नमामि गंगे परियोजना के तहत जल स्त्रोतों के संरक्षण एवं पुर्नजीवन हेतु 16 जून तक चलेगा विशेष अभियान

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मंडला 5 जून 2024

नमामि गंगे परियोजना अंतर्गत जल स्त्रोतों यथा नदी, तालाब, कुंआ, बावड़ी व अन्य जल स्त्रोतों के संरक्षण एवं पुनर्जीवन हेतु 5 जून से 16 जून तक विशेष अभियान का संचालन किया जा रहा है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में प्रवाहित होने वाली नदियों, उनमें मिलने वाली सहायक नदियों एवं जल संरचनाओं के पुनर्जीवीकरण एवं संरक्षण किया जाना है।

इस संबंध में जारी निर्देश के अनुसार आगामी मानसून की अवधि में वर्षा जल को ज्यादा से ज्यादा संचय करने हेतु इस अभियान को प्रभावी रूप से क्रियान्वित किया जाए। अभियान में विभिन्न जनप्रतिनिधियों, सामाजिक तथा अशासकीय संस्थाओं एवं योजना आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग के अंतर्गत कार्यरत जन अभियान परिषद की भी सहभागिता कराई जाएगी। अभियान के तहत स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) से 16 जून 2024 तक की अवधि में विशेष अभियान चलाकर विविध गतिविधियाँ कराना सुनिश्चित की जाएंगी।

 

10 से 15 घरों के मध्य सामुदायिक सोक पिट का निर्माण

 

ग्रे-वॉटर का प्रबंधन घरेलू सोक पिट, लीच पिट, किचन गार्डन का निर्माण प्राथमिकता से किया जाए। घरेलू स्तर पर प्रबंधन न होने की स्थिति में 10 से 15 घरों के मध्य सामुदायिक सोक पिट, लीच पिट का निर्माण कराया जाए। यदि पूर्व निर्मित सोक पिट, लीच पिट से 15 घरों से अधिक घर जोडे़ गये हैं एवं उक्त स्थान पर ग्रे-वॉटर की मात्रा अधिक है तो ऐसे स्थानों पर 10 से 15 घरों के लिए पृथक से सोक पिट, लीच पिट का निर्माण किया जाए। अक्रियाशील व्यक्तिगत एवं सामुदायिक सोक पिट, लीच पिट तथा वृहद संरचनाओं में साफ-सफाई, रेट्रोफिटिंग का कार्य कराया जाए।

 

तैयार करें ग्रे-वॉटर संरचना निर्माण के प्रस्ताव

 

नालियों की साफ-सफाई एवं मरम्मत आदि का कार्य कराया जाए। ऐसे ग्राम जहाँ जल जीवन मिशन संचालित होने से ग्रे वॉटर की मात्रा अधिक हो गई है तथा जहाँ जल भराव की स्थिति उत्पन्न होती है, ऐसे स्थानों को चिन्हित कर आवयकतानुसार उचित ग्रे-वॉटर संरचना निर्माण प्रस्तावित किया जाएगा। समस्त सार्वजनिक एवं सामुदायिक स्थानों की साफ-सफाई का कार्य किया जाए एवं एकत्रित अपशिष्ट का निपटान किया जाए। सिंगल पिट शौचालयों को चिन्हांकित कर रेट्रोफिटिंग के माध्यम से ट्विन पिट शौचालयों में परिवर्तित किया जाए। अभियान अवधि में स्वच्छता के लिए जनजागरूकता बढ़ाने हेतु विविध गतिविधियां आयोजित की जाए।

 

जल स्त्रोतों तथा सामुदायिक स्थानों में की गई सफाई

 

नमामि गंगे परियोजना के तहत बुधवार को जिले के विभिन्न ग्रामों में नदी, तालाब, कुआं, बावड़ी आदि जल स्त्रोतों की साफ-सफाई करते हुए एकत्रित अपशिष्टों के निपटान की कार्यवाही की गई। साथ ही स्थानीयजनों से जल का महत्व बतलाते हुए जल स्त्रोतों के संरक्षण एवं उनके पुर्नजीवन के इस अभियान में सहभागिता की अपील की गई। इस दौरान सामाजिक तथा अशासकीय संगठनों के प्रतिनिधि तथा आमजन उपस्थित रहे।

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