन उत्पीड़न, यौन शोषण एवं आर्थिक क्षति तक पहुचातें हैं। सायबर अपराधियों से बचने के लिए हमें सोशलमीडिया या सायबर स्पेस में अपने बारे में कितनी इंफार्मेशन कब, कैसे और कहॉं शेयर करनी है, शेयर करना भी है या नहीं आदि की समझ होनी चाहिए इसके लिये सतर्कता एवं जिम्मेदारी के साथ सायबर स्पेश का उपयोग करें। सायबर अपराध को अंजाम देने वाला आपका परिचित, रिश्तेदार, मित्र या कोई अनजान व्यक्ति भी हो सकता है। इससे बचने के लिये अनजान कॉल/वीडियो स्वीकार न करें। अनजान लिंक को क्लिक न करें। अनजान व्यक्ति की फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार न करें। व्यक्तिगत विवरण जैसे फोन नं., ई-मेल एड्रेस, गोपनीय जानकारी और तस्वीरें शेयर न करे। अनावश्यक एवं अनजान साफ्टवेयर, एप्स, ऑनलाईन गेम इंस्टाल न करें। सायबर स्पेश का उपयोग करते समय अच्छे डिजिटल फुटप्रिंट बनाने के बारे में बताया गया गया क्योंकि डिजिटल फुटप्रिंट कभी भी खत्म नहीं होते हैं इसलिये कोई भी गतिविधि सायबर वर्ल्ड में करने के पूर्व सोच समझकर करें, क्योंकि सायबर वर्ल्ड के किसी भी अपराध को डिजिटल फुटप्रिंट के माध्यम से आसानी से पकड़ा जा सकता है । इसलिये डिजिटल वर्ल्ड/मीडिया में कोई भी कार्य करने के पूर्व सोचे, समझे व फिर कार्य करें तथा अच्छा फुटप्रिंट बनाये । कार्यशाला के दौरान छात्र-छात्राओं के प्रश्नों का समाधान डॉं. कपूर द्वारा सहजता से किया गया।कार्यशाला में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले दो छात्र-छात्राओं को डॉं. कपूर ने प्रमाण-पत्र व गोल्डन बैज प्रदान कर सम्मानित किया मोनफोर्ट सीनियर सेकेंडरी स्कूल में आयोजित कार्यशाला में विशेष पुलिस महानिदेशक डॉ. वरूण कपूर, पुलिस महानिरीक्षक बालाघाट झोन बालाघाट श्री संजय कुमार एवं पुलिस अधीक्षक मंडला श्री रजत सकलेचा का स्वागत स्कूल के डायरेक्टर ने किया।