भ्रष्ट शिक्षक ने शिक्षा विभाग को किया शर्मशार माध्यमिक शाला पलकी स्कूल का उन्नयन से पहले ही अपने रिश्तेदार का जारी कर दिया फर्जी मार्कशीट
दैनिक रेवांचल टाइम्स – आदिवासी बाहुल्य जिला डिंडोरी में शिक्षा क्या स्तर है ये किसी से छुपा नही है। और डिंडोरी जिले एक बात की बड़ी तेजी से जनचर्चा बनी हुई है कि जब से सहायक आयुक्त सन्तोष शुक्ला का जिले में आगमन हुआ था तब से तो शिक्षा का स्तर तो आसमान पहुँच चुका है और शिक्षकों की तो बल्ले बल्ले है। औऱ जिन जिन जिलों में ये पदस्थ रहे है उस जिले में शिक्षा व्यवस्था के साथ साथ भ्रष्टाचार भी अब्बल रहा है आज ये बात जिले से लेकर गाँव गाँव तक आम हो चुकी है।
इसी की बानगी डिंडोरी जिले में देखने को मिल रही है क्योंकि शिक्षक बेलगाम हो चुके है और आये दिन शिक्षा विभाग औऱ पदस्थ शिक्षकों के नए नए चेहरे देखें जा रहे है।
वही अनोखे अंदाज के लिए मशहूर है यहां नामुमकिन चीज़ मुमकिन हो जाती है ऐसा ही मामला माध्यमिक विद्यालय पलकी का सामने आया है जहां पदस्थ शिक्षक सरवन सिंह आर्मो के द्वारा कक्षा 8 की फर्जी मार्कशीट बनाया गया है स्कूल का स्थापना वर्ष 2005 में हुआ है मास्टर जी ने अपने रिश्तेदार के नाम पर कक्षा 8 की मार्कशीट सत्र 2003 पलकी माध्यमिक शाला से जारी किया गया है जब की वर्ष 2003 में स्कूल का उन्नयन ही नहीं हुआ था इसकी शिकायत सहायक आयुक्त संतोष शुक्ला से लगभग 3 महीने पहले की गई थी की इसके बावजूद भी उनके द्वारा आज तलक कोई कार्यवाही नहीं की गई है उनके द्वारा बोला गया था की जांच करवाई जाएगी और अगर जांच में सही पाया जाता है तो उनके खिलाफ पुलिस रिपोर्ट भी दर्ज की जाएगी उन्हें जेल भेजा जाएगा इसके बावजूद भी आज दिन तक जांच के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति की गई है अगर इसी तरह से उच्च अधिकारियों को रवैया चला रहा तो भ्रष्टाचार करने वाले के हौसले लगातार बुलंद होते जाएंगे!
इनका कहना है कि…
मामले की जांच की जाएगी दोष सिद्ध होने पर शिक्षक को जेल भेजा जाएगा
– सहायक आयुक्त संतोष शुक्ला