“कौशल विकास के द्वारा जीवन के व्यवहारिक पक्ष को आधारभूत नीव प्रदान की जा सकती है।।”
रेवांचल टाईम्स – कौशल विकास संस्थान में उक्त उद्गार कुलपति प्रो राजेश कुमार वर्मा जी ने छात्र-छात्राओं से संवाद कार्यक्रम के दौरान कहा।विश्वविद्यालय व्यावसायिक अध्ययन एवं कौशल विकास संस्थान, ‘विज्ञान भवन’ में 19 जनवरी 24024 को माननीय कुलपति प्रो.राजेश कुमार वर्मा जी ने कौशल विकास संस्थान के द्वारा संचालित व्यावसायिक पाठ्यक्रमों, सी.बी.सी.एस. के तरह संचालित समस्त कौशल विकास पाठ्यक्रमों एवं उद्यमिता विकास केंद द्वारा चलाये जा रहे सिलाई प्रशिक्षण के कॉर्सेस व अनेक नवाचारों, स्किल ओरिएंटेड सर्टिफिकेट/प्रशिक्षण कार्यों का निरीक्षण किया गया,,,।। साथ ही नवीन शिक्षा नीति के तहत पैथोलॉजी विषय मे प्रोजेक्ट कर कर रहे समस्त व बी.वॉक एम.एल.टी, पी.जी. डिप्लोमा इन गाइडेंस एवं काउन्सलिंग के छात्र-छात्राओं से उनके विषय पर सीधा संवाद कर उनको भविष्य निर्माण हेतु महत्वपूर्ण सुझाव भी प्रदान किये,,,, ।।।।
कुलपति प्रो.राजेश कुमार वर्मा ने कहा कि छात्र-छात्राओं की अभिरुचि, व्यक्तित्व, और व्यवहारिक कौशल ही सफलता का आधार है। साथ ही उद्देश्य हेतु समय का प्रबंधन के साथ रुचि आधारित कार्य करने की प्रेरणा भी प्रदान दी।
व्यावसायिक अध्ययन एवं कौशल विकास के तहत चलाये जा रहे व्यावसायिक पाठ्यक्रमों, कौशलोंमुखी प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों, सर्टीफिकेट पाठ्यक्रमों एवं सी.बी.सी.एस. के तहत कौशल विकास के विभिन्न मॉड्यूल्स,व्यक्तित्व विकास एवं सॉफ्ट स्किल,उद्यमिता विकास,कम्प्यूटर एप्लिकेशन, कम्युनिकेशन स्किल, डिजिटल लिट्रेसी फिनांसियाल एवं बैंकिंग एडुकेशन,लाइफ स्किल,लीडरशिप स्किल के साथ साथ रोजगार, स्वरोजगार,उद्यमिता एवं आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से डिप्लोमा एवं सर्टिफिकेट पाठ्यक्रमों – पी.जी. डिप्लोमा इन गाइडेन्स एन्ड काउंसलिंग, फ़ैशन डिज़ाइन एवं सिलाई प्रशिक्षण आदि के पाठ्यक्रमों द्वारा मानवीय जीवन मूल्यों के साथ-साथ फिजिकल/मेन्टल हेल्थ एवं नवाचारों के महत्व और आवश्यकता को सभी शिक्षण विभागों के नवागत छात्र-छत्राओं को आवश्यकतानुसार पाठ्यक्रम बनाया गया है।
माननीय कुलपति जी के द्वारा कौशल विकास के विभागीय समस्त सदस्यों की बैठक में आदेशित किया कि कौशल विकास के कार्यो का और भी बेहतर कार्यान्वयन किया जाए एवं स्किल के अन्य नए पाठ्यक्रम को लागू करने की दिशा ने भी जोर दिया जाए।
नवनियुक्त सम्माननीय कुलपति जी का संस्थान में प्रथम आगमन पर निदेशक प्रो सुरेंद्र सिंह जी के द्वारा स्वागत एवं अभिनंदन किया गया।।
इस अवसर पर विभाग के डॉ अजय मिश्रा ने कुलपति जी को कौशल विकास के द्वारा अभी तक किये गए कार्यो से अवगत कराया एवं नवीन प्रोजेक्ट एवं आगामी कार्यक्रम की सूचना प्रदान की गई। डॉ मीनल दुबे ने मनोवैज्ञानिक लैब के द्वारा की जा रही उपलब्धि एवं परीक्षण को डेमोंस्ट्रेशन किया।इस अवसर पर ई. महावीर त्रिपाठी, डॉ सुनील चौधरी, डॉ निशा डहेरिया, श्रीमती स्वाति , सुश्री प्रियंका सिंह, श्री नंद यादव, श्रीमती सविता पठारिया, सोनपाल आदि सभी विभागीय सदस्य उपस्थित थे।