नहीं थम रही है पीएम श्री विद्यालय मनेरी स्कूल मैं विसंगतियां का दोर रिटायरमेंट के बाद भी नहीं छूट रहा विद्यालय मोह पीएम श्री विद्यालय मनेरी बना राजनीतिक गढ़ जिम्मेदार मोन

सहायक आयुक्त द्वारा दिया जा चुका है नोटिस

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रेवांचल टाईम्स – मंडला मध्य प्रदेश सरकार निरंतर विद्यार्थियों के उच्च गुणवत्ता युक्त शिक्षा हेतु प्रयास करने का दावा कर रही है जिसके लिए विद्यालयों को उन्नयन कर प्रदेश में सी एम राइस, पीएम श्री दर्जा प्रदान किया गया है ऐसा ही विद्यालय शासकीय उच्चतर विद्यालय मनेरी पीएम श्री दर्जा प्राप्त है किंतु विसंगति एवं भ्रष्टाचार से लिप्त यहां के शैक्षणिक स्टाफ एवं कर्मचारी मनमर्जी से विद्यालय आते हैं चाहे जब चले जाते हैं प्राचार्य तो ईद के चांद की तरह विद्यालय आते हैं क्या सरकार का पीएम श्री दर्जा देना बिना अनुशासित शिक्षकों के अध्यापन कार्य हेतु कितना उचित एवं विद्यार्थियों के लिए हितकारी है,

रिटायरमेंट के बाद भी नहीं छूट रहा विद्यालय मोह-

वही विद्यालय के उच्च माध्यमिक शिक्षक श्याम मोहन पटेल 31 जुलाई 2024 को रिटायर हो चुके हैं आज 2 माह पूर्ण होने को है किंतु अभी भी विद्यालय निरंतर आ रहे हैं इसके पीछे उच्च अधिकारियों के दिशा निर्देश हैं या फिर विद्यालय प्रेम यह बात समझ से परे है! पर दुर्भाग्य यह है कि मनेरी के विद्यालय की गतिविधियों की जानकारी उच्च अधिकारियों को रहती ही नहीं है और मनेरी के शिक्षक और कर्मचारी स्वयं नियम बनाते हैं और अपनी मर्जी से काम करते नज़र आ रहें हैं जिन पर उच्च अधिकारियों की मौन सहमति या फिर संरक्षण है,
इस प्रकार रिटायरमेंट शिक्षक का विद्यालय आना किसी अप्रिय घटना का हो जाना या फिर कही शासकीय दस्तावेज से छेड़खानी होना प्रतीत हो रहा हैं और इस प्रकार की अनेकों घटनाओं की संभावनाओं को निर्मित करता है बाद में इसका जिम्मेदार कौन होगा यह प्रश्न बना हुआ है?

पीएम श्री विद्यालय मनेरी बना राजनीतिक गढ़-

मनेरी विद्यालय लंबे समय से स्थानीय लोगों और मीडिया की सुर्खियों में बना हुआ है, यहां हुए भ्रष्टाचार और अनियमिताएं भी सुप्रसिद्ध है यहां के अधिकतर शिक्षक विद्यार्थियों को शिक्षा देने की बजाय, राजनीतिक गतिविधियों के लिए ज्यादा सक्रिय रहने की आये दिन जानकारी लगती रहती हैं ! वही ग्रामीणों के साथ अनावश्यक बैठक करना अनैतिक व्यक्तियों से संपर्क करना इनका शौक बन चुका है, विद्यालय देर से आना और समय से पूर्व चले जाना इनकी दिनचर्या बन चुकी है।

सहायक आयुक्त द्वारा दिया जा चुका है नोटिस-

वही जानकारी के अनुसार मनेरी के शिक्षकों की गतिविधियों की शिकायत ग्राम सरपंच द्वारा जिला कलेक्टर को अनेकों बार की जा चुकी है । वही तत्कालीन सहायक आयुक्त द्वारा विद्यालय के कई शिक्षकों को कारण बताओ सूचना भी जारी कर जांच उपरांत दोषी करार किया जा चुका है किंतु विभाग द्वारा किसी पर ठोस कार्यवाही नहीं की जा रही हैं, इसीलिए आज भी समस्या बनी हुई है। क्या इस स्कूल में पदस्थ टीचर और प्राचार्य विभाग से ज्यादा वजनदार है या फिर इन्हें खुला राजनीति संरक्षण हैं मनेरी विद्यालय के शिक्षक कर्मचारी को ?

इनका कहना हैं कि…
इस संबंध मे प्राचार्य से जानकारी ली जावेगी, अगर सही पाया गया ऐसा है तो निश्चित वैधानिक कार्यवाही की जावेगी।
राजेश विश्वकर्मा
बीईओ निवास मंडला

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