सावन पूर्णिमा पर सुपर ब्लू मून का अद्भुत नजारा, पृथ्वी से बेहद करीब चंद्रमा दिखेगा इतना बड़ा…
रक्षाबंधन के दिन एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना होने वाली है. 19 अगस्त 2024 को पूर्णिमा की रात सुपर मून दिखाई देगा. यह सुपर मून ब्लू मून होगा. क्या आप जानते हैं कि सुपर मून किसे कहते हैं और ये ब्लू मून क्यों होगा?
क्यों होता है सुपर मून?
साल में कुछ ऐसी पूर्णिमा होती हैं जब सुपर मून दिखाई देता है. दरअसल, चंद्रमा धरती का चक्कर लगाने के साथ ही धरती के नजदीक और दूर भी होता रहता है. जब चंद्रमा धरती के बेहद करीब होता है तब सुपरमून होता है. ऐसा तक होता है जब चंद्रमा पृथ्वी के 90 फीसदी से ज्यादा करीब होता है. 19 अगस्त 2024 को सावन पूर्णिमा की रात को भी चंद्रमा धरती के बेहद करीब होगा.
सुपरमून सामान्य चंद्रमा की तुलना में लगभग 30 फीसदी से ज्यादा चमकीला होता है. साथ ही सुपरमून का चंद्रमा सामान्य चंद्रमा से 14 फीसदी बड़ा दिखाई देता है. हालांकि इसका ब्लू या नीले रंग से कोई लेना-देना नहीं होता है केवल उसे ब्लू मून कहा जाता है.
कब होता है ब्लू मून?
चंद्रमा के चरणों के एक चक्र को पूरा होने में 29.5 दिन लगते हैं. यानी 12 चांद के चक्रों को पूरा करने के लिए 354 दिन लगते हैं. इस कारण ही हर 2.5 साल या उससे ज्यादा समय में एक कैलेंडर साल में 13वीं पूर्णिमा मनाई जाती है. इस 13वीं पूर्णिमा को ही ब्लू मून कहा जाता है. यही ब्लू मून हमें 19 अगस्त 2024 को दिखाई देगा. हालांकि यह चंद्रमा नीले रंग का नहीं होगा. साथ ही इस दिन सुपर मून भी होगा. ब्लू मून लगभग हर 2 से 3 साल में होता है. अब अगला सीजनल ब्लू मून 31 मई, 2026 को होगा.
इस समय दिखाई देगा सुपर ब्लू मून
वैसे तो ब्लू मून पूरी दुनिया में दिखाई देगा. हालांकि इसे देखने का समय अलग-अलग हो सकता है. सुपर ब्लू मून 18,19 और 20 अगस्त को दिखेगा. वहीं भारत में हम इसे 19 अगस्त की रात से 20 अगस्त को सूर्य निकलने से पहले तक देख सकेंगे. सुपर ब्लूमून देखने के लिए वह जगह सही रहेगी जहां आसमान साफ हो और वायु प्रदूषण कम हो. बेहतर होगा कि सुपरमून देखने के लिए शहर की रोशनी से दूर जाएं.