अमल ज्योति विद्यालय महाराजपुर की मान्यता रद्द की जाए विद्यार्थी परिषद
रेवांचल टाईम्स – मंडला, अमल ज्योति विद्यालय महाराजपुर के द्वारा हिंदुओं के पवित्र ग्रंथ रामायण की अपमान जनक स्थिति के लिए विद्यालय प्राचार्य सार्वजनिक रूप से मांगे माफी
विभिन्न मीडिया खबरों वा अखबारों से प्राप्त जानकारी के अनुसार दिनांक 27.03.25 को बाल अधिकार संरक्षण आयोग की टीम ने अमल ज्योति विद्यालय महाराजपुर का निरीक्षण किया जिसमें विद्यालय में अनेकों अनियमितताएं पाई, विद्यालय की लाइब्रेरी में पाई गई धर्म विशेष की किताबें धर्मांतरण की आशंका प्रकट करती है, इससे विद्यालय की भूमिका धर्मांतरण के कार्य में संदिग्ध प्रकट होती है, साथ ही हिंदुओं के पवित्र ग्रंथ रामायण का जीर्ण शीर्ण स्थिति में प्राप्त होना हिंदुओं की भावनाओं के साथ खिलवाड़ है यह संपूर्ण हिंदू समाज का अपमान है, विद्यार्थियों से अनावश्यक वा मनमानी फीस वसूलना शिक्षा का व्यापारीकरण दर्शाता है।
विद्यालय द्वारा वसूली गई अनावश्यक व मनमानी फीस की संपूर्ण जांच की जाए एवं अनियमितताएं पाए जाने पर अभिभावकों से वसूली की गई अतिरिक्त फीस वापस करवाई जाए।
विद्यार्थी परिषद प्रशासन से जल्द संपूर्ण जांच कर अमल ज्योति विद्यालय की मान्यता रद्द करने वा विद्यालय में धर्मांतरण की गतिविधि की भी जांच करने की मांग करता है और हिंदुओं के पवित्र ग्रंथ रामायण की अपमान जनक स्थिति के लिए विद्यालय प्राचार्य सार्वजनिक रूप से मागे माफी अन्यथा विद्यार्थी परिषद अमल ज्योति विद्यालय का घेराव करने के लिए बाध्य होगा।
