जनपद मुख्यालय मोहगांव से ही चल रहा भ्रष्टाचार का खेल… जिनको दी गई कमान सब कुछ जानकर भी बन रहे अनजान…

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रेवांचल टाइम्स मंडला- आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र मंडला जिले में इन दिनों जमकर भ्रष्टाचार और गबन देखने को मिल रहा है भ्रष्टाचार और गबन के मामले कहें या अधिकारियों की मिलीभगत सब कुछ चरम सीमा पर पहुंच चुका है.भ्रष्टाचार की खबरें आये दिन अखबार में प्रकाशित होती हैं और इन पर जिले की मुखिया जांच का आदेश भी करती हैं लेकिन अधीनस्थ अधिकारी कर्मचारी जांच के नाम पर अपनी भी जेब का ख्याल रख सिर्फ खानापूर्ति करते है
खबर के प्रकाशन पर जांच केवल कागजों में और जांच की रिपोर्ट नोटों की चमक के आगे फीकी पड़ जाती है..
ऐसा ही नया मामला जनपद पंचायत मोहगांव के ग्राम पंचायत मलवाथर का आया है जहां रोजगार सहायक बिल तो लगवा दिए लेकिन उनको ये नही पता नहीं की बिल कितने स्पष्ट हैं और किसकी दुकान कहां स्थित है..जब इस विषय पर रेवांचल की टीम नें रोजगार सहायक से बात की तो उन्होने बताया कि हम तो मोहगांव जनपद से ही बिल लगवाते हैं और वहीं के आपरेटर के द्वारा लगाया जाता है..अब आपरेटर कैसे क्या बिल लगाते हैं सही है या धुंधलापन है ये तो हमें नहीं पता हम बिल दे दिए अब वो जाने कैसे क्या करते हैं..
इससे ये सिध्द होता है कि जनपद पंचायतों में आपरेटर ही जनपद में सही मलाई खा रहे हैं..और पूरा खेल कमीशन का चलता है..
विगत दिनों जनपद पंचायत नैनपुर में भी आपरेटर के द्वारा लाखों का गबन किया गया था..अब ऐसा प्रतीत हो रहा है कि आने वाले समय में जनपद पंचायत मोहगांव में भी ऑपरेटर के द्वारा गबन घोटाला सामने आयेगा…

वहीं नाम न बताने की शर्त पर कुछ ग्रामीण जनों में बताया कि रोजगार सहायक का अपना अलग कमीशन है जिस दुकान से ये बिल लेते हैं वहां से राशि बढ़ाकर बिल बनवा लेते हैं ताकि बिल भुगतान पर कमीशन मिलता है…

इनका कहना है..

मेरे द्वारा जनपद पंचायत मोहगांव से बिल लगवाये जाते हैं और वहीं के आपरेटर बिल लगाते हैं अब वो ही बता सकते हैं कि बिल कैसे लगाते हैं..
मैं केवल प्रभारी सचिव हूं..

धीरज धनंजय
प्रभारी सचिव मलवाथर..

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