सरकारी स्कूलों के नाम बड़े और दर्शन छोटे, जनजाति विद्यार्थियों के भविष्य के साथ हो रहा खिलवाड़

एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय सेमपरखापा में चल रही विभिन्न अनियमिताएं नही दिया जा रहा है पेट भर भोजन

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रेवांचल टाईम्स – मंडला, आदिवासी बाहुल्य जिले में गरीब बैगा आदिवासियों बच्चे और बच्चीयो को अच्छी शिक्षा मिल सकें और पढ़ लिख कर अपना भविष्य बना कर जिले का नाम रोशन कर सकें इसलिए बड़ी बड़ी बिल्डिंग करोड़ो की लागत से बनाई जा रही है और सरकार से उन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को वह सभी सुख सुविधाएं मिल सकें उपलब्ध करा रही है और उन्हें बड़ा बड़ा नाम दिया जा रहा है।

पर आदिवासी बाहुल्य जिले में ठीक इसके विपरीत कार्य किया जा रहा है स्कूल तो है पर उन स्कूलों में बच्चों को कैसी सुविधाएं दी जा रही समय नाश्ता भोजन पानी मनोरंजन खेल की साधन मिल रहे है या फिर केवल पढ़ाई के नाम पर शोषण किया जा रहा है ये देखने वाला कोई जिम्मेदार नहीं है और आदिवासी जिले में ही आदिवासियों के बच्चों का शोषण खुल कर किया जा रहा है, और बच्चों के भविष्य के लिए शासन द्वारा जनजाति समाज के उत्थान के लिए विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं।


वही मंडला विकास खण्ड में संचालित एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय जनजाति समाज के विभिन्न विद्यार्थियों को अच्छी शिक्षा प्राप्त हो इसलिए इन विद्यालयों का संचालन किया जा रहा है परंतु मंडला जिले के मुख्यालय से नजदीक सेमरखपा स्थित आदर्श आवासीय एकलव्य विद्यालय में विभिन्न अनियमितताएं पाई जा रही हैं जिसमें प्रमुख रूप से विद्यालय परिसर में स्थित बालक छात्रावास में अनेक अनियमितताएं सामने निकल कर आ रही हैं बच्चों द्वारा विभिन्न प्रकार की गंभीर आरोप भी लगाए जा रहे हैं।

छात्रावास की स्थिति गंभीर

एकलव्य विद्यालय स्थित बालक छात्रावास में विभिन्न प्रकार की समस्याएं हैं जिनका सामना वहां पढ़ने वाले बच्चों को प्रतिदिन करना पड़ रहा है बच्चों ने बताया कि उन्हें शासन द्वारा निर्धारित मेन्यू के हिसाब से भोजन नहीं दिया जाता, छात्रावास के बाथरूम की स्थिति अत्यंत दयनीय है साफ सफाई पर कोई ध्यान नही दिया जा रहा है, नलों में पानी नहीं आता साफ-सफाई की स्थिति बत से बत्तर बनी हुई, छात्रावास में उपस्थित वाशिंग मशीन कुछ तो खराब पड़ी हुई है तथा कुछ करंट मारती है, छात्रावास में पर्याप्त पानी की व्यवस्था नहीं है।

छात्रावास अधीक्षक पर बच्चों ने लगाए गंभीर आरोप

वही छात्रावास के अधीक्षक पर छात्र गंभीर आरोप लगा रहे है उनका कहना है कि अधीक्षक रात में आकर उनसे गाली गलौच करते है, जिनसे उन्हें मानसिक प्रताड़ना झेलनी पड़ रही है। विद्यार्थियो का कहना है कि अधीक्षक शराब पीकर भी आते है और छात्रों से बदतमीजी करते है।

पिछले वर्ष का परीक्षा परिणाम भी था चिंताजनक

वही जानकारी के अनुसार एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के पिछले वर्ष 12 वी बोर्ड परीक्षा का परिणाम भी विद्यालय अत्यंत खराब था जो वहां के शिक्षा के स्तर को दर्शाता है।

प्रबंधन की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह

विद्यालय प्रबंधन का उदासीन रवैया विद्यालय में विभिन्न प्रकार की घटनाओं को अंजाम दे रहा है पूर्व में एक छात्रा विद्यालय लापता हो गई थी जो बाद में जबलपुर में मिली, ऐसी ही एक घटना और हुई जिसमे विद्यालय की कक्षा 8 वी की छात्रा बिना बताए कही चली गई, जो कि बाद में अपने घर में मिली इसमें छात्रा में विद्यालय में ना पढ़ने की बात भी कही थी इससे कही न कही यह सिद्ध होता है कि विद्यालय परिसर में सब कुछ सही नही है और अध्यनरत विद्यार्थी कही न कही मानसिक दबाव में है इसका सीधा असर उनकी शिक्षा में पड़ रहा है। और वह सुरक्षित भी नही नज़र आ रहे है,

विद्यालय प्राचार्य की उदासीन कार्यप्रणाली
वही सभी घटना यह दर्शाती है कि कही ना कही विद्यालय में जो अनिमित्ताये चल रही है वह प्राचार्य के निजी स्वर्थो के चलते ही संभव है और प्राचार्य का मौन संरक्षण में ही यह सब हो रहा है विद्यालय में सभी विषय के शिक्षक भी उपलब्ध नहीं है, इसके साथ आर्थिक भ्रष्टाचार के मामले भी चल रहे है, प्राचार्य से विद्यालय के रेगुलर शिक्षक भी परेशान है सभी विद्यालय छोड़ने को भी अपने वरिष्ठों को आवेदन लिख चुके है।

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