मुख्यमंत्री योजना में घोटाला? बिना एसेसरी स्कूटी की खरीद पर गंभीर आरोप मध्य प्रदेश डे-राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन में अनियमितताओं का मामला

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रेवांचल टाइम्स – मंडला, आदिवासी बाहुल्य जिले में तरह तरह के भ्रष्टाचार ग़बन लोगों के सामने निकल कर सामने आ रहे है और जब उन भ्रष्टाचार को जनता के सामने उजगार होते है तो जिम्मेदार जनप्रतिनिधि और अधिकारी कर्मचारी केवल जाँच कर दोषियों पर कार्यवाही करने का झुनझुना पकड़ा देते है और सरकारी योजनाओं में क्रम बध्य तरीके से भ्रस्टाचार जारी रहता हैं,
वही सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में मुख्यमंत्री योजनाओं के अंतर्गत सभी विकास खण्डों के संकुल में स्कूटी बॉटनी थी पर कुछ ब्लॉक में कम पहुँची आख़िर कहा हुई गायब, अभी तक कितने बनाये गए पर्यावरण मित्र जो कि जांच का विषय डीपीएम ने खेला खेल बिना एसेसरीज की ले ली स्कूटी

मण्डला विगत कई वर्षो से अंगद की तरह पैर जमाए मध्य प्रदेश डें राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के जिला परियोजना प्रबंधक भगवान दास भेसारे के द्वारा मुख्यमंत्री के द्वारा संकुल स्तरीय संघ के तहत बनाए गए पर्यावरण मित्र को 2022 के लास्ट माह में स्कूटी प्रदाय की गई थी मगर जो स्कूटी जहां भी प्रदाय की गई उनमें एसेसरीज गायब थी वही कुछ ब्लाक में तो स्कूटी पहुची ही नही और ना ही पर्यावरण मित्रों का पता है, और कही पहुँची तो कम पहुँची अब यह जनचर्चा जोरो पर है जो कि जांच का विषय है कि कौन सी स्कूटी देनी थी कौन सी दी गई और दी गई स्कूटी में क्या होना था गाड़ी 5जी एक्टीवा दी गई या और कोई और उस की एसेसरीज गई तो गई कहा या फिर एसेसरीज कंपनी वालो ने क्यो नही दी । जबकि स्कूटी का पूरा भुगतान एसेसरीज सहित किया गया है ।

पूरे जिले में 38 संकुल स्तरीय संघ-

वही जानकारों के अनुसार जिले के समस्त विकास खंड में 38 संकुल स्तरीय संघ चल रहे है जिसमें से 38 पर्यावरण मित्र बनाए जाने थे मगर अभी तक कितने पर्यावरण मित्र बनाए गए हैं यह जानकारी किसी को नहीं लग पा रही है क्योकि अभी तक कही भी पर्यवरण मित्र नही बनाये गए है और बनाये गए है तो वह कहा है वही सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन सभी संघ से 38 पर्यावरण मित्र बनाकर स्कूटी दी जानी थी मगर ना ही पर्यावरण मित्रों का पता है और ना ही स्कूटी का पता है वही नाम न छापने की तर्ज में प्राप्त जानकारी के अनुसार कम स्कूटी खरीदी गई थी वही डी पी एम के द्वारा समस्त संकुल स्तरीय संघ के ऊपर दबाब बनवाकर CLF को तय बताई गई दुकान में ही भेजवाया गया था जहा पर पहले से ही कमीशन सेट था ।
वही से स्कूटी ख़रीदवाई गई जिसमें आरोप है कि इनके द्वारा इसमे लाखो रुपये का कमीशन खाया गया है ।

स्कूटी घरों में बढ़ा रही शोभा…

वही देखने मे आया कि स्कूटी कागजो में ही रह गई है फील्ड में स्कूटी देखने को नही मिलती है मुख्यमंत्री के द्वारा दी गई स्कूटी को स्टाफ के लोगों ने निजी संपत्ति समझकर अपने घरों में रख ली है । जिसके लिए 6 नबबर 2024 को एक पत्र भी जारी किया गया है कि अध्यक्ष सचिव स्टाफ के लोग गाड़ी का उपयोग कर रहे है जिससे घटना का भय है अतः उसको देखते हुए अध्यक्ष सचिव के नाम से स्टाप में पंजीयन कराया जाए ।

इनका कहना है—-
38 स्कूटी खरीदी गई थी और सभी ने अपने हिसाब से खरीदी थी बिना ऐसेसरीज की ली है तो मैं क्या कर सकता हूँ मुझे जानकारी नही है ।
भगवान दास भेसारे
जिला परियोजना प्रबंधक
राज्य आजीविका मिशन मण्डला ।

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