नैनपुर विकासखंड में जल जीवन मिशन में घोटाले की जांच करने पहुंचे जिले के अधिकारी…

33

 

रेवांचल टाईम्स – मंडला, जिले के अंतर्गत गाँव गाँव मे चल रही जल जीवन मिशन में विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों की साठगाँठ के चलते भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी है कार्य पूरा हुआ ही नही और ठेकेदारों को भुगतान हो गया हैं कही न कही सरकारी योजनाएं केवल और केवल भ्रष्टाचार के लिए बनाई गई है क्योंकि ठेकेदार बिना कमीशन के आज के समय टेंडर प्राप्त कर ही नही सकता और बिना कमीशन के काम करना आसान ही नही है।
वही नैनपुर जनपद में हुए जल जीवन मिशन की शिकायत में जाँच करने पहुँचे अधिकारियों को समय में काम पूरा करने का दिया निर्देश मना जल जीवन मिशन योजना में हुई है। गड़बड़ी

पीएचई एसडीओ सतीश रंगारे और दो ठेकेदारों ने मिलकर किया है। जमकर घोटाला जांच हुई तो होगा बड़ा मामला उजागर

वर्तमान समय में सरकार भले ही आज- आमजन के लिए विजली- पानी-व सडक आदी कि सम्पूर्ण और अच्छी व्यवस्था करने का दाबा करता है। कि मगर पीएचई विभाग के अधिकारी और ठेकेदारो ने प्रशासन को ऐसा चुना लगाया है। जनता और ग्रामीण उफ तक नही कर रहे है। वही पीएचई के कुछ ऐसे कार्यों में भ्रष्टाचार करने और पलीता लगाने में कोई कसर अधिकारियों ने नही छोड हैं। बता दें कि मध्यप्रदेश के आदीवासी बहुल्य मण्डला जिले में पानी की समस्या से लोग अत्यंत परेशान हो रहे हैं- सिंचाई के साथ-साथ पेयजल की समस्या दिनों दिन परेशानी का शबब बनती जा रही है- दु:ख की बात तो यह है कि मध्यप्रदेश शासन की महत्वपूर्ण योजना जिले में पानी की समस्या विकराल होती जा रही है- इनके जिले में जल-जीवन मिशन की भारी दुर्गति हो गई है।

पीएचई के जिले से आए अधिकारियों ने नैनपुर विखासखंड में अधूरे काम देखकर एसडीओ को लगाई फटकार

पीएचई विभाग के कुछ अधिकारियों ने बंद नल जल योजना में प्रोग्रेस दिखा कर ठेकेदार के साथ मिलकर राशि भी अहरण कर ली भी सूचना के अधिकार में जानकारी मांग किए जाने पर भी जानकारी नहीं दी जा रही है। वही शिकायत होने जिले के पीएचई के अधिकारी जल जीवन मिशन में हुई गड़बड़ी की जांच करने नैनपुर विकासखंड आए और ग्राम निवारी और मक्के में जाकर देखा की ठेकदार और एसडीओ सतीश रंगारे ने कैसा घोटाला किया है। काम पूरा नही होने के बाद भी राशि आहरण कर ली गई है।और ठेकेदार को भी भुगतान कर दिया है।

जल जीवन मिशन अंतर्गत नल जल योजना का कार्य अपूर्ण किया होने पर कागजों में पूरा

वही सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश के मंडला जिले में जल जीवन मिशन अंतर्गत नल जल योजना का कार्य पूर्ण करने में घोर लापरवाही बरती जा रही है- समय पर कार्य पूर्ण नहीं कराया जा रहा है और गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा जा रहा है- प्रत्येक ग्राम व शहर में जल जीवन मिशन अंतर्गत नल जल योजना का कार्य पूर्ण कराने में घोर लापरवाही बरती जा रही है- विकास खंड नैनपुर के दर्जनों गांव ऐसे हैं जंहा महीनों पूर्व सिर्फ कागज में- नलजल सप्लाई शुरू कर दिया गया है। वही जमीनी हकीकत कुछ और ही है। वही पीएचई विभाग ने टंकी बना दी और ग्राम में लाइन डाल दी मगर पानी कहा है। और जनता को पानी कब मिलेगा किसी अधिकारियों और ठेकेदारों को नही पता है। वही पीएचई विभाग के अधिकारी एसडीओ एस के रंगारे और ठेकेदारों ने मिलकर जमकर घोटाला किया है। जहा मन हुआ बोरिंग करवा दी वही विभाग के गोपनीय जानकारी के अनुसार बोरिंग कितना गहरा है। किसी को नहीं पता है। और किस रेट से बोर हुआ यह जांच का विषय है। वही ग्राम निवारी और मक्के में एक किलो मीटर पाइप डालने में 1करोड़ की राशि खर्च कर दी गई है। वही ऐसा कारनामा एसडीओ रंगारे और पिपले प्राइवेट लिमिटेड बालाघाट के द्वारा किया गया है। वही ठेकेदार और सतीश कुमार रंगारे बालाघाट के निवासी है। तो दोनों ने मिलकर जमकर घोटाला किया गया है। वही एसडीओ के कार्यकाल की जांच हुई तो इतना बड़ा घोटाला निकल आएगा की जिसका अनुमान विभाग को नही है।

पीएचई एसडीओ सतीश रंगारे की संपति की होनी चाहिए जॉच

मंडला जिले की विधायक और पीएचई मंत्री संपतिया उइके इस विषय पर तत्परता से कार्यवाही करें और जहां-जहां लापरवाही बरती जा रही है वहां-वहां कमियों को दूर करते हुए दोषियों के खिलाफ दण्डात्मक कारवाई करें। वही इतने बड़े भ्रष्ट्राचार को विधायक से जनता मांग करती है। उच्चस्तरीय जॉच करवा कर पीएचई के एसडीओ सतीश रंगारे और अधिकारियों की संपति की जांच होनी चाहिए और ठेकेदारों को किए अधूरे काम के बिना पीएचई विभाग के अधिकारियों के द्वारा किए गए भुगतान की जांच की ओर एसडीओ और ठेकेदारों के विरुद्ध कार्यवाही की मांग उठाई जा रही है।

इनका कहना है।

मेरे द्वारा शिकायत की गई थी। जिसमें जिले से पीएचई के अधिकारी आए और नल जल का काम अधूरा पाया गया है।
नितेश झरिया
समाजसेवी ग्राम मक्के

instagram 1
Leave A Reply

Your email address will not be published.