पुलिस रिपोर्ट न लिखे, आपकी सुनवाई न हो तो आयोग में शिकायत दर्ज करें – अध्यक्ष श्री अंतर सिंह आर्य
पर्यावरण की सुरक्षा के लिए एक पेड़ माँ के नाम जरूर लगाएं – अध्यक्ष श्री अंतर सिंह आर्य
जंगल आदिवासियों के जीवन व जीविका का प्रमुख आधार है – अध्यक्ष श्री अंतर सिंह आर्य
अध्यक्ष श्री अंतर सिंह आर्य ने कालपी में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया
मंडला 24 जुलाई 2024
राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष श्री अंतर सिंह आर्य ने कहा कि प्रधानमत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने एक आदिवासी महिला को राष्ट्रपति बनाकर देश के सर्वोच्च पद पर आसीन किया है। इससे पूरे देश में हमारा समाज गौरान्वित हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी को भारत देश में रहने वाले करोड़ों आदिवासियों की चिंता है। इसलिए उनके शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और विकास की दिशा में लगातार काम किया जा रहा है। जिससे उन्हें सरकार की योजनाओं का लाभ मिल सके और उनके जीवन में खुशहाली आ सके। अध्यक्ष श्री अंतर सिंह आर्य बुधवार को कालपी जिला मंडला में अनुसूचित जनजाति बंधुओं के विकास एवं कल्याण के लिए वन समिति के सदस्यों के सुझावों पर चर्चा कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर श्री प्रकाश उईके निज सचिव अनुसूचित जनजाति आयोग श्री संदीप कुलस्ते जनजाति प्रदेश भाजपा कार्यालय मंत्री जिला फारेस्ट ऑफिसर सुश्री पुष्पा सिंह नेताम एसडीएम शाहिद खान सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग साहेब सिंह जगेत सहित विभागीय अधिकारी कर्मचारी मौजूद थे। अध्यक्ष श्री अंतर सिंह आर्य का कार्यक्रम में आगमन होने पर उनका फूलमालाओं से भव्य स्वागत किया गया। उन्होंने इस अवसर पर एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत वन मंडल कार्यालय में वृक्षारोपण किया। अध्यक्ष श्री अंतर सिंह आर्य ने मां सरस्वती की प्रतिमा के आगे दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
अध्यक्ष श्री अंतर सिंह आर्य ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने देश वासियों से एक पेड़ मा के नाम लगाने की अपील की है। इसलिए अभी नागरिक विभाग संस्थ्याये और समाज सेवी अनिवार्य रूप से एक फलदार पेड़ जरूर लगाएं। उन्होंने कहा कि पर्यावरण की रक्षा के लिए पेड़ लगाना बहुत जरूरी है। जिससे आने वाली पीढ़ी को पर्यावरण संकट का सामना न करना पड़े। अध्यक्ष श्री अंतर सिंह आर्य ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने देश के नागरिकों को कोरोना काल में सुरक्षा प्रदान की है। उन्होंने देश वासियों को राशन चिकित्सा सुविधा सहित इलाज का समुचित प्रबंध किया। देश के नागरिकों का टीकाकरण करके कोरोना से उनके प्राण बचाए हैं। अध्यक्ष अंतर सिंह आर्य ने कहा कि जंगल आदिवासियों के जीवन का प्रमुख आधार है। जंगल आपके दैनिक जीवन की आवश्यकता को पूरा करता है। जंगल से आदिवासियों को कंद फल फूल प्राप्त होता है। इसलिए हमे जंगल की सुरक्षा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पुलिस आपकी रिपोर्ट न लिखे आपकी कही सुनवाई न हो तो आप अपनी शिकायत अनुसूचित जनजाति आयोग में दर्ज करा सकते हैं। दर्ज शिकायत पर आयोग द्वारा विधिवत रूप से कड़ी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने बताया कि अनुसूचित जनजाति आयोग में आप ऑनलाईन शिकायत भी दर्ज करा सकते हैं।
अध्यक्ष अंतर सिंह आर्य ने कहा कि आजीविका मिशन के माध्यम से स्व सहायता समूह बनाकर महिलाएं आगे बढ़ रही हैं। समूह के माध्यम से आपसी समन्वय बनाकर काम करने पर महिलाओं में जागरूकता आई है। आज महिलाएं स्व सहायता समूहों से जुड़कर स्वयं का व्यापार व्यवसाय प्रारंभ कर रोजगार स्थापित कर रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार लाड़ली लक्ष्मी योजना से बेटियों को लखपति बनाने का काम किया है। प्रदेश की बेटियाँ शिक्षा के क्षेत्र में लगातार आगे बढ़ रही हैं। प्रदेश सरकार ने लाड़ली बहना योजना से महिलाओं को लाभान्वित कर उन्हें आर्थिक रूप से सम्पन्न बनाने का काम किया है। महिलाओं को प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के अंतर्गत निःशुल्क गैस चूल्हा प्रदान किया गया है। जिससे महिलाओं का घर धुआं रहित हो गया है। आयुष्मान भारत कार्ड के माध्यम से हितग्राहियों का 5 लाख रूपए तक का निःशुल्क इलाज किया जा रहा है। वन विभाग द्वारा संचालित वनधन योजना से वनांचल क्षेत्रों में रहने वाले व्यक्तियों को जोड़ा गया है। उनके लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
अध्यक्ष श्री अंतर सिंह आर्य ने कहा कि आदिवासियों को अपनी धर्म संस्कृति और रीति रिवाज का पालन करना चाहिए। यही हमारे समाज की अनमोल धरोहर है। आदिवासी अपने धार्मिक कार्य एवं अन्य कार्य अपने रीति रिवाज और परंपराओं के अनुसार करें। उन्होंने कहा कि अपने बच्चों को जरूर पढ़ाएं उन्हें उच्च शिक्षा दें, जिससे वे देश के होनहार नागरिक बन सकें। बच्चों को अपने परंपरागत व्यवस्था खेतीबाड़ी करना भी सिखाएं, जिससे वे अपने परंपरागत व्यवसाय में पारंगत हो सकें। अध्यक्ष श्री अंतर सिंह आर्य ने कहा कि प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों में पेसा एक्ट लागू है। पेसा एक्ट के तहत ग्रामसभा को विशेष अधिकार दिए गए हैं। ग्रामसभा के माध्यम से आप अपने गांव के विकास और उत्थान के लिए विस्तृत कार्ययोजना जरूर बनाएं। उन्होंने वन समितियों के द्वारा किए जा रहे कार्यों के बारे में भी विस्तार से बताया। आयोजित कार्यक्रम में श्रीमती अंजू साहू ने अपने स्व सहायता समूह की उपलब्धियों एवं श्री रामप्रकाश यादव अध्यक्ष वन सुरक्षा समिति कालपी ने समिति के कार्यों के बारे में जानकारी दी। आयोजित कार्यक्रम में रूचि स्व सहायता समूह समनापुर, पूजा स्व सहायता समूह, सहारा स्व सहायता समूह और ओम शांति स्व सहायता समूह को लाभांश का वितरण किया गया।