पंचायत पेसा मोबिलाईजर कर्मचारियों की मांगों पर सरकार का ध्यान आकर्षित करने की तैयारी
मंडला। अनुसूचित जनजाति क्षेत्र में पंचायत पेसा मोबिलाईजर कर्मचारी ग्राम पंचायत स्तर पर पंचायत विभाग के सबसे अधिक शिक्षित और अनुभवी कर्मचारियों के रूप में कार्यरत हैं। ये कर्मचारी मास्टर डिग्री, कंप्यूटर डिग्री और अन्य उच्च योग्यता से सुसज्जित हैं। बावजूद इसके, इन्हें अब तक सबसे कम मानदेय, मात्र 4000 रुपये प्रति माह, दिया जा रहा है।
पेसा मोबिलाईजर कर्मचारियों का दायित्व केवल प्रचार-प्रसार तक सीमित नहीं है। ये पंचायत स्तर पर पेसा क्षेत्र की 10 प्रकार की समितियों का गठन करते हैं और ऑनलाइन तथा ऑफलाइन सभी पंचायत कार्यों को संपादित करते हैं। गांव-गांव और मोहल्लों में जाकर पेसा क्षेत्र के विस्तार हेतु अपनी सेवाएं प्रदान करना इनकी प्राथमिकता है।
दिवाली पर घोषणा, पर अमल का इंतजार
दिवाली के अवसर पर मध्यप्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इन कर्मचारियों का मासिक मानदेय 4000 रुपये से बढ़ाकर 8000 रुपये करने की घोषणा की थी। हालांकि, इस संबंध में अब तक कोई आदेश जारी नहीं हुआ है। इस देरी ने कर्मचारियों में असंतोष को जन्म दिया है।
ज्ञापन सौंपने की योजना
प्रदेश संगठन ने निर्णय लिया है कि 10 जनवरी 2025 को जिला स्तर पर कलेक्टरों के माध्यम से मुख्यमंत्री और राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा। यह ज्ञापन मानदेय वृद्धि के आदेश को शीघ्र जारी करने की मांग करेगा।
संगठन ने यह भी घोषणा की है कि सभी पंचायत पेसा मोबिलाईजर कर्मचारी 10 जनवरी को एक दिवसीय अवकाश पर रहेंगे। इस कदम का उद्देश्य अपनी समस्याओं और मांगों पर सरकार का ध्यान आकर्षित करना है।