मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग, भोपाल ने 16 मामले लिए संज्ञान में जिसमे दो मामले मंडला ज़िले के…
रेवांचल टाईम्स – भोपाल, मंगलवार 13 अगस्त, 2024’’ 16 मामलों में संज्ञान’’मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के माननीय अध्यक्ष श्री मनोहर ममतानी एवं सदस्य श्री राजीव कुमार टण्डन ने विगत दिवसों के विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित प्रथम दृष्टया मानव अधिकार उल्लंघन के ’ 16 मामलों में ’ संज्ञान लेकर संबंधितों से जवाब मांगा है।
जिसमे 2 मामले मण्डला जिले के हैं। आयोग ने संबंधितों से जवाब मांगा है।
मण्डला जिले के 2 मामले जो समाचार पत्रों मे प्रकाशित हुए थे जिसमें प्रथम दृष्टया मानव अधिकार का उल्लंघन है ऐसे मामले को संज्ञान मे लेकर संबंधितों से जवाब मांगा है। इस बात की जानकारी कार्यालय प्रभारी म. प्र. मानव अधिकार आयोग-मित्र, शिकायत प्रकोष्ठ शाखा मण्डला के वरूण विकास नीखर ने दी है।
सड़क, बिजली और पानी के लिये 20 वर्षों से परेशान ग्रामीण
मंडला जिले के गांव लालीपुर के ग्रामीणों को पिछले 20 वर्षों से सड़क, बिजली और पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिये परेशान होने का मामला सामने आया है। इस संबंध में ग्रामीणवासी कई वर्षौं से ग्राम पंचायत से लेकर संबंधीत विभागों के अधिकारियों से शिकायत कर चुके है, लेकिन अब तक उनकी समस्या का निराकरण नहीं हो पाया है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, मंडला से मामले की जांच कराकर संबंधित गांव में मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराये जाने के सम्बन्ध में की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन एक माह में मांगा है।
झिरिया के पानी से प्यास बुझा रहे बैगा समाज के लोग
मंडला जिले के ग्राम अमवार में रहने वाले बैगा समाज के लोगों को स्वच्छ पानी के लिये तरसना पड़ रहा है। उन्हे जल जीवन मिशन के तहत ना तो पेयजल मिल पा रहा है और न ही उनके गांव में बने हैंडपंप को सुधारा जा रहा है। इस कारण उन्हें झिरिया का पानी पीना पड़ रहा है। जिससे उन्हें डायरिया एवं अन्य गंभीर बीमारियां होने का खतरा बना हुआ है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर मंडला एवं कार्यपालन यंत्री, पीएचई विभाग, मंडला से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।