परिसर की साफ सफाई किए बिना ही अस्वच्छ स्थान पर, फहरा दिया तिरंगा
कार्यालय वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी का मामला प्रांगण में लगी हैं घास फूस और दीवारों पर जमी है काई,रंग रोगन भी नही कराया
दैनिक रेवांचल टाइम्स बजाग – मुख्यालय में स्थित कार्यालय वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी यानि ग्रामीण कृषि विभाग के कार्यालय में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर परिसर की साफ सफाई किए बिना ही जिम्मेदारों ने राष्ट्र के गौरव राष्ट्रीय ध्वज को फहरा दिया। तस्वीरों में साफ देखा जा सकता हैं की जिस स्थान पर ध्वजारोहण किया गया है वहा पर बारिश का गंदा पानी लबालब भरा हुआ है यहां पदस्थ कर्मचारियों ने पन्द्रह अगस्त के मौके पर पानी निकासी की व्यवस्था किए बिना ही उसी स्थान पर पानी में खड़े होकर अस्वच्छ परिसर में तिरंगा फहरा दिया। तथा जिस दीवार के नजदीक तिरंगा फहराया गया है वहा की दीवार पर लगता हैं की सालो से रंग रोगन तक नही किया गया प्रतीत होता हैं और तो और जिम्मेदारों ने आसपास लगे खरपतवार तक को उखाड़ने की जहमत नहीं उठाई। तिरंगा फहराने वाले स्थान पर घास फूस लगी हुई थी झंडा स्थल पर दीवारों पर काई जमी हुई दिखाई दे रही हैं तिरंगा फहराने के लिए जिस पाइप का इस्तेमाल किया गया वह भी सीधा खड़ा करने की बजाय तिरछा खड़ा था है तिरंगे के नीचे की ओर भारत माता और राष्ट्र पिता महात्मा गांधी की तस्वीर जहा पर रखी गई थी वहा भी आसपास चारा उगे हुए थे और काई जमी हुई थी जमीन के पानी से सिर्फ एक फुट ऊपर तस्वीरों को जमाया गया था जो की बारिश के पानी में दिनभर भीगती रही हैं तिरंगा फहराने के फौरन बाद इस कार्यालय के जिम्मेदार नदारत हो गए ।कार्यालय में कोई भी मौजूद नही था एक तरफ जहा पूरा देश उत्साह और गर्व से स्वतंत्रता दिवस मना रहा था तो दूसरी तरफ कृषि विभाग के जिम्मेदार तिरंगा फहराने की औपचारिकता मात्र निभा रहे थे ऐसे पावन पर्व के अवसर पर कृषि विभाग के अधिकारी कर्मचारियों का उदासीन रवैया लोगो को देखने को मिला।जिसकी आसपास रहने वाले ग्रामीण जनों ने निंदा भी की।जबकि भारतीय ध्वज सहिंता में उल्लेख किया गया है की जिस स्थान पर तिरंगा फहराया जाए उसे सम्मान पूर्वक स्थान दिया जाए।ध्वजारोहण को लेकर कृषि विभाग के जिम्मेदारों की बरती गई लापरवाही देश की आन बान और शान कहे जाने वाले तिरंगे के अपमान से कम नही है जानकारों के अनुसार जिम्मेदारों का राष्ट्रीय ध्वज के प्रति किया गया बेरुखा व्यवहार अशोभनीय माना जा सकता हैंग्रामीणों की माने तो वैसे भी कृषि विभाग कार्यालय का ताला सप्ताह में यदा कदा ही खुलता है यहां के जिम्मेदारों के आने जाने का कोई समय भी तय समय नही है लोगो का कहना है की जब आदत ही ऐसी है तब भला आजादी के अवसर पर कहा छूटे या सुधार हो।चर्चा तो यह भी है कि आसपास निवास करने वाले लोगो को यह तक पता ही नहीं चला की विभाग के कर्मचारी कब आए और तिरंगा फहरा कर चले गए।इस संबंध में प्रभारी कृषि विस्तार अधिकारी गोल मोल जवाब दे रहे है दीवारों पर रंग रोगन की बात पर कह रहे हैं कि भवन पुराना है सवाल यह है की भवन पुराना था तब नए भवन में जहा साफ सफाई है इस स्थान पर ससम्मान ध्वजारोहण किया जाना था।
इनका कहना है,कि
मैने कार्यालय के कर्मचारी को सफाई कराने के लिए कहा था परंतु उसने नही कराई।जहा पानी भरा है निकालता ही नही है पुराना भवन है इसलिए पुताई नही कराई गई हैं चुकि कार्यालय नए भवन में सिफ्ट हो गया है।
रामसहाय चंदेल प्रभारी
वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी