ब्रह्माकुमारीज मंडला के द्वारा रक्षाबंधन के पावन पर्व पर किए जा रहे विभिन्न कार्यक्रम

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रेवांचल टाईम्स – मंडला प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय मंडला के द्वारा रक्षाबंधन के पावन पर्व पर विभिन्न कार्यक्रम किए जा रहे हैं। यह कार्यक्रम जेल, निवास सेंटर, 148 वीं बटालियन (सी आर पी एफ), होमगार्ड आदि जगहों में कार्यक्रम संपन्न हुए और आगे भी लगातार पूरे सावन माह रक्षाबंधन के कार्यक्रम किए जायेंगे ।
जेल परिसर में कार्यक्रम किया गया, इस कार्यक्रम में मंडला क्षैत्रीय संचालिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी ममता दीदी, सुभाष वार्ड सेवाकेंद्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी ओमलता दीदी, नैनपुर सेवाकेंद्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी लक्ष्मी बहन,फ्लोर मैनेजर भ्राता गौरव यादव ब्रह्माकुमार भाई बहन जेल पहुंचकर कार्यक्रम किए। इस कार्यक्रम में राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी ममता दीदी और ब्रह्माकुमारी ओमलता दीदी ने जेल के कैदी भाई बहनों को रक्षाबंधन के पावन पर्व का आध्यात्मिक रहस्य बताते हुए रक्षा सूत्र और तिलक का महत्व बताया गया और सदगुण अपनाने के लिए विभिन्न बातों से अवगत कराया, सभी से कहा कि अपने जीवन में सद्गुण अपनाने का संकल्प लें इसके बाद सभी को रक्षासूत्र बांधा। इसके साथ जेल अधीक्षक भ्राता संजय सहलाम एवम स्टाफ को भी दीदी ने रक्षासूत्र बांधा।

इसी कड़ी में होमगार्ड परिसर में रक्षाबंधन का कार्यक्रम किया, जिसमे मंडला क्षैत्रीय संचालिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी ममता दीदी, सुभाष वार्ड सेवाकेंद्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी ओमलता दीदी, होमगार्ड के डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट भ्राता श्री नरेश कुमार साहू, प्लाटून कमांडेंट भ्राता श्री प्रभात कुमार तिवारी एवं पुलिस जवान उपस्थित रहे।
इसके साथ 148 वीं (सीआरपीएफ) बटालियन में कार्यक्रम हुआ, जिसमे मंडला क्षैत्रीय संचालिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी ममता दीदी, सुभाष वार्ड सेवाकेंद्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी ओमलता दीदी, सेकंड इन कमांडेंट भ्राता श्री अमित मिश्रा, सेकंड इन कमांडेंट भ्राता श्री रत्नेश सिंह, डिप्टी कमांडेंट भ्राता मनोरंजन कुमार, आरजीएस भ्राता इंस्पेक्टर राकेश
कुमार एवम् जवान भाई उपस्थित रहे।

इस कार्यक्रम में राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी ममता दीदी और ब्रह्माकुमारी ओमलता दीदी ने जवान भाइयों को रक्षाबंधन का आध्यात्मिक रहस्य बताते हुए रक्षासूत्र बांधा और बताया कि जो रक्षाबंधन के पर्व पर रक्षा सूत्र बांधने से पूर्व बहन, भाई के मस्तक पर चंदन का टीका लगाती हैं जो शुद्ध, शीतल और सुगंधित जीवन जीने की प्रेरणा देती है। राखी दायें हाथ पर बांधी जाती है, यह विधि हमें प्रेरणा देती है की हम सदा राइट अर्थात सकारात्मक चिंतन करते हुए श्रेष्ठ कर्म ही करें। इसके बाद मुख मीठा कराया जाता है जिसका तात्पर्य यह है कि मन और सम्बन्धों को मीठा बनाये रखें।

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