वात्सल्य मूर्ति की वात्सल्य छांव में मनाया वात्सल्य पर्व

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रेवांचल टाईम्स – मंडला व्रती नगरी पिंडरई में परम पूज्य निर्यापक श्रमण मुनि श्री समता सागर जी महाराज का चातुर्मास चल रहा है इस दौरान कल रक्षा बंधन अर्थात वात्सल्य पर्व बड़े ही उत्साह के साथ जैन समाज के द्वारा मनाया गया। पूज्य मुनि श्री को भक्त गण वात्सल्य मूर्ति कहा करते और इस वर्ष पिंडरई वासियों ने वात्सल्य मूर्ति की वात्सल्य छांव में वात्सल्य पर्व मनाया। प्रातः काल की बेला में मुनि संघ के मंगल सानिध्य में श्री जी का अभिषेक एवं शांतिधारा के पश्चात पुण्यार्जक परिवारों के द्वारा मुनि श्री विष्णुकुमार तथा सात सौ मुनियों की लगभग 11हजार श्रीफल समर्पित करके महापूजन की गई। मध्यान में मुनि श्री के मुखारविंद से मंत्रोच्चारण के साथ संघस्थ भैया और नगर गौरव ब्रह्मचरणीय बहनों के द्वारा छोटे छोटे बच्चों को स्वास्थ्य वर्धक स्वर्ण प्राशन आयुर्वेदिक दवा पिलाई गई। कल रक्षाबंधन विशेष पर्व के उपलक्ष्य में राखी सजाओ प्रतियोगिता भी आयोजित की गई थी जिसमें समाज की महिलाओं एवं बालिकाओं ने भाग लिया था और आकर्षक सुंदर सुंदर राखियां अपने हाथों से तैयार की थी पाठशाला की शिक्षिका ब्र. साक्षी दीदी जी ने बताया कि इस प्रतियोगिता का संघस्थ ब्रह्मचारी आदरणीय अनूप भईया जी, मनोज भैया जी और शैलेश भैया जी ने निर्णय लिया और बहन मोंटी ने प्रथम स्थान, श्रीमती मोनिका विवेक जैन ने द्वितीय स्थान और बहन खुशी जैन ने तृतीय स्थान प्राप्त किया शेष सभी प्रतिभागियों को कमेटी की ओर से प्रोत्साहन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। समाज के अध्यक्ष कैलाश चौधरी ने जानकारी दी सुदूर महाराष्ट्र प्रांत एवं आस पास के ग्रामों से मुनि भक्तों ने आ कर मुनि संघ की पिछि में रजतमयी राखी बांध कर मुनि रक्षा का संकल्प लिया! इस दौरान मुनि श्री जी ने अपने मंगल प्रवचनों में वृक्ष लगाने और वृक्षों को राखी बांधने का उपदेश दिया। समाज के प्रत्येक वर्ग की उपस्थिति से रक्षाबंधन का यह भव्य आयोजन सफलता के साथ संपन्न हुई उक्त जानकारी साधु सेवा समिति के मीडियाप्रभारी श्री ऋषभ जैन दी…

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