थाना बम्हनी बंजर ने कथन में फेरबदल एवं फर्जी हस्ताक्षर कर किया चार्जशीट न्यायालय में जमा
अपने स्टाफ के कर्मचारी किशोर मसखरे को बचाने के लिए थाना प्रभारी की काली करतूत
दैनिक रेवांचल टाइम्स मंडला संपूर्ण घटना चक्र कुछ इस प्रकार है कि विगत कुछ माह पूर्व ठरका निवासी मिथिलेश चक्रवर्ती, मिथुन चक्रवर्ती के घर पर जाकर थाना बम्हनी बंजर मे पदस्थ कर्मचारी किशोर मस्खरे अपने ही साथी राममिलन के साथ शराब के नशे में धुत होकर मिथलेश चक्रवर्ती के परिवार को डराया एवं धमकाया थाl जिसके चलते उसके द्वारा कही गई बातों से दहशत में आकर मिथिलेश चक्रवर्ती के द्वारा घर पर ही साड़ी का फांसी का फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली गई थीl इसके विरोध में थाना बम्हनी बंजर मे मृतक परिवार के द्वारा शव रखकर चक्का जाम किया गया थाl एवं मांग किया था कि उनकी शिकायत को दर्ज ना कर उन्हें डांटकर भाग देने वाली थाना प्रभारी बमनी बंजर वर्षा पटेल मृतक परिवार से चालान पेश करने के एवज में ₹5000 की राशि की मांग करने वाले मुकेश चौरसिया एवं शराब के नशे में डराने धमकाने वाले किशोर मसखरे के ऊपर कानूनी कार्रवाई की जावे lतब जिला उच्च अधिकारियों के द्वारा आश्वासन दिया गया था कि आपकी मांगों पर आपको उचित न्याय प्रदान किया जाएगा जिसके उपरांत मृतक परिवार के द्वारा चकाजाम बंद करके शव का अंतिम संस्कार किया थाl लेकिन उन्हें क्या पता था कि आश्वासन के दौरान उन्हें न्याय नहीं उनके साथ छलावा किया जा रहा हैl पुलिस प्रशासन के द्वारा उन्हें न्याय ना प्रदान करते हुए मृतक परिवार के कथन से छेड़खानी कर आरोपियों को संरक्षण देकर उन्हें बचाने के लिए पूर्ण प्रयास किया गयाl
परिजन एवं गवाहों के कथन को बदलकर फर्जी हस्ताक्षर कर की गई छेड़खानी
मृतक परिवार के परिजनों ने पुलिस थाना बमनी बंजर के ऊपर आरोप लगाया कि उनके द्वारा जो भी कथन थाने में दर्ज कराया गया था उसे विवेचन के द्वारा स्वयं हस्तलिखित लिखा जा रहा था जिसमें उनके हस्ताक्षर भी थेl किंतु थाना बमनी बंजर के द्वारा न्यायालय में जो चालान प्रस्तुत किया गया उसमें मृतक परिवार एवं गवाहों के द्वारा दिए गए कथन बिल्कुल भी मिलान नहीं कर रहे हैं और ना ही उनके हस्ताक्षर मिल रहे हैंl मृतक परिवार ने आरोप लगाया कि हमने जो कथन दिए थे वह विवेचक के द्वारा हस्तलिखित पन्नों पर दिए थे जिसमें हमारे हस्ताक्षर भी थे किंतु थाना बमनी बंजर के द्वारा उसे अलग कर कंप्यूटर द्वारा लिखित हमारे कथन को छेड़खानी करते हुए , मनमानी ढंग से बयानबाजी लिखते हुए फर्जी हस्ताक्षर करते हुए कथन को न्यायालय में जमा किया है जिससे हम सहमत नही है l जिसकी शिकायत जिला कलेक्टर महोदय मंडला, जिला पुलिस अधीक्षक मंडला एवं थाना बम्हनी बंजर में भी की गई हैl मृतक परिवार के द्वारा आरोप लगाया गया कि चलान सीट से पूर्व थाना प्रभारी वर्षा पटेल, मुकेश चौरसिया ,एवं किशोर मसखरे का नाम क्यों विलोपित किया गयाl आखिर पुलिस प्रशासन ऐसा कर क्यों रही है और यह सब करने के पीछे पुलिस प्रशासन का निजी स्वार्थ क्या है पुलिस प्रशासन इस हद तक नीचे गिर जाएगी जिसकी कभी कल्पना भी नहीं की जा सकती आखिर बयान बदलकर किसी की जान लेने वाले आरोपी के साथ पुलिस सौदा क्यों कर रही है
मृतक के परिजन थाना बम्हनी बंजर के समक्ष करेंगे सामूहिक आत्मदाह
पुलिस प्रशासन के द्वारा कथन बदलकर फर्जी हस्ताक्षर कर छेड़खानी करने की घटना के कारण मृतक के परिजनों में भारी आक्रोश व्याप्त है उनका कहना है कि जब रक्षक की भक्षक बन जाए तब इंसान किससे न्याय की उम्मीद करेगाl पूर्व थानेदार के द्वारा ना तो हमारी शिकायत को दर्ज किया गया और ना ही हमारी शिकायत पर सुनवाई की गई एवं वर्तमान थानेदार के द्वारा बयान को बदला जा रहा है आरोपियों को संरक्षण प्रदान किया जा रहा है जिससे पता चलता है कि थाना बम्हनी आमजनों का कितना हितेषी है यह तो लाश पर भी सौदा करते हैंl जिससे उनकी इस काली करतूत हरकतों के कारण हम मानसिक प्रताड़ित होकर आने वाले मंगलवार को थाना के समक्ष करेंगे सामूहिक आत्मदाह जिसकी पूर्ण जवाबदारी पुलिस प्रशासन बम्हनी बंजर की होगी जिसकी सूचना जिला उच्च अधिकारियों को परिजन के द्वारा लिखित पत्र के माध्यम से प्रेषित कर दी गई हैl
धोखा देकर षडयंत्र पूर्वक थाना प्रभारी ने बंद कर दी सीएम हेल्पलाइन
जब पूर्व थाना प्रभारी वर्षा पटेल के द्वारा मृतक परिवार के परिजन की शिकायत दर्ज नहीं की जा रही थी एवं उन्हें डांट कर भगा दिया जा रहा था तब मृतक परिवार के परिजन के द्वारा थाने से ही इस घटना को लेकर सीएम हेल्पलाइन मे शिकायत दर्ज कराई गई थीl जिसे थाना प्रभारी बम्हनी के द्वारा अपनी कुटिल षड्यंत्रकारी बुद्धि का प्रयोग करते हुए परिजनों से यह कहकर शिकायत को बंद करा दिया गया कि आपके अनुसार जो कथन दिए गए थे विवेचक के द्वारा हस्तलिखित कथन को दिखाकर यह बतलाया गया की आरोपी राममिलन, राजाराम,के ऊपर अभी कार्यवाही चल रही हैl किशोर मसखरे निलंबित है lमुकेश चौरसिया के ऊपर जांच चल रही है l सभी के ऊपर कार्यवाही संभव है जिससे परिजन थानेदार की बातों में आकर शिकायत को बंद कर दिए और जैसे ही शिकायत बंद की गई इनकी ओर से सारे बयानबाजी बदलकर न्यायालय में जमा कर दिए गए इन पूरे प्रकरण में थाना प्रभारी बमनी बंजर की बहुत बड़ी भूमिका है lथाना प्रभारी एवं आरोपियों के बीच में लंबी सौदेबाजी हुई है एवं जमकर तालमेल बिठाया गया हैl
मानव अधिकार आयोग ने भी लिया था इस प्रकरण को संज्ञान में
जिस समय मृतक परिवार के परिजन एवं पूर्ण समाज समाज के साथ हुई इस घटना के विरोध में शव रखकर चकाजाम कर रहे थे एवं पीड़ित परिवार के साथ हुई इस घटना के विरोध में शासन से क्षतिपूर्ति हर्जाना की मांग कर रहे थे तब मानव अधिकार आयोग के द्वारा भी पुलिस प्रशासन की प्रताड़ना से गई युवक की जान की घटना को संज्ञान में लिया थाl किंतु आज तक उनकी ओर से भी किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं हुई जो संशय का विषय बना हुआ हैl
कैबिनेट मंत्री ने दिया था आरोपियों के ऊपर कार्यवाही का आश्वासन
उक्त घटना के संबंध में कैबिनेट मंत्री संपतियाँ उईके जी भी मृतक परिवार के घर सांत्वना देने गई थी एवं पीड़ित परिवार को विश्वास एवं भरोसा दिलाया था कि आरोपियों के ऊपर हर संभव मेरी ओर से कार्रवाई करने का प्रयास किया जावेगा l मृतक परिवार की ओर से समाज ने आरोपियों के ऊपर कार्यवाही करने की मांग को लेकर ज्ञापन भी दिया था l जिसमें स्वयं कैबिनेट मंत्री ने कहा था कि मेरे द्वारा हर संभव आपको न्याय दिलाने का प्रयास किया जाएगा यदि आपको न्याय नहीं मिलेगा तो समाज स्वतंत्र है कुछ भी करने के लिए मृतक परिवार को क्या पता था कि कैबिनेट मंत्री की भी कोई इज्जत नहीं है थाने में एक दिन उन्हें खुद ही थाने के समक्ष जाकर आत्मदाह करना होगाl