सरवाही में निर्माण के छह माह बाद ही फट गई सात लाख की पुलिया, दरारे छुपाने सरपंच सचिव ने मसाले से करवा दी छपाई

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सहायक यंत्री और उपयंत्री की मॉनिटरिंग सवालों के घेरे में

दैनिक रेवांचल टाइम्स बजाग – जनपद पंचायत की ग्राम पंचायतों में मनरेगा योजना के तहत हाल ही में किए गए निर्माण कार्यों में तकनीकी अमले की सरपरस्ती में सरपंच सचिव ने किस कदर भ्रष्टाचार किया है यह बात किसी से छुपी नहीं है पक्के निर्माण के दौरान उपयंत्री और सहायकयंत्री के साथ गठजोड़ कर ग्राम पंचायतों के जिम्मेदारों ने जमकर भ्रष्टाचार किया है कई पंचायतों में घटिया निर्माण के खुलासे के बाद भी जनपद के अधिकारी सिर्फ जांच जांच का खेल खेलते रहे। और शासन की राशि में सेंध लगाने वाले तगड़ी सेटिंग के चलते बचते नजर आ रहे है ।जनपद के अंतर्गत होने वाले हर निर्माण कार्यों में तकनीकी अमले ने निजी स्वार्थ साधने का काम किया है और घटिया निर्माण पर आंखे मूंदकर बैठा रहा। हद तो तब हो गई है जब भ्रष्टाचार करने वालो पर कार्यवाही करने की बजाय उन्हें बख्शा जा रहा हैं घटिया निर्माण कार्य करवाने का ताजा मामला जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम सरवाही में प्रकाश में आया है यहां डोंगरीटोला पहुंच मार्ग में लगभग छह महीने पूर्व पुलिया निर्माण का कार्य कराया गया था धनीराम के घर के पास पुलिया निर्माण के कार्य में सरपंच सचिव द्वारा गुणवत्ता से समझौता किया गया है जिसके कारण बारिश होते ही निर्माण की पोल खुल गई और पुलिया धसने लगी और कई जगहों से फट गई हैं। वर्ष 2022 की तकनीकी स्वीकृति वाली पुलिया का निर्माण ग्रामपंचायत द्वारा इसी साल किया गया है जिसकी लागत 6 लाख 99 हजार हैं जो कि निर्माण होने के बाद एक वर्ष भी नहीं टिक पाई। और दोनों तरफ की साइड वाल पर मोटी मोटी दरारें दिखने लगी हैं सूत्रों के अनुसार
जब स्थानीय ग्रामीणों ने इसका विरोध किया तो सहायक यंत्री और उपयंत्री के इशारे पर कारगुजारियो को छुपाने ग्रामपंचायत ने आनन फानन में साइडवाल की दरारों में सीमेंट के मसाले से छपाई करवा दी।और लीपापोती कर तकनीकी अमले की सहायता से सांठगांठ कर राशि का आहरण भी कर लिया।हैरानी की बात यह है कि उपयंत्री ने कमजोर निर्माण का शत प्रतिशत मूल्यांकन कर कार्य की उत्तम गुणवत्ता को प्रमाणित करने काम कर दिया।ग्रामीणों ने सरपंच सचिव पर घटिया निर्माण का आरोप लगाते हुए कहां की शासन द्वारा विकास कार्यों के लिए दी गई राशि का जिम्मेदारों ने सही उपयोग नहीं किया और जांच की मांग करते हुए जनहित में पुलिया निर्माण का कार्य नए सिरे से किए जाने की बात कही है।

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