कान्हा टाइगर रिजर्व में बाघिन की आपसी संघर्ष में मौत, जांच जारी
मंडला। कान्हा टाइगर रिजर्व के वन परिक्षेत्र किसली अंतर्गत एक मादा बाघ (उम्र लगभग 10-12 वर्ष) की मौत आपसी संघर्ष के कारण हुई। वन भूमि कक्ष क्रमांक 40 (780), बीट चिमटा, वृत घंघार क्षेत्र में यह घटना प्रकाश में आई।
घटना की जानकारी मिलते ही एनटीसीए, नई दिल्ली और मुख्य वन्यजीव अभिरक्षक, मध्यप्रदेश, भोपाल के दिशा-निर्देशों के तहत त्वरित कार्रवाई की गई। मौके को सुरक्षित कर डॉग स्क्वाड की मदद से घटनास्थल और आसपास के क्षेत्र की गहन छानबीन की गई।
विशेषज्ञों की टीम ने किया पोस्टमार्टम
मादा बाघ के शव का पोस्टमार्टम वन्यजीव विशेषज्ञों की टीम द्वारा किया गया, जिसमें शामिल थे:
डॉ. संदीप अग्रवाल (वन्यजीव चिकित्सक, कान्हा टाइगर रिजर्व, मंडला)
डॉ. आर.एम. भुरमुदे (एसव्हीएस)
रमेश वारेश्वा (पशु चिकित्सक, मोहगांव)
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, बाघिन के शरीर के सभी अंग सुरक्षित पाए गए। निर्धारित प्रक्रियानुसार शव का भस्मीकरण किया गया।
वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में कार्रवाई
शवदाह की प्रक्रिया वरिष्ठ वन अधिकारियों की उपस्थिति में पूरी की गई, जिनमें शामिल थे:
- सुश्री संध्या, IFS (वन संरक्षक, कार्य आयोजना, बालाघाट)
- सुश्री अमीता के.बी., IFS (उपसंचालक, कान्हा टाइगर रिजर्व)
- अजय ठाकुर (सहायक संचालक, बंजर)
- दिनेश वरकडे़ (तहसीलदार, बिछिया)
- परशराम चौहान (एनटीसीए प्रतिनिधि)
- चंद्रेश खरे (मानद वन्यप्राणी अभिरक्षक)
- श्यामबती उइके (सरपंच, ग्राम पंचायत खटिया)
पूरी कार्रवाई की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी भी की गई है।
वन अपराध प्रकरण दर्ज, जांच जारी
घटना को लेकर वन अपराध प्रकरण दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है। अधिकारियों का कहना है कि वे मामले की गहराई से छानबीन कर रहे हैं ताकि वन्यजीव संरक्षण के प्रयासों को और मजबूत किया जा सके।
(दैनिक रेवांचल टाइम्स, मंडला)
