“समूह बचाओ” के नारों से गूंजा एसडीएम कार्यालय, सैकड़ों महिलाओं का विरोध प्रदर्शन
रेवांचल टाइम्स, मंडला।जिले में जागरूकता की बयार अब सड़कों पर दिखाई देने लगी है। वर्षों से सरकारी दफ्तरों में जमे भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ अब आमजन खुलकर मोर्चा खोल रहे हैं। मंगलवार को निवास ब्लॉक मुख्यालय पर राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) से जुड़ी सैकड़ों महिलाएं एसडीएम कार्यालय पहुंचीं और जमकर नारेबाजी की।
“पूजा शर्मा को हटाओ – समूह बचाओ”, “हमें हमारा हक चाहिए – कमीशन नहीं” जैसे नारों से कार्यालय परिसर गूंज उठा। प्रदर्शनकारी महिलाओं का आरोप है कि NRLM से जुड़ी अधिकारी पूजा शर्मा लंबे समय से पद पर जमी हुई हैं और समूहों के पैसों में अनियमितता कर रही हैं।
महिलाओं का कहना है कि समूहों के नाम पर मिलने वाली राशि में से पूजा शर्मा कथित रूप से कमीशन मांगती हैं। चेकबुक से लेकर भुगतान की पूरी प्रक्रिया पर वह स्वयं नियंत्रण रखती हैं, जबकि समूह अध्यक्ष या सचिव की भूमिका लगभग निष्क्रिय कर दी गई है।
महिलाओं ने यह भी आरोप लगाया कि पूजा शर्मा, निवास में पदस्थ ईमानदार अधिकारी लक्ष्मी रजक का मनगढ़ंत शिकायत के आधार पर तबादला करवाने में भी शामिल रही हैं, ताकि वह पूरे सिस्टम पर एकछत्र नियंत्रण बनाए रख सकें।
प्रदर्शनकारियों ने बताया कि पर्यावरण मित्र योजना के तहत मिली स्कूटी में से एक पूजा शर्मा ने अपने घर पर रखी हुई है, वहीं पिपरिया संकुल की स्कूटी प्रसन्ना झारिया के घर में है। समूह की सिर्फ एक स्कूटी ही दीदी के पास बताई जा रही है।
इस पूरे मामले में महिलाओं ने पूजा शर्मा पर मनमानी, वित्तीय हेरफेर और समूह की पारदर्शिता खत्म करने के गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है कि लक्ष्मी रजक के रहते सभी समूहों में व्यवस्थाएं सही चल रही थीं, लेकिन उनके स्थानांतरण के बाद से ही भ्रष्टाचार और शोषण बढ़ गया है।
प्रदर्शन के दौरान महिलाओं ने स्पष्ट किया कि यदि जल्द ही पूजा शर्मा को हटाया नहीं गया तो वे कार्य बहिष्कार करेंगी और ज़रूरत पड़ने पर कलेक्टर व जिला पंचायत सीईओ के समक्ष सामूहिक प्रदर्शन करेंगी।
महिलाओं की मांग है कि NRLM की योजनाओं में पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए, वर्षों से पद पर जमी अधिकारियों की जांच कर नई पदस्थापना की जाए और गरीब महिलाओं के हक के पैसों से हो रहे कथित शोषण पर तत्काल रोक लगे।
