महाराजपुर संगम में शुरू हुई नर्मदा आरती: भक्तिमय माहौल में कलेक्टर ने किया पूजन
दैनिक रेवांचल टाइम्स, मंडला।
मंडला जिले के माहिष्मती घाट पर नर्मदा पंच चौकी महाआरती की परंपरा से प्रेरित होकर महाराजपुर संगम स्थित संतोषी माता घाट पर सोमवती अमावस्या के पावन अवसर पर नर्मदा आरती की शुरुआत की गई। स्थानीय नर्मदा भक्तों ने यह भव्य आरती सप्ताह में हर सोमवार और शुक्रवार को आयोजित करने का संकल्प लिया है।
नर्मदा आरती का धार्मिक महत्व
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि महाराजपुर संगम तट पौराणिक मान्यताओं के अनुसार एक प्राचीन धार्मिक स्थल है। यहां प्रतिदिन हजारों तीर्थयात्री और पैदल परिक्रमा वासी आते हैं। इसीलिए इस स्थान पर नर्मदा जी की भव्य आरती आयोजित करना एक जरूरी कदम है। कलेक्टर सोमेश मिश्रा की पहल से प्रेरणा लेते हुए भक्तों ने इसे एक नई परंपरा के रूप में स्थापित करने का निर्णय लिया है।
कलेक्टर श्री सोमेश मिश्रा ने की सहभागिता
सोमवती अमावस्या के अवसर पर आयोजित पहली आरती में कलेक्टर श्री सोमेश मिश्रा ने स्वयं उपस्थित होकर नर्मदा पूजन किया। इस दौरान एसडीएम मंडला, नगर पालिका सीएमओ, टीआई महाराजपुर, अन्य विभागीय अधिकारी, और बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक उपस्थित थे।
घाटों की सफाई और स्वच्छता अभियान
महाराजपुर संगम घाट की सफाई को लेकर हमेशा से समस्याएं रही हैं। कलेक्टर श्री सोमेश मिश्रा ने नर्मदा घाटों की सफाई अभियान के तहत संगम घाट पर श्रमदान कर स्थानीय नागरिकों को प्रेरित किया।
कलेक्टर की प्रेरणा से स्थानीय युवाओं और मातृशक्ति ने घाट की सफाई का कार्य शुरू किया। बारिश में मिट्टी से दबे घाट की सफाई की गई, रंग-रोगन किया गया, और बोरियों में रेत भरकर अस्थाई घाट का निर्माण किया गया। इससे भक्तों को नर्मदा पूजन में सुविधा मिलेगी।
भविष्य की योजनाएं
नर्मदा आरती के आयोजन को क्रमशः और भव्य बनाने का संकल्प लिया गया है। स्थानीय भक्तों का कहना है कि इस परंपरा को गंगा आरती की तरह प्रसिद्ध बनाने का प्रयास किया जाएगा, जिससे महाराजपुर संगम का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व और बढ़ सके।
इस नई पहल से न केवल धार्मिक वातावरण बना है, बल्कि स्वच्छता और समुदाय के सहयोग की भावना को भी बल मिला है।