आखिर कहॉ गई यहॉ की रोड, रिकॉर्ड भी गायब… 10 में से 6 लाख 59 हजार 173 खर्च बोरिंग भी निजी भूमि पर सरकारी पैसे से करायी गई, क्या भ्रष्टों पर होगी कार्यवाही या फिर दिया जायेगा…
रेवांचल टाईम्स – मण्डला ज़िले की आये दिन सुर्ख़िओ बनी बिछिया जनपद की कहानी आम हो चुकी जब जनपद में ही करोड़ों के ग़बन घोटाले और भ्रष्टाचार हो चुके है जिनकी जॉच सिद्ध भी हो चुकी हैं तो ये अनुमान लगाए आसानी से लगाया जा सकता है कि ग्राम पंचायतों में आख़िर किस कदर से भ्रष्टाचार का खेल चल रहा होगा!
वही सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बिछिया जनपद की ग्राम पंचायत पड़रिया के पोषक ग्राम सारसडोली माल पर अजब ग़ज़ब का भ्रष्टाचार सामने आया है जहाँ पर वर्ष 2018 में जगत के घर से प्रधानमंत्री सड़क तक सीसी रोड निर्माण के लिए 10 लाख रूपये स्वीकृत किए गये थे, जिसमें से वर्क आईडी 100639280 के अनुसार 6 लाख 59 हजार 173 रूपये खर्च किए जा चुके हैं, किन्तु धरातल पर रोड का पता ही नहीं है। उक्त निर्माण कार्य के लिए निम्नानुसार भुगतान वर्ष 2019 में किया जा चुका है :- 1. बिल क्र. 2662, तनु ट्रेडर्स, 35774.79/- , 2. बिल क्र. 2801, तनु ट्रेडर्स, 105999.36/-, 3. बिल क्र. 2789/1, तनु ट्रेडर्स, 100699.40/-, 4. बिल क्र. 184, राज इंटरप्राईजेस, 50925.00/-, 5. बिल क्र. 182, राज इंटरप्राईजेस, 50400.00/- , 6. बिल क्र. 183, राज इंटरप्राईजेस, 50229.00/-, 7. बिल क्र. 181, राज इंटरप्राईजेस, 50104.96/- , 8. बिल क्र. 098, गणपति ट्रेडर्स पो. रामशंकर राय, 215040.00/-
इसी तरह यहॉ 15वें वित्त की राशि से एक व्यक्ति को लाभ दिलाने के लिए नलजल योजना की बोरिंग निजी भूमि पर करा दी गई है, उक्त बोरिंग से ग्रामीणों को लाभ नहीं मिल रहा है अपितु पेयजल के नाम पर करायी गई बोरिंग से खेतों की सिंचाई की जा रही है। उक्त भ्रष्टाचार अधिकारियों के संज्ञान में है, पिछले दिनों मीडिया द्वारा भी मामले को दिखाया गया था, लेकिन आज तक दोषियों के विरूध्द कार्यवाही नहीं की गई है। सूत्रों की मानें तो यदि इस ग्राम पंचायत की पिछले कार्यकाल की सूक्ष्मता से जॉच की जाये तो और भी गड़बड़-झाला उजागर होंगे। पंचायत के तत्कालीन सचिव चमरू लाल मरावी वर्तमान में दानीटोला ग्राम पंचायत में कार्यरत हैं जो इस विषय पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं, अपितु वर्तमान सचिव बालकुमार यादव द्वारा आरटीआई के जवाब में बताया गया कि उक्त रोड निर्माण एवं बोरिंग से संबंधित कोई भी दस्तावेज पंचायत कार्यालय में उपलब्ध नहीं हैं। राशि निकाल ली गई, निर्माण नहीं हुआ और रिकॉर्ड भी गायब है जो स्वयं भ्रष्टाचार को प्रमाणित करता है। अब देखना है कि इस विषय पर उच्चाधिकारी कब तक जॉच कर दोषियों पर कार्यवाहीं करेंगे। लगता है सरपंच, सचिव, उपयंत्री, मटेरियल सप्लायर सभी ने मिलकर राशि का बंदरबॉट किया है।
जनपद पंचायत भुआ बिछिया में ग्रामीण छेत्रों के विकास के लिए सरकार से आई राशि में सरपंच सचिव उपयंत्री और जाँच अधिकारी मुख्य कार्य पालन अधिकारी दिन दोगुनी रात चोगुनी तरक़्क़ी कर रहे है और ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कागज़ तक ही सिमट कर रह गया है बिछिया जनपद में अनेकों घुटाले हुए पर जाँच केवल काग़ज़ो तक सिमट कर रह गया और इनकी जाँच आज नहीं हो पाई जैसे विवाह घोटाला, मेट घुटाला, फर्जी बिल घोटाला, ग्राम पंचायतों में बिना कार्य किए और राशि ग़ायब येसे अनेकों घुटाले ग़बन भ्रष्टाचार और फ़र्जीबाड़ा जोरो पर है और आज भी लगातार जारी हैं जॉच के नाम पर केवल लीपा पोती की जा रही है और आज भी भ्रष्टाचार जारी है जिनकी शिकायते भी हो रही है पर परिणाम शून्य नज़र आ रहा हैं या कहे कि शिकायत कर्ता शिकायत करके जाँच अधिकारी कर्मचारीओ एक लूट मचाने का अवसर मिल जाता है और फिर जॉच के नाम पर चलता अबेध वसूली का खेल और उस मामले को दबाने को ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव फिर एक नया घोटाला करना शुरू कर देते हैं!