पी.एच. ई.मंत्री कि जिले में पानी कि समस्या बरकरार, जिले में संचालित जल जीवन मिशन कि भारी दुर्गती जिम्मेदार कौन..

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रेवांचल टाईम्स – मंडला, जिले प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी गर्मी आते ही अनेकों ग्राम में निवासरत ग्रामीणों को पानी की किल्लत से होकर गुजरना पड़ता है, सरकार और सरकारी व्यवस्था तो बहुत है पर वह कितनी कारगर साबित हो रही है ये देखने वाला कोई नही और इस जिले जनप्रतिनिधियों ने तो कसम ख़ा रखी है कि केवल हम चुनाव के समय ही जनता जनार्धन को जितने के लिए याद करेंगे और उन्हें वादे भी करेगे औऱ विश्वास दिलाइगे की आप हमें जिताओ फिर आपकी समस्याएं हमारी होगी पर आज तक ऐसा होते नही दिखाई दिया है चुनाव जीतने ओर सत्ता पाने के बाद सब अपने औऱ अपने करीबियों, चाहतों का ध्यान रखा जाता है फिर मतदाताओं को कौन याद रखता है औऱ उनकी समस्याएं समाधान हो जाये तो इन्हें लगता है कि शायद जनता इन नेताओं को भूल जाऐगी शायद इस लिए किए गए वादे याद नही रहते है।

नल जल योजना और हर घर पानी योजनाओ में करोंडो रूपए खर्च होने के बाद भी आमजन को नहीं मिल पा रहा पीने के लिए पानी विकास खंड मुख्यालय मोहगांव सहित कई गांवो में दिनों दिन गहरा रहा पानी कि समस्या बनी हुई हैं और इस ओर कोई भी ध्यान नही दे रहा हैं।

वही सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के विकास खंड मोहगांव कि भ्रष्टाचार कि कहानी जगजाहिर है, यंहा पर ठेकेदारों को वा सरकारी अमला को शासन के द्वारा निर्धारित नियम कानून एवं समय सीमा से कोई लेना देना नहीं यंहा लोग नियम कानून को दरकिनार कर अपने मर्जी के हिसाब से काम करते हैं चाहे उनके द्वारा कराए गए कार्यों से आमजन को लाभ मिले ना मिले इससे इन्हे कोई मतलब नहीं है विकास खंड मुख्यालय मोहगांव सहित समूचे क्षेत्र में ऐंसे कई उदाहरण देखने को मिल जाएंगे। मुख्यालय मोहगांव के लिए स्वीकृत एक ऐंसे ही महत्वपूर्ण योजना जो लगभग दो वर्ष से निर्माणधीन है और भ्रष्टाचार कि भेंट चढ़ते नजर आ रहा है। उस योजना के लिए जिले के केंद्रीय मंत्री व मंडला सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते तत्कालीन राज्य सभा सांसद सम्पतिया उइके निवास के तत्कालीन विधायक डां.अशोक मर्सकोले सहित स्थानीय एवं क्षेत्रीय जन प्रतिनिधी मौजूद नजर आ रहे हैं और आप सभी कि गरिमामय उपस्तिथी में विगत दो वर्ष पूर्व दिनांक-30-8-2021 दिन सोमवार को मोहगांव माल के लिए रैट्रोफिटिंग नलजल योजना के तहत स्वीकृत कार्य का भूमिपूजन किया गया था और प्राप्त जानकारी अनुसार इस कार्य को लगभग एक वर्ष में पूर्ण करने का था किंतू आज तक उक्त जल जीवन मिशन के तहत स्वीकृत कार्य को पूर्ण नहीं किया गया है और करोडों रूपए खर्च होने के बाद भी आमजन को पीने का साफ पानी नहीं मिल पा रहा है।
वही मोहगांव निवासी आमजनों के द्वारा वर्षों से किए जा रहे पीने कि पानी कि मांग आज भी अधूरी नज़र आ रही हैं। नलजल योजना के तहत रैट्रोफिटिंग कार्य स्वीकृत तो किया गया था जिसकी लागत 1 करोड- 32 लाख 14 हजार रुपए बताई जा रहा है, और कार्य को शुरू भी कर दिया गया है और कार्य शुरू हुए लगभग दो वर्ष पूर्ण हो चुके है किंतू आज भी उक्त कार्य अपूर्ण है और उक्त पानी फिल्टर सिर्फ एक शो पीस बनकर रह गया है। आज भी विकास खंड मुख्यालय मोहगांव के आमजन साफ पानी पीने को मोहताज हैं, इसके साथ ही हर शासकीय निर्माण कार्य शुरू होने के पूर्व कार्यस्थल पर एक बड़े बड़े सुनहरे अक्षरों से वोर्ड लगाया जाता है जिसमें योजना का नाम किस मद से कार्य स्वीकृत हुआ है इसके अलाबा इसकी स्वीकृत राशि क्या है, कार्य को कब तक पूर्ण कर लिया जाएगा ऐ सारी जानकारी साफ एवं स्पष्ट हिंदी शब्दों में लिखी होती वैसा ही एक वोर्ड आमजन कि जानकारी के लिए लगाया जाता है किंतू यंहा करोड़ों के काम हो रहे है पर ऐसा कोई वोर्ड नहीं लगाया गया है, यह भी एक जांच का विषय है, इस तरह से विकास खंड मुख्यालय मोहगांव में निर्माणधीन पानी फिल्टर कार्य में कई तरह से अन्नमित्ताएं नजर आ रहा है और यंहा के जिम्मेदार लोगों के साथ साथ विभागीय लोग भी इस ओर लापरवाही बरतते हुए बिल्कुल ध्यान नहीं दे रहे हैं और अब गर्मी का मौषम चल रहा है, औऱ अब पानी कि समस्या बिकराल रूप ले रहीं हैं। अब देखने बाली बात ऐ है कि क्या भविष्य में यह करोड रूपए से निर्मित पानी फिल्टर से मोहगांव के लोगों को पीने कि पानी उपलब्ध हो पाएगा या फिर विकास खंड सालों से अपनी जड़ जमाए बेठे जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी इस योजना को भी भ्रष्टाचार कि भेंट चढ़ा दिया जायेगा।

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