560 कन्याओं का अद्भुत सम्मान: नवरात्रि के इस पर्व पर
रेवांचल टाईम्स – मंडला, महर्षि विद्या मंदिर में नवरात्रि के उपलक्ष्य में विशेष आयोजन किया गया, जिसमें विद्यालय की 560 कन्याओं का तिलक, पूजन, और वंदन किया गया। इस धार्मिक अनुष्ठान की शुरुआत नवरात्रि के प्रथम दिन से हुई, जो पूरे नौ दिनों तक चली। कक्षा नर्सरी से लेकर 12वीं तक की सभी कन्याओं को प्रतिदिन विशेष आसन पर बिठाकर सुबह 9 बजे असेंबली के दौरान तिलक लगाकर उनकी आरती की जाती थी और उन्हें प्रसाद दिया जाता था। यह कार्यक्रम पूरे नवरात्रि पर्व के दौरान विद्यालय में चलने वाली परंपराओं और मातृशक्ति की आराधना को दर्शाता है।
अष्टमी के दिन विद्यालय में विशेष आयोजन के तहत उपस्थित सभी कन्याओं का पूजन कर उन्हें भोजन कराया गया। कन्या भोजन में कन्याओं के स्वागत के लिए विद्यालय के सभी शिक्षकगण एवं स्टाफ ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इस आयोजन में कन्याओं के स्वागत और सेवा के साथ ही उन्हें विशेष उपहार भी प्रदान किए गए। सभी छात्राओं को आशीर्वाद के साथ-साथ यह प्रेरणा दी गई कि वे आत्मनिर्भर बनें और अपने जीवन में आने वाली हर कठिनाई का सामना दृढ़ता से करें।
नवरात्रि के इन नव दिवसीय कार्यक्रम में विद्यालय के सभी वरिष्ठ शिक्षक, समस्त स्टाफ, और छात्र-छात्राओं ने पूरे उत्साह और श्रद्धा के साथ भाग लिया। इस आयोजन ने न केवल छात्राओं को उनकी शक्ति का महत्व बताया बल्कि विद्यालय में धार्मिकता और सांस्कृतिक विरासत को भी उजागर किया। महर्षि संस्थान के प्रमुख अध्यक्ष डॉ. गिरीश चंद्र वर्मा के विशेष मार्गदर्शन में आयोजित इस कार्यक्रम ने नवरात्रि के अवसर को यादगार बना दिया।
प्राचार्य डॉ. उपेंद्र शुक्ला ने कहा कि नवरात्रि के इस पावन अवसर पर प्राचार्य डॉ. उपेंद्र शुक्ला ने विद्यालय की कन्याओं और छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, “हम सभी को यह समझना चाहिए कि कन्याएं मातृशक्ति का प्रतीक हैं। ये केवल हमारे समाज का एक हिस्सा नहीं, बल्कि हमारे जीवन का अभिन्न अंग हैं। हमें हमेशा उनकी इज्जत करनी चाहिए और उनका सम्मान करना चाहिए।डॉ. उपेंद्र शुक्ला का यह वक्तव्य न केवल कन्याओं को प्रेरित करने वाला था, बल्कि पूरे विद्यालय के वातावरण को सकारात्मकता और ऊर्जा से भर दिया ।