मुख्य मंत्री के आदेश के बाद बेखौफ झोलाछाप डाक्टर, ग्रामीण क्षेत्र में चला रहे दवाखाना..
रेवांचल टाइम्स मंडला- आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र मंडला जिले में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही कहें या फिर मुख्य मंत्री के आदेश की अवहेलना बेखौफ संचालन कर रहे झोलाछाप डाक्टर अपनी दुकान आखिर किसकी सह पर बिना डिग्री और अनुभव के चला रहे हैं अपनी दुकान
ऐसा ही नया मामला मंडला जिले के विकास खण्ड मवई के दाढी भानपुर का आया है जहां पर एक झोलाछाप डाक्टर जिनके पास न डिग्री है और न अनुभव फिर भी मनमाने तरीके से ग्रामीण अंचल में दुकान संचालन कर रहे हैं..
इस संबंध में जब रेवांचल की टीम ने कुछ ग्रामीण जनों से बात की तो जानकारी मिली की इनके पास न कोई डिग्री है और न किसी प्रकार का अनुभव लेकिन फिर भी ये बेखौफ तरीके से दुकान चला रहे हैं..
और जब रेवांचल की टीम नें डाक्टर अमिताभ विश्वास से बात की और डिग्री पूछा गया तो न डिग्री मिली और न किसी प्रकार के दस्तावेज।
वहीं जब उनसे वर्जन लेने का प्रयास किया गया तो लालच और प्रलोभन का भी प्रयास किया गया लेकिन जब इस प्रकार के बिना अनुभव और बिना डिग्री धारी डाक्टर ग्रामीण अंचल में बैठ कर ग़रीबो और मासूम की जिंदगी से खिलबाड़ कर लोगों का इलाज करेंगे तो कहीं न कहीं मानव जीवन खतरे में नजर आता है और असमय ही बीमारी की वजह से लोग अपनी जान गवां देते हैं! पर इसकी चिंता जिम्मेदारो को नही सता रही हैं।
वहीं सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार इनकी एक दुकान भानपुर में संचालित है तो दूसरी दाढी में है जहां पर समय समय पर ये इलाज भी करते हैं!
इनका कहना है कि…
हम लोग जब भी बिमार पडते हैं तो बंगाली डाक्टर के पास ही आते हैं, पैसा ज्यादा लेते हैं लेकिन इलाज कर देते हैं, हमें नहीं पता की पढाई करे हैं या नहीं, लेकिन इलाज करते हैं।
देवलाल
ग्रामीण दाढी..
वही जब इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से बात करना चाही गई तो उनके द्वारा फोन रिसीव नहीं किया गया जिससे साफ प्रतीत होता है कि जिले में बैठे अधिकारी अपनी जिम्मेदारी और आम जनता के प्रति कितनी संवेदनशील है।