सीएमएचओ की सह पर एमपीडब्ल्यू आदेश को ठोकर मारी…आखिर क्यों कर रहे जिम्मेदार अपनी मनमानी?

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रेवांचल टाईम्स – जिले में स्वास्थ्य विभाग सरकार के आदेशों को दरकिनार कर कुम्भकर्ण सी नींद सो रहा है, जिस कारण से आज स्वास्थ्य व्यवस्था लचर होने के साथ साथ वेंटिलेशन में जा चुकी है, और जिले की स्वास्थ्य के नाम बड़े और दर्शन छोटे हो चुके है, सीएचसी बिछिया में चिकित्सक आवासों पर एमपीडब्ल्यू का कब्जा…

मंडला, आदिवासी बाहुल्य जिले में स्वास्थ्य विभाग की रजामंदी से जिला कलेक्टर आदेशों को दरकिनार कर एकतरफा भ्रष्टाचारीयों का राज बढ़ता जा रहा है। जिला कलेक्टर के पत्र क्र.02 दिनांक 18/01/2024 अनुसार गोवर्धन सिंह धुर्वे एमपीडब्ल्यू सामू.स्वा.केंद्र बिछिया में संलग्नीकरण के संबंध में शिकायत की जांच हेतु गठित समिति की जांच प्रतिवेदन आवक क्र.397 दिनांक 09/02/2024 के पालन में गोवर्धन सिंह धुर्वे एमपीडब्ल्यू को मूल पदस्थापना स्थान उपस्वास्थ्य केन्द्र केवलारी सामू.स्वा.केंद्र बिछिया में कार्य संपादन करने हेतु एतद् द्वारा मुख्य चिकि.एवं स्वा.अधि.जिला मण्डला(म.प्र.)द्वारा आदेश क्र./स्था.एन.जी/2024/मण्डला दिनांक – 06/03/2024 पृ.क्र./स्था.एन.जी/2024/मण्डला दिनांक- 06/03/2024 के तहत आदेशित किया गया है जिसके अंतर्गत तत्काल प्रभाव से प्रभावशील करने हेतु
आदेशानुसार समस्त आला-अधिकारियों एवं कर्मचारियों एवं श्री गोवर्धन सिंह धुर्वे एमपीडब्ल्यू की ओर सूचनार्थ,आवश्यक कार्यवाही हेतु एवं पालनार्थ तथा सामान्य/व्यक्तिगत नस्ती हेतु आदेशित किया गया,जारी उक्त आदेशानुसार म.प्र.सि.सेवा आच.अधि.के तहत 07 दिवस के भीतर आदेश का पालन किया जाना अनिवार्य है,परन्तु जिम्मेदारों की सह एवं हिस्सेदारी बटोरने के चलते उक्त आदेश का खुलेआम उलंघन करते हुए जिम्मेदारों एवं श्री गोवर्धन सिंह धुर्वे एमपीडब्ल्यू द्वारा म.प्र.सि.सेवा आच.अधि. के दिशा-निर्देशों का खुलेआम उलंघन किया गया तथा जिला कलेक्टर के आदेशों को दरकिनार कर शासकीय सेवा कार्य संपादन आदेश को चुनौती दी गई जो कानूनन घोर अपराध की श्रेणी में आता है।

जिले में स्वास्थ्य विभाग सरकार के आदेशों को दरकिनार कर कमाई की नींद सो रहा है

वही मंडला जिले में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही तथा भ्रष्टाचार की पोल का खुलासा अनेकों दफा अनेकों मामले में किया जा चुका है, बावजूद इसके लापरवाहों ने अपनी करतूतों में कोई बदलाव नहीं लाया, नतीजा आये दिन भ्रष्टाचारीयों के हौंसले बुलंद होते जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग में जिम्मेदारों ने अपनी वही रवैया जारी रखा हुआ है कि जब तक अपनी करतूतों को छुपाने की कीमत की चादर से ढांकते बने तक भ्रष्टाचार को बढ़ावा और वसूली को दुगुना कर बंटवारे की नीति जारी रखा जाए, और पोल खुलते ही शासन-प्रशासन के आदेशानुसार मामले पर कार्यवाही की चादर डालकर स्वयं की गर्दन बचाने की कार्यवाही किया जावेगा यही सौदेबाजी का खेल एक बार फिर सीएमएचओ डॉ सरोते द्वारा किया गया जिसमें
भ्रष्टाचारीयों की पोल खुलते ही शासन-प्रशासन की नींद खुली और गोवर्धन सिंह धुर्वे एमपीडब्ल्यू द्वारा फर्जी बीईई का चोला पहनकर स्वास्थ्य विभाग में जांच अधिकारी के नाम पर वसूली का किया गया पर्दाफाश, तथा वर्षों से चल रहे इस जांच अधिकारी के नाम पर अवैध वसूली में स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार तथा आलाकमान को कार्यवाही के नाम की घंटी बजा कर मामले को शांत करते नजर आए मामले में सीएचसी बिछिया बीएमओ डॉ सज्जन सिंह उइके भी रहे शामिल।
सीएचसी बिछिया में चिकित्सक आवासों पर एमपीडब्ल्यू का कब्जा
सामूदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिछिया में लापरवाही का खेल थमने का नाम नहीं ले रहा है।स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों एवं जिम्मेदारों की दिन-रात बढ़ती जा रही लापरवाही एवं भ्रष्टाचारी के चलते चिकित्सक आवासों पर हुआ एमपीडब्ल्यू का कब्जा चिकित्सक शासकीय आवास छोड़ मण्डला से कर रहे आना-जाना, जिसके चलते मरीजों को स्वास्थ्य व्यवस्था की जगह रिफर की दवाई दी जाती है, चिकित्सकों से आये दिन मरीजों को रिफर करने का कारण पूछने पर उन्होंने स्पष्ट किया कि सीएमएचओ एवं बीएमओ की रजामंदी तथा लापरवाही से चिकित्सक आवासों पर एमपीडब्ल्यू ने अपना कब्जा जमा कर रखा हुआ है ऐंसे में हमें मजबूरन मण्डला से आना-जाना करना होता है तथा हमारी गैर हाजिरी में मरीजों को मण्डला रिफर कर दिया जाता है। मामले को लेकर अनेकों दफा शिकवा-शिकायत की गई परन्तु जिम्मेदारों ने मामले पर दोषियों को अपने सामने बुलाया तथा मामले पर कार्रवाई के स्थान पर सौदेबाजी किया, और जिम्मेदारों द्वारा जानबूझकर दोषियों के खिलाफ म.प्र.सि.सेवा अधि.1966/14/ए के तहत वैधानिक कार्यवाही नहीं करने से दोषियों के हौंसले बुलंद होते जा रहे हैं तथा शासकीय कार्य संपादन प्रभावित हो रहा है आला-अधिकारियों को चाहिए कि इस मामले से जुड़े समस्त दोषियों को तत्काल निलंबित किया जावे।

इनका कहना है—
मेरे द्वारा दोषियों को तत्काल हटाने को लेकर आदेश कर दिया गया है, यदि बीएमओ द्वारा तत्काल आदेश को प्रभावशील नहीं किए जाने पर, मेरे द्वारा दोषियों के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही कर वेतन रोक दिया जाएगा।
डॉ कीर्ति चन्द्र सरोते
सीएमएचओ मण्डला।

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