श्री मद्भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ: आध्यात्मिकता के दिव्य प्रकाश का आयोजन
जबलपुर के सुहागी स्थित राजपरीसर में एक अनूठा और भव्य धार्मिक आयोजन होने जा रहा है। 27 दिसंबर 2024 से 3 जनवरी 2025 तक “श्री मद्भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ” का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम में भक्ति, ज्ञान और संस्कृति का अद्वितीय संगम देखने को मिलेगा, जहां भक्तजन श्री कृष्ण की दिव्य लीलाओं और गहन आध्यात्मिक ज्ञान में डूब सकेंगे।
कार्यक्रम का स्वरूप और समय
यह आयोजन न केवल धार्मिक है, बल्कि समाज को आध्यात्मिकता और संस्कृति के पथ पर प्रेरित करने वाला भी है। कार्यक्रम के मुख्य चरण निम्नलिखित हैं:
1. मूल पाठ: प्रतिदिन सुबह 8:30 बजे से 11:30 बजे तक, जिसमें श्रीमद्भागवत के श्लोकों का उच्चारण और व्याख्या की जाएगी।
2. कथा समय: दोपहर 3:00 बजे से शाम 6:30 बजे तक, जहां कथा व्यास श्री कृष्ण की लीलाओं और उनके जीवन के संदेशों को सरल और भावपूर्ण शैली में प्रस्तुत करेंगे।
3. विशेष आयोजन: 3 जनवरी 2025 को हवन पूजा और भंडारे का आयोजन होगा, जो इस महायज्ञ का समापन समारोह होगा।
कथा व्यास: आध्यात्मिक ज्ञान के प्रवाहक
इस भव्य आयोजन के कथा व्यास पं. पूजनीय आचार्य संत चरण जी महाराज (प्रयागराज) होंगे। आचार्य जी अपनी ओजस्वी वाणी और गहन आध्यात्मिक ज्ञान के लिए प्रसिद्ध हैं। उनकी कथा श्रोताओं को भक्ति और ज्ञान के सागर में गोता लगाने का अवसर प्रदान करेगी।
विशिष्ट अतिथि: आयोजन की शोभा बढ़ाने वाले
कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाने के लिए श्रीमती बैकली सिंह बघेल (ब्रजमनी श्री सूर्यवंशी सिंह बघेल) विशेष रूप से उपस्थित रहेंगी। उनकी उपस्थिति से आयोजन को एक अद्वितीय प्रेरणा मिलेगी।
आयोजन समिति और प्रमुख निमंत्रक
इस दिव्य आयोजन के लिए निमंत्रक और आयोजन समिति का विशेष योगदान है:
एडवोकेट मंगेश्वर सिंह बघेल
एडवोकेट गोपाल सिंह बघेल
एडवोकेट विनय प्रताप सिंह बघेल
सम्पर्क और स्थान
आयोजन से जुड़ी जानकारी और सहयोग के लिए निम्नलिखित नंबरों पर संपर्क किया जा सकता है:
मोबाइल: 9229461521, 7987512717
स्थान: राजपरीसर, सुहागी, जबलपुर।
भक्तजनों से निवेदन
यह आयोजन भक्ति, ज्ञान और संस्कृति का एक दिव्य संगम होगा। भक्तजनों से अनुरोध है कि इस पावन अवसर पर अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर श्री कृष्ण की भक्ति का अनुभव करें और पुण्य लाभ अर्जित करें।
“आइए, मिलकर इस आध्यात्मिक महोत्सव को सफल बनाएं और श्रीमद्भागवत के ज्ञान के प्रकाश से अपने जीवन को आलोकित करें।”