जिले में सौभाग्य योजना की तार टेलीफोन के खम्भे में….
रेवांचल टाईम्स – मंडला, विद्युत विभाग की बड़ी लापरवाही टेलीफोन के खम्भे पर 20 वर्षो से चल रही हाइटेंशन की सप्लाई बड़ी घटना का जिम्मेदार विभाग कर रहा है इंतज़ार
मंडला जिला आदिवासी बाहुल्य होने पर खूब लापरवाही देखने को मिल रही है जिले मे, सौभाग्य योजना में 2016/17 में जम कर विभाग और ठेकेदारों ने रबडी छानी और मिलकर जमकर भ्रष्टाचार भी हुआ और कुछ लोगों पर कार्यवाही भी हुई पर सौभाग्य योजना भ्रष्ट और भ्रष्टाचारियों पर अपना सौभाग्य बनाई रही इसी आंकड़ों के आधार पर कागज पर मंडला जिला संपूर्ण विद्युतीकरण हो चुका है उसी की एक तस्वीर मवई विकास खंड के ग्राम बेहरमुंडा पोंडी ग्राम मे देखने को मिली जहाँ पर ठेकेदार और विभाग ने हाईटेंशन लाइन को बिजली के पोल से न लेजाते हुए उसे टेलीफोन के पोल का उपयोग करते हुए सप्लाई आगे बढ़ा दी गई और लगभग बीस वर्षो से हाईटेंशन की सप्लाई चल रही है, इस लापरवाही के चलते असमय एक महिला की मौत भी हो चुकी है लेकिन बिजली विभाग धृतराष्ट्र बना बैठा है, जिस वज़ह से हर समय ग्रामीणों को जान का खतरा आये दिन बना रहता है, इसी मामले को लेकर विद्युत विभाग के एस.ई.मोहम्मद अयूब खान से जब रेवांचल की टीम ने बात की तो उन्होंने वही अधिकारी वाला रटा रटाया जबाब की मिडिया के माध्यम जानकारी मेरे सज्ञान में आई है में तुरंत मामले की गंभीरता को समझते हुए कार्यपालन अभियंता विकास खंड बिछिया को निर्देशित कर देता हूँ, दो दिनों के भीतर सुधार कार्य करा दिया जायेगा पर देखना है कि आखिर इस आदिवासी अंचलों में निवासरत भोलेभाले लोगो के जीवन के साथ खिलवाड़ क्यों कर रहे है और अगर मीडिया जानकारी न दे तो ये अपने ए सी कमरे से बाहर तक न निकले जबकि सरकार इन्हें समय समय मे निरीक्षण करने और जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी पर मोनिटरिंग का जिम्मा सौपी है। पर जब तक कोई बड़ी घटना दुर्घटना नही होती जिम्मेदार अपनी हरकतों में नही आते हैं पर अब देखना यह है कि कब तक हाई टेंशन लाई टेलीफ़ोन के खंभे से हटाई जाती हैं।