जिले में सटोरियों के हौसले हुए बुलंद, नहीं है पुलिस का डर.. मंडला थाना अंतर्गत फिर चालू हुआ सट्टे का खेल
सटोरियों पर कार्यवाही करने में नाकाम साबित हो रही पुलिस, क्या हो सकता है कारण
वही सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय मंडला में इन दिनों बड़े ही तेजी से सट्टा का बाजार गर्म नज़र आ रहा है और बेख़ौफ़ होकर पट्टी लिखने वाले औऱ खाई बाजो की बल्ले है अब सोचने वाली बात ये है कि आखिर कार इन्हें पुलिस का ख़ौफ़ क्यों नही है क्या ये जिम्मेदार विभाग से मौन सहमति ले चुके है या फिर इन्हें पुलिस का डर या उनकी कार्यवाही का भय नही है आखिर क्या है जो कि नगर के अंदर सहित जगह जगह पट्टी लिखाई जा रही है काउंटर सज चुके हैं रेडक्रॉस की जहाँ कुछ दिनों पहले मंडला थाना प्रभारी से इसकी शिकायत की गई थी जिसके समाचार अखबारों में प्रकाशित किया गया था और सट्टा खिलाने वालों के द्वारा कुछ दिन बंद कर दिया था लेकिन अब फिर रेडक्रॉस में खुलेआम काउंटर लगाकर सट्टा पट्टी लिखी जा रही है एवं जिला पंचायत के पास हनुमान मंदिर के सामने सट्टा खिलाने का काउंटर खोला गया अगर हम बात करें सब्जी मंडी की तो चार पांच युवकों के द्वारा मंडी में घूम-घूम कर लिखी जाती है सट्टा पट्टी मटन मार्केट के पास सटोरियों का गढ़ बना रहता है। और अब धीरे धीरे सत्ता का व्यापार के कारण जमबाड़ा, गरीब हो रहे बर्बाद, सट्टा खिलाने वाले हो रहे आवाद औऱ सब ये जिम्मेदार आँखे खोल कर देख रहे है पर कार्यवाही नही की जा रही ये बडा सवाल हैं।
आखिर इन सटोरियों को किसका मिल रहा है संरक्षण, क्या पुलिस इन पर कर सकेगी कार्यवाही