अजब विकास गजब विकास… गर्रैया में बनी अनोखी रोड, कागजों में सब कुछ ओके, रुपया निकालकर हड़प गए जिम्मेदार नही ली डकार
न मटेरियल, न मजदूर....सड़क बन गई हुजूर
रेवांचल टाईम्स – मंडला, आदिवासी बाहुल्य जिले में कितना औऱ कैसे कैसे विकास हो रहे है ये कागज़ बता रहे और उसकी जमी हकीकत कुछ और व्यया कर रही है और बड़े बड़े मंचो से विकास पुरुष और जनप्रतिनिधियों ने अपना गला फाड़ फाड़ कर विकास की कहानी लोगो को सुना उनसे तख्त ताज तक पहुँचने के लिए तरह तरह के हथकंडे अपना रहे है और जितने के बाद पलट के ये भी देखना मुनासिब नहीं समझ रहे है कि हमने जनता से क्या क्या बाते की थी और क्या वादे किए थे कुर्सी मिलते ही हम आपके है कौन हो जाता है और रही बात विकास की तो आज गाँव गाँव की गली गली में तेजी से चल रहा पर किसका चला रहा है ये देखने वाला कोई नही है ग्रामीण अंचलों में निवासरत जनता आजादी के बाद भी अपनी मूलभुत सुविधाएं से वंचित है और सरकार से मिलने वाला सरकारी धन की सरपंच सचिव रोजगार सहायक औऱ उपयंत्री से लेकर जनपद स्तर में बैठे जिम्मेदार लूट मचा रखी हुई और इस सरकारी धन की हुई लूट में केवल शिकायत कर्ता को केवल जांच का झुनझुना पकड़ा कर शांत कर दिया जाता है और मंडला की अधिकांश ग्राम पंचायत भ्रष्टाचार से सराबोर है पर मजाल है कि कोई सरपंच सचिब रोजगार सहायक या फिर उपयंत्री की असल मे जांच हुई और वह सलाखों के पीछे गए हो नही क्योंकि सब सरकारी धन और विकास का ठेका सब मिलजुलकर ही कर रहे है इस लिए सरकारी आंकड़े औऱ कागज़ों के आंकड़े भर के सरकारी खजानों को लूटने में कोई भी पीछे नही है।
वही सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार ऐसा केवल मंडला में ही संभव है। न मटेरियल गिरा, न मजदूर दिखे औऱ हुजूर ने पूरी रोड तान दी। गर्रैया में बनी इस अनोखी रोड के लिए कागजों पर सब कुछ अोके कर दिया गया औऱ रुपया निकालकर जिम्मेदार डकार गए। आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र मंडला जिले में भ्रष्टाचार और गबन घोटाले की फेहरिस्त दिन ब दून लंबी होती जा रही है। हालात ये हैं कि कहीं पर धड़ल्ले से गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य हो रहे हैं तो कहीं सरोवर तालाब निर्माण के नाम पर सरकारी धन की होली खेली जा रही है। हैरानी की बात यह है कि सब कुछ जानते हुए भी जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी केवल अपनी जेब का खयाल ही रखते हैं, बाकी जांच के नाम पर सरकारी फाइलों का पेट कागजों से भर दिया जाता है। कोई ये पहला मामला नहीं है सब को सब पता है पर सब ढांकने में लगे हुए हैं।
ऐसा ही नया मामला जनपद पंचायत घुघरी की ग्राम पंचायत गर्रैया का सामने आया है, जहां पर वर्ष 2019 में सीसी रोड का निर्माण कराया गया था लेकिन वास्तव में वह सड़क केवल कागजों तक ही सीमित रही। जमीन पर सड़क का नामोंनिशान तक नहीं है। इस संबंध में रेवांचल टाइम्स समाचार पत्र की टीम ने कुछ ग्राम वासियों से जानकारी ली तो पता चला कि सुग्रीव के घर से बारेलाल के घर तक की सी सी सड़क लगभग 140 मीटर बनना थी, लेकिन सड़क निर्माण हुआ ही नहीं और राशि का आहरण कर लिया गया। वही दूसरी पूर्व सरपंच का कहना है कि ग्राम पंचायत में हमे 140 मीटर सी सी सड़क बनानी थी और विकास पुरुष सरपंच के द्वारा ईमानदारी से 170 मीटर बना दी पर वह सड़क किसी गाँव वालों को नज़र भी नही आ रही है, वही जनपद पंचायत के मुखिया मुख्य कार्यपालन अधिकारी भी कुछ कम नज़र नही आ रहे है उन्हें जब रेवांचल की टीम ने गरेया में बनी सी सी सड़क के संबध में बात की तो उनका साफ कहना था कि हमने जांच कर ली है और जांच पूरी हो चुकी है आप को और जानकारी चाहिए तो आप सूचना अधिकार के आवेदन से जानकारी ले सकते पर दूसरी और वर्तमान सरपंच सहबे बाई का कहना है कि सड़क तो मेरे कार्यकाल में बनी ही नही औऱ उस जगह में कभी पक्की सड़क देखी नही तो फिर जांच कैसी औऱ कहा चल रही मुझे भी पता चला है कि सी सी सड़क की जांच चल रही एभी पूरी नही हुई जहा तक मुझे पता है कि एभी भी जांच की जा रही हैं।
आखिरकार सच बोल रहा है कौन बना संदेह
वही ग्राम पंचायत में बनी सड़क को लेकर आज भी संदेह बना हुआ है कि बनी हुई लाखों की सड़क आखिर गई कहा जो लोगो को कभी दिखाई ही नही पड़ी इस बात पर आखिर कौन सच बोल रहा क्या सरपंच, सचिव रोजगार सहायक उपयंत्री या फिर मुख्य कार्यपालन अधिकारी या फिर वर्तमान सरपँच इस बात की सच्चाई जांच होने के बाद ही उजागर हो सकती हैं।वही जब सड़क बनी ही नहीं तो किस कार्य के मैटेरियल खरीदी की गईं या फिर फर्जी बिल लगाकर राशि तो निकाल ली गई लेकिन काम हुआ ही नहीं है। वहीं सूत्र बताते हैं कि फर्जीवाड़ा में ग्राम पंचायत गर्रैया सबसे आगे है। ग्रामवासी अनेक बार शिकायत कर चुके हैं और शिकायत के बाद आज तक निष्पक्ष जांच नहीं हुई है। यहां फर्जी मस्टरोल का खेल बिना रोकटोक के सालों से चलता आ रहा है। गर्रैया पंचायत में फर्जीवाड़ा होना कोई नई बात नहीं हैं।
क्या कहते हैं जवाबदार…
सूचना के अिधकार में मिलेगी जानकारी
जांच हो चुकी है। आपको जो भी जानकारी चाहिए है, आप सूचना के अधिकार के तहत जांच प्रतिवेदन ले सकते हैं। पूरी जानकारी आपको मिल जायेगी जांच पूरी हो चुकी है।
– गायत्री कुमार सारथी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत घुघरी
जांच चल रही है
मेरे कार्यकाल का नहीं है। इसके विषय में जानकारी तो है, लेकिन जांच चल रही है। अभी सीईओ साहब भी आकर देखकर गये हैं, वही बता सकते हैं। पूर्व सरपंच के समय की बात है। ये मेरी जानकारी में नहीं है
सहबे बाई,
सरपंच गर्रैया घुघरी
हमने बनाई है सड़क
हमने सड़क बनायी है और जितनी राशि थी, पांच लाख उतने में जितनी सड़क बनना थी, उससे अधिक बनाया गया है। 143 मीटर सड़क बनने का प्रस्ताव था, लेकिन हमने 170 मीटर सड़क निर्माण कराया है।
-दयाराम कुम्हरे,
पूर्व सरपंच गर्रैया घुघरी
सीएम हेल्प लाइन में शिकायत की है
मैने सीएम हेल्पलाइन 181 में शिकायत की है और मुझे पूरी जानकारी नहीं मिली है, जबकि सुग्रीव के घर से बारे लाल के घर तक सड़क बनना थी लेकिन सड़क का निर्माण हुआ ही नहीं है और पांच लाख रुपये की राशि का भुगतान कर दिया गया, जिसकी मेरे द्वारा शिकायत की गई है।
देवेन्द्र कुमार उद्दे,
ग्रामवासी गर्रैया घुघरी मंडला