आखिर कब जनता के विकास के धन की भ्रष्ट खेलते रहेंगे होली जनप्रतिनिधि पंचायती राज अधिनियम की उड़ाते रहेंगे धज्जियाँ बेखौफ चल रहा जनप्रतिनिधियों का अपने चहेतों के खाते में भुगतान …

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रेवांचल टाइम्स मंडला- आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र मंडला जिले में वैसे तो अनेक शासकीय योजनाएँ संचालित हैं और विकास कार्य भी भरपूर मात्रा में किये जाते हैं जिनका समय समय पर अधिकारी कर्मचारी निरीक्षण भी करते हैं, लेकिन कुछ विकास कार्य केवल कागजों तक में ही सिमट कर रह गए हैं और कागजों में ही ही चुके है, वास्तव में जमीन में नाम निशान तक नहीं होता है..

घुघरी जनपद की पंचायतों में खुल्लमखुल्ला मची हुई है लूट

वैसे ही भारत में चुनाव प्रक्रिया हर पांच साल में दोहराई जाती है जिसमें चुने हुए जन प्रतिनिधि आम जनता से चुनकर आते हैं लेकिन चुनाव के बाद भी कुछ ऐसे नियम हो की पंचायतीराज अधिनियम में सख्त रूप में बनाये गये हैं जिसका पालन करना हर चुने हुए जन प्रतिनिधि का दायित्व है..

जनप्रतिनिधि बन कर कर है बेख़ौफ़ ठेकेदारी पंचायतों में बना रहे दबाब

मंडला जिले के की ग्राम पंचायतों में खुल्लमखुल्ला जनप्रतिनिधियों ने ठेकेदार प्रथा अपना ली है और अपने पद के हिसाब से सरपंच सचिव और जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारीयो पर अपना नेतागिरी का रौब दिखा कर ठेकेदारी कर रहे है और वह भी ऐसे ठेकेदार जो ठेकेदार का ठ की जानकारी नही है और बेखौफ तरीके से पंचायत पंचायत आधे अधूरे काम कर के भरपूर बिल लगाकर सरकारी धन में लूट मचा रखी हैं।

जनपद पंचायत घुघरी में सब को मिल रहा कमीशन ओर चल रहा है भ्रष्टाचार का खेल

ऐसा ही एक मामला तहसील मुख्यालय घुघरी दो से तीन बार खबर प्रकाशन के बाद भी प्रशासन के संज्ञान में नहीं आया या फिर स्थानीय प्रशासन देखकर भी अनदेखा करने के साथ साथ संरक्षण भी प्रदान कर रहा है ये कह पाना मुश्किल है क्योंकि जनपद पंचायत घुघरी के उपाध्यक्ष सिहारे करचाम जो कि चुने हुए जनप्रतिनिधि हैं लेकिन फिर भी बेखौफ होकर कहें या संरक्षण की देन ठेकेदारी करके अलग अलग ग्राम पंचायतों में सड़क पुलिया अमृत सरोवर का निर्माण करते चले आ रहे हैं जिसकी खबरें भी प्रकाशित हुई है लेकिन आज तक किसी खबर में जांच पूरी नहीं हो पायी और न जांच के बाद किसी प्रकार की कोई कार्रवाई हुई..

केबल जांच कर ने दिया जा रहा अस्वशन नही की जा रही कार्यवाही

वही इस संबंध में जब रेवांचल की टीम ने जनपद पंचायत घुघरी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी से सामने बैठकर चर्चा की तो उनके शब्द थे कि हमारा काम जांच करने का है हमने अपनी तरफ से जांच प्रतिवेदन बनाकर माननीय जिला पंचायत न्यायालय भेज दिया है और गबन हुआ है या फर्जी बिल लगाकर शासकीय राशि का भुगतान किया गया है या फिर राशि आहरण कर ली गई है..

जांच के नाम पर चल रही है अबैध वसूली

वही सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार आये दिन जनपद पंचायत घुघरी में बैठे जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी केवल यह कहते थक नही रहे है कि हम जांच करेगे जल्द जांच करेंगे जांच चल रही और कभी भी वह जनपद कार्यालय से वाहर जाते नही दिखाई पड़े कार्यालय की टेबल में बैठें बैठें ही कि जा रही है जाँच और भ्रस्टो के द्वारा किये जा रहे भ्रष्टाचार इसकी सजा के लिए किस प्रकार दण्डित करना है, वह अब जिला पंचायत पर थोप रहे हैं अब देखना बाकी है कि जनपद घुघरी से जो भ्रस्टो कि जाँच रिपोर्ट बना कर जिला पंचायत न्यायालय को भेजी गई तो वह क्या कार्यवाही तय करेगा वो या तो वसूली करके छोड़ सकते हैं या वसूली और निलंबन कर सकते हैं या फिर वसूली निलंबन के साथ साथ एफ.आई.आर.भी करा सकते हैं, लेकिन पूरा निर्णय लेना जिला पंचायत का कार्य है, या फिर जनपद पंचायत घुघरी के बाद जिला पंचायत में जांच की फाइल धूल खाती न रह जाएं ये अब वक्त ही बतलायेगा।
सरकारी धन पर किये भ्रष्टाचार पर भ्रस्टो को वसूली की नोटिश देकर दिया जाता है अभय दान

वही ऐसे जिले में अनेको पंचायतों के सरपंच सचिवों पर वसूली की कार्यवाही की गई थी पर आज तक वसूली नही की गई उन्हें भी अभयदान दे दिया गया हैं वही इन तथ्यों के आधार पर साफ नजर आता है कि जिले में सभी जनपदों में फैले फर्जीवाड़ा और फर्जी ट्रेडर्स संचालकों का बोलबाला है और ये फर्जी ट्रेडर्स के संचालक बेखौफ होकर शासकीय राशि का बंदरबांट करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं जिसमें कहीं न कहीं स्थानीय संरक्षण के साथ-साथ जिम्मेदार अधिकारी जिनको जनपद पंचायत के मुखिया के रूप में बैठाया गया है वही जब इस प्रकार से जवाब देंगे तो आम जनता किस प्रकार फर्जी ट्रेडर्स और गबन घोटालेबाजों की शिकायत पर कार्रवाई होने का विश्वास करेगी।

इनका कहना है..
फर्जी बिलों के लिए हमारे द्वारा संज्ञान लिया जाता है लेकिन हमारा काम जांच करने का है और हम जांच प्रतिवेदन बनाकर जिला पंचायत न्यायालय भेज देते हैं अब जिला पंचायत के अधिकारी फर्जीवाड़ा, गबन घोटाले की केवल वसूली करके छोड़ते हैं या निलंबन भी करते हैं या फिर वसूली,निलंबन और एफ आई आर भी करते हैं ये केवल जिला पंचायत ही तय करती है..
गायत्री कुमार सारथी
मुख्य कार्यपालन अधिकारी
जनपद पंचायत घुघरी मंडला

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