पी एच ई मंत्री के गृह जिले में तेजी से फैल रहा संक्रमण विभाग ने कागज़ों में पानी व्यवस्था लोग पी रहे है नाले झिरिया का पानी…

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रेवांचल टाईम्स – मंडला, आदिवासी जिले मंडला जिले का ये बड़ा ही भाग्य है कि इस जिले से सांसद बड़े बड़े नेता मंत्री मिनिस्टर बने और विधायक भी बड़े बड़े मंत्री पद में आसीन रहे, औऱ अपनी लग्जरी जिंदगी आलीशान, नोकर चाकर गाड़ी व्यवस्था सब मिली इसके बाद ये स्थानीय जनता ने उन्हें अपनी उम्मीद के हिसाब से बोट देकर उस रुतबे तक पहुँचा पर जनप्रतिनिधि नेता उस ऊँचाई के पहुँचे ही जनता के साथ किये गए गरीबों की मुलभूत सुविधाएं के वादे सब रखे के रखे रह जाते है, और मंत्री मिनिस्टर अपनी लग्जीरियस जिंदगी जीने में मग्न हो जाते हैं। और गरीबो की मुलभूत सुविधाएं जस की तस बनी हुई हैं।

मंडला की जनता ने सात बार जिताया फंग्गन सिंह कुलस्ते को

वही लोगो की माने तो मंडला लोक सभा के भाजापा के प्रत्याशी औऱ आदिवासियों के दिग्गजों में गिने जाने वाले नेता फग्गनसिंह कुलस्ते सांसद से लेकर मंत्री की कमान सँभाल चुके है पर आज भी मंडला जिले आदिवासी बाहुल्य के वनांचलो में निवासरत ग्रामीणों को मूलभूत सुविधाएं नही मिला पाई है सरकार और सरकारी आंकड़े कुछ बता रहे है पर उसकी जमी हकीकत कुछ और ही व्यया करती हैं, आज भी ग्रामीण अंचलों में लोगो को साफ पानी बिजली सड़क नहीं मिल पाई हैं।

हाल में हुए विधानसभा चुनाब में जिले की विधायक को मिला मंत्री पद

वही मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव 2023 में संपन्न हुए और मंडला विधानसभा सीट से भाजपा पार्टी से उम्मीदवार सम्पतिया उईके ने जीत हासिल की और प्रदेश में कैबिनेट मंत्री पी एच ई मंत्री की जिम्मेवारी सौपी गईं जिन्हें प्रदेश वासियों को स्वच्छ साफ पानी की समुचित व्यवस्था की जिम्मेदारी दी गई पर जिले में आज भी दूषित पानी पी कर ग्रामीण पड़ रहे बीमार

जिले में दूषित पानी पीने से पड़ रहे लोग बीमार

वही मंडला जिले की पी एच ई मंत्री सम्पतिया उइके के गृह जिले में निवासरत जनता आज तक साफ स्वच्छ पानी की व्यवस्था नही मिल पाई हैं। गांव गांव में आज भी दूषित पानी पी रहे है, वही स्थानीय लोगो की माने तो पी एच ई विभाग के करोड़ो रूपये से पानी की व्यवस्था के पर बहा दिए और नतीजा सिफर नजर आ रहा है और केवल जिले भर के ग्रामो में हुए कार्यो में कमीशन बाजी और खानापूर्ति की गई ये सब अगर जांच होती है सब लोगो के सामने निकल आ जाएगा
वही सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार घुघरी जनपद की तीन पंचायत का बुरा हाल है उनके पीने के लिए नहीं है शुद्ध पेयजल की व्यवस्था

मंडला जिले की विकास खंड घुघुरी के ग्राम पंचायत देवहारा में ग्रामीण जन लगभग 1 माह से दूषित पानी पीने से डायरिया की बीमारी से जीवन और मौत से लड़ रहे हैं ग्राम पंचायत में अभी तक 6 लोगों की जान चली जाने की जानकारी मिल रही हैं, और पूरे गांव के लोग बीमारी की दहशत में जी रहे हैं लेकिन अभी तक जिला प्रशासन के जिम्मेदार मुखिया जनप्रतिनिधि गांव में जाकर निरीक्षण नहीं किया
वही गंदा पानी पीने से लोगों की मौत की खबर सुनते ही आनन फानन मे कमी छुपाने के लिए जिन लोगों की बीमारी से मौत हुआ है 3-4 घरों के सामने बोरवेल बोर कर हैंड पंप लगवा दिया है ग्राम पंचायत बम्हनी और देवहारा में लगभग 4 साल से नल जल का कार्य प्रगतिरत दिखा रहे हैं जोकि जमीनी हकीकत पूरा खोखला है देवहारा मैं पानी की टंकी का ढांचा बना हुआ है जो कि चारों तरफ से पानी लीकेज हो रहा है घटिया किस्म की नल पाइप 10,12 घरों तक फैला दिया गया था जो कहीं पाइप का टुकड़ा भी देखने को नहीं मिल रहा है।

विभाग कर रहा है, खानापूर्ति लाखों का हुआ मरम्मत कार्य फिर भी लोग प्यासे

वही विभाग की जिम्मेदारियों ने कागजों में भले ही कुछ और लीपा पोती कर ले लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है इस बारे में कई बार शिकायत किया गया है जिस पर ब्लॉक एसडीओ का स्थानांतरण भी हो चुका है पर आदिवासी ब्लॉक पर लूट का अड्डा बना हुआ है जाने का नाम ही नहीं ले रहे हैं क्षेत्रीय सफेदपोसो से अपना स्थानांतरण रुकवा ले रहे हैं

वही मंडला जिला मुख्यालय से लगभग 70 किलोमीटर की बसावट अंतिम सीमावर्ती यह क्षेत्रवासियों की दुर्भाग्य कहे या तो जमीनी बसावट की भौगोलिक परिणाम है।
आज देश की आजादी के 76 वर्ष बाद भी ग्रामीण अंचलों में जानवर से भी ज्यादा गये -गुजरे जीवन जीने को मजबूर है।

ग्राम पंचायत देवहरा के ग्राम पिपरिया कला के इमली टोला में एक भी हैंडपंप या पीने की सुविधा नहीं है 2 किलोमीटर नदी पार करके पानी लेने जाना पड़ता है बरसात के दिनों में नदी में बाढ़ आ जाने से नदी पर नहीं कर पाते तो घरों के आसपास गड्ढा में भरा दूषित पानी को पीते हैं।

शोभा की पार्वती साबित हो रही है सरकारी योजनाएं

वही स्थानीय लोगो की माने तो ग्राम पंचायत सिंघनपुरी के पसवार टोला जो कि लगभग 400 लोग रहते हैं वहां पर एक हैंडपंप है जब पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिलता है तो बरसात के दिनों में नदी नाला और गड्ढों से पानी पीते हैं अधिक बारिश होने से पानी मटमैला हो जाता है तो खपरैल घर की छप्पर से पानी इकट्ठा कर पीते हैं
विभाग की लापरवाही से ग्राम देवहारा मैं मासूम लोगों से बड़ी संख्या में जाने चली गई इस तरह से अन्य घटना ना हो
इसलिए ग्राम पंचायत सिंघनपुरी, बम्हनी, देवहारा मे जहां-जहां पर लोग दूषित पानी पीते हैं शुद्ध पेयजल की व्यवस्था जरूरी हैl
इनका कहना है…
आज भी कुआँ झिरिया नदी नाले का पानी पीने को मजबूर है, सरकार व्यवस्था तो बनाती है पर केवल दिखाबे के लिए नल तो लगाए गए पर लाइन चालू नहीँ की है पानी की टँकी बनी पर वह खाली है हैंड पंप लगे है पर उनमें से हवा आती पानी नही औऱ ठेकेदार अपना काम करके आगे बढ़ते है ग़रीबो की को सुनता है साहब,
ग्रामीण देवहारा घुघरी मंडला

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