EVM हटाओ संयुक्त मोर्चा मध्य प्रदेश के तत्वाधान में भोपाल में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया….
रेवांचल टाईम्स – भोपाल अम्बेडकर पार्क में EVM के विरोध में एड.भानु प्रताप सिंह (सुप्रीम कोर्ट, दिल्ली) की उपस्थिति में धरना प्रदर्शन एवं राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा गया।
भोपाल ई.वी.एम. मशीन पर पूर्णतः प्रतिबन्ध लगाया जाए एवं बैलेट पेपर के माध्यम से चुनाव कराये जाने के सम्बन्ध में इण्डिया गठबन्धन की ओर से ज्ञापन पत्र।
भोपाल के अम्बेडकर पार्क में EVM के विरोध में एड.भानु प्रताप सिंह (सुप्रीम कोर्ट, दिल्ली) की उपस्थिति में धरना प्रदर्शन एवं राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा गया।
मुख्य चुनाव आयुक्त निर्वाचन सदन अशोक रोड नई दिल्ली
मुख्य चुनाव अधिकारी महोदय जी निर्वाचन सदन 17 अरेरा हिल्स भोपाल
ज्ञापन के बिन्दु निम्न है। :
यह कि पूरे दुनिया के अन्दर भारत में एक मजबूत लोकतांत्रिक प्रणाली कायम थी जिसके अर्न्तगत जनता अपनी स्वेच्छा से निर्वाचन में आये हुये किसी भी उम्मीदवार को मत देकर अपना प्रतिनिधि चुनती है। लोकतंत्र शासन का ऐसा रूप है जिसमें शासकों का चुनाव लोग करते है। देश नं यह शासन प्रणाली लोगो को सामाजिक, राजनीतिक तथा धार्मिक स्वतंत्रता प्रदान करती है।
. यह कि भारत में आजदी के बाद से बैलेट पेपर के माध्यम से चुनाव कराये जाते रहे इसके बाद समय एवं धन की बचत का उदाहरण देकर सन् 1982 में केरल राज्य की एक विधानसभा में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन से चुनाव कराकर उदाहरण पेश करके देश में सन् 1998-1999-2001 से लगातार ई.वी.एम. से चुनाव कराए जाने लड़े यही कुछ वर्षों तक पारदर्शिता दिखाई देती रही।
3. यह कि सन् 2009 के लोकसभा चुनाव नतीजी को लेकर भारतीय जनता
पार्टी ने हार की वजह ई.वी.एम. को बताकर बैलेट पेपर से चुनाव कराने की बात कही थी तब से लगातार प्रत्येक चुनावों में सवाल उठते रहे है। 4. यह कि हाल ही में पांच राज्यों के सम्पन्न विधानसभा चुनावों में जिस तरह से जनता की आवाज के विपरीत चुनाव परिणाम आये तमाम ई.वी.एम. मशीन की खामियां देखने को मिली घटनाकम उजागर हुये जिससे पाँच राज्या सहित पूरे देश में ई.वी.एम. को लेकर गंभीर सवाल उठने लगे इससे स्पष्ट हो चुका है कि अब जनता के द्वारा, जनता के लिये जनता का शासक नहीं अब तो ई.वी.एम. के द्वारा चुनाव आयोग के माध्यम से तानाशाहों को सौंपा गया शासन है ऐसी आवाजें पूरे देश से उठ रही है।
5. यह कि देश के अन्दर विपक्षी दलों के इण्डिया गठबन्धन ने राष्ट्रीय स्तर पर अपना विरोध जताया है। उसी कड़ी में म०प्र० इण्डिया गठबन्धन से जुड़े राजनैतिक दलों संगठनों ने 24 दिसम्बर 2023 को व्यापक स्तर बैठक कर ई.वी.एम. हटाओ बैलेट पेपर लाओ का प्रस्ताव पारित किया है जिसमें म०प्र० काग्रेस कमेटी, समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल, जनता दल सेक्युलर, जनता दल यूनाईटेड, मार्क्सवादी कमनिष्ट पार्टी, आम आदमी पार्टी, आदिम समाज पार्टी, भा0क0पा0 माले, भारतीय वीर दल, ऑल इण्डिया डेमाकेटिक पार्टी, सर्वण समाज पार्टी, पिछड़ा समाज पार्टी, अखिल भारतीय गोंडवाना पार्टी ,राष्ट्रीय गोंडवाना पार्टी, आरक्षित समाज पार्टी, नेशनल जागरण पार्टी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, राष्ट्रीय मतदाता जाग्रति मंच सहित तमाम संगठनों के प्रमुख शामिल रहे। 6. यह आज दुनिया के देशो नीदरलैण्ड, अमेरिका, इंग्लैण्ड, आयरलैण्ड, कजाकिस्तान, फिनलैण्ड, जर्मनी, नार्वे, रोमानिया सहित तमाम देशों मे ई.वी. एम. मशीन से चुनाव को पूरी तरह प्रतिबन्धित कर दिया है। इसी तरह हम इण्डिया गठबंधन के समस्त राजनैतिक दल देश के मतदाताओं की ओर से ई.वी.एम. मशीन पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने की मांग करते है ।
कि सन् 2024 लोकसभा चुनाव के मद्देनजर ई. वी. एम. मशीन पर पुर्णतः प्रतिबंध लगाकर बैलेट पेपर के माध्यम से चुनाव कराये जाने मांग की।