आदेशों के बाद भी कार्यवाही करने में जिम्मेदारों के छुट रहे पसीने……. भ्रष्ट सचिवों के हैं हौसले बुलंद….
दैनिक रेवाचल टाइम्स – सिवनी इन दिनों भ्रष्टाचार अपने चरम सीमा पर है वही कुछ जिम्मेदारों की जिम्मेदारियां भ्रष्टाचारियों को दे रही है बढ़ावा उच्च अधिकारियों के आदेश के बाद भी कारवाइयां ना करना यह एक चिंता का विषय बना हुआ है वही जिम्मेदारों के कार्रवाई के नाम पर छूट रहे हैं पसीने इसी तर्ज में मामला सामने आया है ।जिला पंचायत सीईओ पर भारी पड़ रहा निलंबित सचिव के प्रकाशन के पश्चात जिला पंचायत के मुख्यकार्यपालन अधिकारी ने उक्त सचिव के विरूद्ध एफ आई आर के आदेश दिये है जनपद पंचायत छपारा के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत लडग़ांव के तत्कालीन सचिव दुर्गेश सैयाम को 26 फरवरी को निलंबित कर दिया गया था इसके बाद ग्राम पंचायत लडग़ांव में प्रभारी सचिव के तौर पर राजकुमार सराठे को सौंपने आदेश जिला पंचायत सीईओ पवार नवजीवन के द्वारा दिए गए थे लेकिन इन आदेशों की लगातार अवहेलना निलंबित सचिव दुर्गेश श्याम के द्वारा की जा रही थी । जिसके चलते शुक्रवार को जिला पंचायत के सीईओ ने जनपद पंचायत छपारा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को आदेश दिया है.। ग्राम पंचायत लाटगांव जनपद पंचायत छपारा में ग्रामीण जनों की शिकायत एवं विधायक सिवनी के 24.01.2024 के माध्यम से शासकीय कार्यों में की जा रही लापरवाही की प्राप्त शिकायत के आधार पर कायर्यालयीन 25.01.2024 के द्वारा जारी कारण बताओ नोटिस जवाब का असंतोषप्रद होने के कारण कार्यालयीन 26.02.2024 के द्वारा दुर्गेश सैयाम जनपद पंचायत छपारा को निलंबित किया गया था। पुन: आपके पत्र कमांक 669/ शिकायत/ज.प./2024 छपारा दिनांक 26.06 2024 में दुर्गेश सैयाम निलंबित सचिव द्वारा प्रभार में अभिलेख नहीं दिये जाने के संबंध में लेख किया गया है कि दुर्गेश दुर्गे सैयाम द्वारा निलंबन उपरांत भी रिकार्ड अनाधिकृत रूप से अपने पास रखे हुए है जिससे ग्राम पंचायत लाठगांव के विकास कार्य प्रभावित हो रहे है।
शासकीय कार्यों में बाधा उत्पन्न हुई है। इस निंदनीय कृत्य के लिये दुर्गेश सैयाम निलंबित सचिव ग्राम पंचायत लाटगांव जनपद पंचायत छपारा की प्राथमिक सूचना संबंधित थाना में दर्ज कराई जाकर की गई कार्यवाही से जिला कार्यालय को अवगत करावे । इसके बाद हड़काम मच गया है बताया जाता है कि आज प्रभारी सचिव राजकुमार पहुंचे थे जिन्होंने निलंबित सचिव एवं सरपंच को उपस्थित होकर प्रभार सौंपने के लिए कहा लेकिन वह नहीं पहुंचे ।