यूके लिपटिस बेचने के मामले में तत्कालीन बजाग बीएमओ को दूसरा नोटिस जारी

ग्राम पंचायत ने बीएमओ पर लगाये राशि गबन के आरोप

34

दैनिक रेवांचल टाइम्स बजाग – सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में लगे लिपटिस के दो पेड़ो की कटाई कर उनका विक्रय करने का मामला दिनों दिन गर्माता जा रहा है पेड़ो की कटाई के मामले में तत्कालीन बीएमओ की मुश्किले कम होती नजर नहीं आ रही है सीएचसी में मेडिकल ऑफीसर के पद पर पदस्थ ओर तत्कालीन बीएमओ रहे विपिन राजपूत द्वारा अस्पताल परिसर में लगे ग्राम पंचायत के अधिकार वाले लिपटिस के पेड़ो की कटाई करवाकर बेचने का मामला अब उनके गले की फांस बनता जा रहा है पेड़ो की कटाई के मामले में स्थानीय ग्राम पंचायत रैयत ने तत्कालीन बीएमओ को दोबारा नोटिस तामील कर जवाब तलब किया है उक्त मामले में ग्राम पंचायत द्वारा पूर्व में भेजे गए नोटिस का बीएमओ द्वारा संतुष्टि पूर्वक जवाब नहीं देने पर दूसरी बार पत्र भेजकर जबाव मांगा गया है इसके पूर्व बिना अनुमति लिपटिस काटने के मामले पर अठारह दिसम्बर को पहला नोटिस जारी किया गया था।जिस पर तत्कालीन बीएमओ संतोषप्रद पक्ष नहीं रख सके। मजबूरन ग्राम पंचायत ने दोबारा नोटिस देकर लिपटिस के पेड़ो का हिसाब मांगा है ग्राम पंचायत द्वारा बीएमओ को भेजे गए कार्यालयीन पत्र में उल्लेख किया गया है कि अस्पताल परिसर में लगे लिपटिस के पेड़ो को बिना अनुमति के कटवाया गया है आगे लिखा गया है कि आपके द्वारा जो पेड़ कटवाए गए है ग्राम पंचायत द्वारा उससे संबंधित कोई अनुमति पत्र नहीं दिया गया है ग्राम पंचायत द्वारा दो मई 2024 को जारी किए गए पत्र में ओपीडी और आई पी डी के मध्य लगे जर्जर पेड़ को काटने की सशर्त अनुमति दी गई थी जिसमें काटे हुए पेड़ो की लकड़ी ग्राम पंचायत को सुपुर्द करने को कहा गया था पत्र में लिखा गया है यह प्रतीत होता है कि आपके द्वारा पद पर रहते हुए पद का दुरूपयोग किया गया है और कटे हुए पेड़ो को बेचकर उससे प्राप्त राशि का गबन कर लिया गया है ग्राम पंचायत ने पत्र में पेड़ो की कटाई के संबंध में नियमो का हवाला भी दिया है जिसमें कहा गया है पेड़ों की कटाई के पूर्व ग्राम पंचायत और वन विभाग को जानकारी नही दी गई। ग्राम पंचायत ने दोनों ही लिपटिस के पेड़ो की कीमत करीबन पचास से साठ हजार रुपए आंकी है। और लिखा है कि तत्कालीन बीएमओ द्वारा किया गया कृत्य वन अधिनियम के तहत अपराध की श्रेणी में आता है।इस मामले की जानकारी के लिए संबंधित अधिकारी को फोन लगाया गया ।परंतु उन्होंने रिसीव नहीं किया।

instagram 1
Leave A Reply

Your email address will not be published.