सावन के तीसरे सोमवार को कोटेश्वर मंदिर में शिव भक्तों की उमड़ी भीड़
रेवांचल टाईम्स – सावन के तीसरे सोमवार के इस पवित्र मास में सोमवार के दिन लांजी का माहौल संपूर्ण क्षेत्र में शिवमय हो गया वहीं दूसरी ओर कावड़ियों ने इस पर्व को और भी मस्त नुमा बना दिया जिसके चलते शिव भक्तों ने महादेव के जयकारे लगाकर लांजी क्षेत्र को शिव भक्ति में लीन कर दिया तथा ग्रामीण अंचलों से पहुंचे कांवड़ियों के द्वारा मस्त माहौल तैयार करके लांजी नगर को शिव भक्ति की ओर सभी वर्ग को आकर्षित करने का भरपूर प्रयास किया तथा जिस तरह से लांजी में कावड़ियों का जत्था पहुंचा उसे साफ प्रतीत होता है कि सनातन धर्म के प्रति हिंदू जन जागरण तीव्र गति से फैल रहा है तथा सनातन धर्म के प्रति बढ़ते लगाओ से हिंदुओं के सनातन धर्म को एक नई दिशा जोरों से प्राप्त हो रही है वैसे भी हिंदू धर्म के अनुसार सावन महीने को एक पवित्र महीना माना जाता है जहां पर सभी अनुशासित होकर सभी प्रकार के व्यसनों से दूर होकर धर्म के प्रति अपनी अटूट आस्था व्यक्त करके यह साबित कर दिया कि हिंदू धर्म में देवों के देव महादेव अत्यंत पूजनीय है तथा वहीं दूसरी और महिलाओं के द्वारा भी चढ़ बढ़कर शिव भक्ति में अपनी अपनी साझेदारी की जा रही है जिसके चलते महिलाओं में भी शिव भक्ति की ओर लगातार आकर्षण बढ़ता जा रहा है जिसके चलते लांजी नगर में शिव महिमा लगातार चलते आ रही है कार्यक्रम के चलते अभिषेक के माध्यम से भगवान शिव को दूध ,जल ,मधु, घी, गन्ने आदि चीजों का उपयोग करके शिव भक्ति का क्रम निरंतर जारी है ऐसा ही कुछ माहौल 2 दिन पूर्व सावन की शिवरात्रि पूजन में देखा गया जहां पर घर में लोगों ने शिवलिंग बनाकर शिव भक्ति की तथा आस्था के साथ जलाभिषेक किया एवं विधि विधान से भगवान भोलेनाथ की आरती की गई दिनभर लांजी क्षेत्र में शाम के सात वजह से शिवपूजन का कार्यक्रम चलते रहा इसी तरह लांजी के सभी शिवालयों में भक्तों की भीड़ रही भक्तों का मानना है कि सावन के इस पवित्र मास में भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है वहीं दूसरी ओर लांजी नगर में जगह-जगह प्रसादी का वितरण किया गया तथा कोटेश्वर धाम में सद्भावना मित्र मंडल द्वारा विशाल भंडारे का आयोजन किया गया जहां पर हजारों शिव भक्तों ने इस महाप्रसादी को ग्रहण करके अपने जीवन को धन्य किया साथ ही साथ अनेक शिव भक्तों ने उपवास रहकर फलहारी कर अपने व्रत को तोड़ा मान्यता यह भी है कि 16 सोमवार का व्रत रहने से सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूर्ण होती है जिसके चलते महिलाओं के द्वारा इस तरह का व्रत भी रखा जा रहा है जिसके कारण शिव भक्ति में लोगों की आस्था बढ़ते जा रही है तथा शिव भक्ति के इस सागर में सभी शिव भक्त दुखी लग रहे हैं तथा समर्पण भाव से भगवान भोलेनाथ को नमन कर रहे हैं साथ ही साथ गांव गांव में शिवालयों में भंडारा करके शिव भक्ति का कार्य पूर्ण किया जा रहा है जहां पर ग्राम के लोग पहुंच कर शिवालय में जलाभिषेक करके शिव भक्तों को महाप्रसादी लेने हेतु शिवालयों में आमंत्रित किया जा रहा है जहां पर शिव भक्ति के मधुर संगीत के साथ भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना की जा रही है तथा मंदिरों को विभिन्न फूलों से सजाया गया है आज तीसरे सावन सोमवार को लांजी नगर में शिव भक्तों का लगातार हुजूम बना रहा जिसके कारण लांजी नगर में शिव भक्ति का माहौल देखने को मिला साथ ही साथ नगर में सभी चौक में टोली मंजरी में शिव भक्तों के द्वारा जलपान की व्यवस्था की गई बहरहाल लांजी में शिव भक्तों का कोटेश्वर मंदिर आना प्रारंभ है तथा संपूर्ण लांजी क्षेत्र शिव भक्ति में गोते लगा रहा है इस हर्ष भरे माहौल में सभी शिव भक्त शिव भक्ति में तल्लीन है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार लांजी निवासी संतोष वैष्णो तथा अन्य शिव भक्त बिहार के सुल्तानगंज गंगा घाट से जल लेकर झारखंड के देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ धाम में जल अर्पित करने प्रस्थान हुई जिसकी लांजी क्षेत्र में चर्चा व्याप्त है।