सहज सरल और जरूरतमंदो की आवाज थे परिहार…
रेवांचल टाईम्स – मण्डला, 1 मई को अमर सिंह परिहार की पांचवी पुण्य तिथि थी सहज सरल और जरूरतमंदो की मदद के लिए सदैव तत्पर रहने वाले श्री परिहार ने वन संरक्षण को लेकर अनेक महत्वपूर्ण निर्णय भी लिए हैं उनके समय किए गए वन क्षेत्रों में पौधा रोपण आज घने जंगलों में तब्दिल हो चुकें हैं। उन्होंने जल संरक्षण के साथ वनों के संरक्षण के लिए मप्र में अनेक ऐसे प्रोजेक्ट बनाएं जिस पर आज भी कार्य किया जा रहा है। उनकी पांचवी पुण्यतिथि पर उनकी धर्मपत्नी श्रीमति वंदना परिहार ने बताया कि वे पूर्व वन मुख्य संरक्षक एवं पूर्व वन क्षेत्र निर्देशक कान्हा राष्ट्रीय उद्यान एवं पेंच राष्ट्रीय उद्यान टाइगर प्रोजेक्ट रहे हैं। दाऊ साहिबा के नाम से पहचाने जाने वाले श्री परिहार सहजता के लिए हमेशा जाने और पहचाने जायेंगे। उनकी पांचवी पुण्यतिथि पर श्रीमती वंदना परिहार धर्मपत्नी, अजीत सिंह परिहार रामबाग पैलेस जयपुर पुत्र, श्रीमती रश्मी परिहार पुत्रवधु,श्री विक्रम सिंह परिहार पूर्व मुख्य वन संरक्षक भतीजे, सिद्धार्थ सिंह परिहार रिशु पौत्र, जय आदित्या सिंह परिहार पौत्र, कुमारी गौरी पौत्री, देवराज सिंह परिहार पौत्र, श्रीमती अनुराधा एवं श्रीधरशरण सिंह एडवोकेट पुत्री-दामाद, श्रीमती अर्चना एवं आरके सिंह चीफ इंजीनियर पुत्री-दामाद, श्रीमती मनीषा एवं विजय सिंह ठाकुर एडिशनल एसपी पुत्री-दामाद, श्रीमती मुकुल एवं आशीष सिंह उपाध्यक्ष क्रेटल इंडिया प्रां. लि.क.पुत्री-दामाद एवं समस्त कचलोहा परिवार एवं वन एवं वन्यजीव सहयोगी एवं मित्रगण ने उन्हें श्रृद्धांजलि अर्पित की है।