आप भी अपने हार्ट को रखना चाहते है सुरक्षित तो अभी से शुरू कर दें-ये-काम
हृदय को स्वस्थ रखने के लिए पौष्टिक आहार के सेवन के साथ शारीरिक रूप से सक्रिय रहना सबसे अहम् हो चुका है। कुछ रिपोर्ट्स और स्टडीस में तो ये भी कहा गया है कि अगर हम सब रोजाना वॉक करने की आदत बना लें तो हृदय से संबंधित बीमारियों के खतरे को बहुत हद तक कम कर पाएंगे। ऐसे में सवाल है कि रोजाना कितने कदम चलना चाहिए, इससे हृदय को स्वस्थ और फिट रखा जा सके? आइए इस बारे में विस्तार से जानते है….
हृदय को स्वस्थ रखने के लिए करिए वॉक: इस प्रश्न का जवाब जानने के लिए विशेषज्ञों ने बहुत ही डीप स्टडी की है। जर्नल सर्कुलेशन में प्रकाशित निष्कर्ष में वैज्ञानिकों ने इस बारें में कहा है कि 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को प्रतिदिन 6,000 से 9,000 कदम जरूर चलना चाहिए, इससे हृदय रोगों का जोखिम बहुत हद तक कम हो सकता है।
संयुक्त राज्य अमेरिका समेत 42 अन्य देशों के 20,152 व्यक्तियों के स्वास्थ्य डेटा का उपयोग करके विश्लेषण में भी पाया जा सकता है कि नियमित वॉक करने की आदत आपके लिए बहुत लाभकारी हो सकती है। यदि कम उम्र से ही रोजाना वॉक करने की आदत बना ली जाए तो इससे न सिर्फ हार्ट को स्वस्थ रखा जा सकता है साथ ही ये शारीरिक निष्क्रियता की वजह होने वाली बीमारियों से भी आपको बचाने का काम कर सकती है।
अध्ययनों से क्या पता चला?: इतना ही नहीं इस बारें में अध्ययनकर्ताओं ने बोलाहै कि, वॉक करना संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है। युवा लोगों को प्रतिदिन 10,000 कदम चलने का लक्ष्य बनाना बहुत ही अच्छी बात है। ये उनके संपूर्ण फिटनेस को ठीक बनाए रखने में सहायक मंद है। इस एक आदत से आप न सिर्फ हार्ट अटैक और हृदय की बीमारियों के खतरे को कम कर सकते हैं, साथ ही ये आपको कई प्रकार की क्रोनिक बीमारियों से बचाए रखने में भी सहायक है।
अध्ययन के निष्कर्ष बताते हैं कि जो लोग प्रतिदिन 6,000 से 9,000 कदम चल लेते है, उनमें हृदय रोग जैसे दिल का दौरा या स्ट्रोक का जोखिम 40 से 50% तक कम होने लग जाता है। आप जितना ज्यादा वॉक करते हैं वह संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए उतना ही लाभदायक है।
क्या कहती हैं अध्ययनकर्ता?: इस बारें में कुछ बड़े डॉक्टर्स का कहना है कि विश्लेषण में पाया गया कि प्रतिदिन 15,000 कदम चलने वाले लोगों में सी.वी.डी. का जोखिम बहुत कम देखने के लिए मिला है। यदि आप 15000 कदम नहीं चल पाते हैं तो 10 हजार कदम चलकर भी स्वस्थ हो जानेंगे। इतना ही नहीं युवावस्था से ही अगर रोजाना वॉक करने की आदत बना ली जाए तो निश्चित ही ये भविष्य में आपको कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से सुरक्षित रखने के लिए बहुत है।
युवा लोग भी बरतें सावधानी: डॉ. का इस बारें में कहना है कि सीवीडी को अब भी मुख्यरूप से वृद्ध लोगों की बीमारी भी कही जाती है। हालांकि इसका मतलब यह नहीं है कि युवा वयस्कों को अपने हृदय स्वास्थ्य के बारे में ध्यान नहीं देना बहुत ही ज्यादा जरुरी है। कोरोना महामारी के उपरांत से युवाओं में भी ये खतरा तेजी से बढ़ता देखा जा रहा है। इतना ही नहीं वॉक करने और शारीरिक रूप से सक्रिय रहने की आदत हृदय और इसके प्रमुख कारकों जैसे उच्च रक्तचाप, मोटापा और टाइप-2 डायबिटीज से भी बचाने में बहुत ही ज्यादा मदद करता है। सभी लोगों को रोजाना वॉक जरूर करना चाहिए।